आहट (सं.) [सं-स्त्री.] पैरों से चलने की धमक या पदचाप; हिलने-डुलने से होने वाली हलकी ध्वनि।
आहत (सं.) [वि.] 1. चोट खाया हुआ; घायल; ज़ख़्मी 2. व्याघातदोषयुक्त; असंगत वाक्य।
आहरण (सं.) [सं-पु.] 1. चुरा लेना 2. छीन लेना 3. उठा ले जाना 4. यज्ञादि पूरा करना 5. दूषित पदार्थ बाहर निकालना 6. प्रवृत्त करना।
आहर्ता (सं.) [वि.] 1. आहरण करने वाला 2. छीन लेने वाला 3. यज्ञ या अनुष्ठान करने वाला 4. प्रवृत्त करने वाला।
आहा [अव्य.] हर्ष, आह्लाद, आश्चर्य आदि भावों को व्यक्त करने वाला शब्द, जैसे- आहा! कितना सुंदर दृश्य है।
आहार (सं.) [सं-पु.] 1. भोजन; खाद्य सामग्री 2. भोजन के ग्रहण करने की क्रिया; खाना 3. ग्रहण; लेना।
आहार-नली (सं.) [सं-स्त्री.] (शरीर विज्ञान) शरीर के अंदर भोजन प्रविष्ट कराने वाली नली।
आहार-विहार (सं.) [सं-पु.] 1. रहन-सहन 2. भोजन, शयन, श्रम, मनोरंजन आदि प्रतिदिन के शारीरिक व्यवहार।
आहारिक (सं.) [वि.] आहार का; आहार से संबंधित। [सं-पु.] (जैन धर्म) आत्मा के पाँच प्रकार के शरीरों में से एक जो मनुष्य के आहार-विहार आदि का कर्ता और भोक्ता है।
आहारी (सं.) [वि.] 1. आहार लेने वाला; भोजन करने वाला 2. ग्रहण करने वाला 3. एकत्र करने वाला।
आहार्य (सं.) [वि.] 1. ग्रहण किया हुआ 2. लेने, लाने या छीनने योग्य 3. खाने योग्य; खाद्य 4. कृत्रिम; बनावटी 5. ऊपरी; अभिप्रेत 6. पूजा के योग्य 7. (नाट्यशास्त्र) अभिनय का एक प्रकार 8. (काव्यशास्त्र) एक प्रकार का अनुभाव जिसमें नायक-नायिका एक दूसरे का वेश धारण करते हैं।
आहिस्ता (फ़ा) [क्रि.वि.] धीरे; धीमे से; धीरे-धीरे; धीमी आवाज़ में।
आहुति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मंत्र पढ़कर देवता के लिए द्रव्य को अग्नि में डालना; होम; हवन 2. हवन में डालने की सामग्री 3. होमद्रव्य की वह मात्रा जो एक बार में यज्ञकुंड में डाली जाए 4. बलि 5. चुनौती। [मु.] -देना : बलिदान करना।
आहूत (सं.) [वि.] पुकारा हुआ; बुलाया हुआ; न्योता हुआ; आह्वान किया हुआ।
आहृत (सं.) [वि.] 1. आहरित; आहरण किया हुआ 2. छीना हुआ 3. लाया हुआ।
आह्निक (सं.) [वि.] 1. दिन का नियमित कार्य; नित्यकर्म 2. दैनिक धार्मिक कर्म या क्रियाएँ 3. एक दिन का कुल काम।
आह्लाद (सं.) [सं-पु.] हार्दिक ख़ुशी; प्रसन्नता; हर्षयुक्त पुलकन।
आह्लादकारी (सं.) [वि.] आह्लाद देने वाला; ख़ुशी देने वाला; जिससे मन आनंदित हो उठे (वस्तु, अनुभव)।
आह्लादन (सं.) [सं-पु.] आह्लादित करने की क्रिया या भाव; प्रसन्न करना; रंजन।
आह्लादित (सं.) [वि.] प्रसन्न; बहुत ख़ुश।
आह्लादी (सं.) [वि.] आह्लादित करने वाला।
आह्वान (सं.) [सं-पु.] 1. पुकारना; बुलाना 2. वह पत्र जिसमें विधिक रूप से किसी को आज्ञा देकर बुलाया जाता हो; सम्मन 3. किसी की ओर से बुलावा 4. देवता का आह्वान 5. ललकार; चुनौती।