कमीनापन (फ़ा.) [सं-पु.] नीचता; क्षुद्रता; ओछापन; घटियापन।
कमी-बेशी [सं-स्त्री.] 1. कमी और अधिकता 2. मात्रात्मक परिणाम जो घट या बढ़ सकता है।
कमीशन (इं.) [सं-पु.] 1. आयोग 2. दलाली; दस्तूरी; आढ़त 3. जनसमूह; दल 4. कार्यभार 5. शासन-पत्र; आदेश।
कमून (अ.) [सं-पु.] जीरा; जीरक; अजाजी।
कमेंट (इं.) [सं-पु.] 1. भाष्य; टीका; वृत्ति 2. उक्ति; टिप्पणी 3. आलोचना; समालोचना 4. समीक्षा; विवेचना।
कमेंटेटर (इं.) [सं-पु.] 1. भाष्यकार; टीकाकार; वृत्तिकार 2. व्याख्याकार; समालोचक 3. समीक्षक; कमेंट करने वाला व्यक्ति।
कमेटी (इं.) [सं-स्त्री.] 1. आयोग; समिति 2. सभा।
कमेला [सं-पु.] पशुओं के वध करने का स्थान; कसाईबाड़ा; बूचड़ख़ाना।
कमोड (इं.) [सं-पु.] मल-मूत्र त्याग का पात्र; शौचासन।
कमोडोर (इं.) [सं-पु.] नौसेना का एक उच्च अधिकारी।
कमोबेश (फ़ा.) [वि.] थोड़ा-बहुत; कम-अधिक।
कमोरा [सं-पु.] मिट्टी का बना वह बड़ा पात्र जिसमें दूध, दही, पानी या आवश्यकता पड़ने पर अनाज आदि रखा जाता है।
कम्युनिकेशन (इं.) [सं-पु.] 1. संप्रेषण; संचारण 2. संसर्ग; संगमन 3. पत्र; संदेश 4. संचार; संवहन 5. आवागमन; यातायात।
कम्युनिज़म (इं.) [सं-पु.] 1. साम्यवाद 2. सामाजिक समता का सिद्धांत या विचारधारा 3. मार्क्सवाद।
कम्युनिस्ट (इं.) [वि.] 1. साम्यवादी 2. साम्यवाद का समर्थक; साम्यवाद का अनुयायी 3. मार्क्सवादी।
कम्यून (इं.) [सं-पु.] 1. किसी संपत्ति में समान और संयुक्त अधिकार रखने वाले मनुष्यों का समुदाय 2. यूरोप के कुछ देशों में स्थानीय शासन के अंतर्गत सबसे छोटी प्रशासनिक इकाई या क्षेत्र।
कम्यूनिकेशन गैप (इं.) [सं-पु.] संवादहीनता।
कम्यूनिटी मीडिया (इं.) [सं-स्त्री.] किसी ख़ास समुदाय द्वारा, किसी ख़ास समुदाय के दायरे में संचालित मीडिया।
कम्यूनिटी रेडियो (इं.) [सं-पु.] सामुदायिक रेडियो (किसी ख़ास समुदाय की ज़रूरतों के अनुसार, उस समुदाय के द्वारा संचालित रेडियो)।
कयाम (अ.) [सं-पु.] 1. किसी स्थान पर रुकने, ठहरने या विश्राम करने का भाव 2. ठहरना; ठहराव 3. ठिकाना; ठौर-ठिकाना 4. पड़ाव; डेरा; ठहरने की जगह 5. निश्चय; स्थिरता 6. खड़ा होना; उठना।
कयामत (अ.) [सं-स्त्री.] 1. मुसलमानों, ईसाइयों और यहूदियों के विश्वास के मुताबिक सृष्टि का आखिरी दिन जब प्राणियों के कर्मों का लेखा-जोखा किया जाएगा 2. प्रलय 3. हलचल; हंगामा; खलबली 4. {ला-अ.} विपत्ति; आफ़त।
कयास (अ.) [सं-पु.] 1. अनुमान; अटकल 2. कल्पना 3. सोच-विचार; ध्यान।
कयासी (अ.) [वि.] 1. कयास के आधार पर निर्धारित किया हुआ; अनुमानित 2. काल्पनिक; कल्पित; माना हुआ 3. अटकलपच्चू।
कय्यूम (अ.) [वि.] 1. स्थायी; दृढ़ 2. पक्का; मज़बूत 3. ख़ुदा का एक विशेषण।
करंक (सं.) [सं-पु.] 1. सिर का ऊपरी और सामने वाला भाग; मस्तक 2. संन्यासियों का जलपात्र जो धातु, लकड़ी या दरियाई नारियल आदि का होता है 3. शरीर के अंदर हड्डियों का ढाँचा; अस्थि-पंजर।
करंज (सं.) [सं-पु.] 1. एक प्रकार की वनस्पति जिसका फल औषधि बनाने के काम आता है; कंजा 2. एक जंगली झाड़ी 3. मुरगा 4. आतिशबाज़ी।
करंजा [सं-पु.] 1. करंज की फली; सोमवल्क 2. एक रंग; करंजोई 3. एक कँटीली झाड़ी जिसकी फलियाँ औषधि के काम आती हैं; करंजास। [वि.] भूरे या सामान्य से हलके रंग की आँखोंवाला।
करंजुआ (सं.) [सं-पु.] खाकी रंग; करंज जैसा रंग। [वि.] 1. करंज के रंग का 2. खाकी रंगवाला।
करंट (इं.) [सं-पु.] 1. विद्युत प्रवाह; विद्युत धारा 2. बहाव; धारा; प्रवाह 3. वेग; गति; रुख। [वि.] वर्तमान; प्रचलित; विद्यमान; आधुनिक।
करंड (सं.) [सं-पु.] 1. मधुमक्खी का छत्ता 2. तलवार 3. कारंडव नामक हंस 4. बाँस की बनी हुई टोकरी या पिटारी 5. यकृत 6. एक तरह की चमेली 7. कुरुल पत्थर जिसपर रगड़कर हथियार आदि की धार को तेज़ किया जाता है।
करंडक (सं.) [सं-पु.] बाँस की पट्टियों का बना टोकरा जिसमें साँप रखे जाते हैं।
करंब (सं.) [सं-पु.] मिश्रण; मिलावट।
करंबित (सं.) [वि.] 1. मिश्रित; मिला हुआ 2. बना हुआ; गढ़ा हुआ 3. सजा कर पिरोया या बाँधा हुआ।
करंसी (इं.) [सं-स्त्री.] 1. मुद्रा 2. प्रत्येक देश में व्यापक रूप से प्रचलित मुद्रा।