उच्छरायसूचक (सं.) [सं-पु.] प्रगति सूचक; उत्थान सूचक।
उच्छल (सं.) [वि.] 1. लहराता हुआ; तरंगित 2. उछलता हुआ।
उच्छलित (सं.) [वि.] जो वेग से ऊपर उठता; उछलता या उमड़ता हो; तरंगित।
उच्छवासी (सं.) [वि.] कष्ट या दुख के कारण लंबी साँस भरने वाला; आह भरने वाला।
उच्छिन्न (सं.) [वि.] 1. कटा हुआ; खंडित 2. उखड़ा हुआ 3. काट; खोद या तोड़-फोड़कर नष्ट या ध्वस्त किया हुआ।
उच्छिष्ट (सं.) [वि.] 1 खाने के बाद बचाखुचा 2. परित्यक्त [सं-पु.] जूठन; जूठा अन्न।
उच्छुल्क [वि.] करमुक्त; जिसपर चुंगी न दी गई हो। [क्रि.वि.] बिना चुंगी या महसूल दिए।
उच्छू (सं.) [सं-पु.] गले में पानी आदि रुकने या अटकने से आने वाली खाँसी।
उच्छृंखल (सं.) [वि.] 1. मनमानी करने वाला; स्वेच्छाचारी 2. जो शृंखलाबद्ध या क्रम में न हो; अव्यवस्थित 3. जिसका अपने ऊपर नियंत्रण न हो 4. निरंकुश 5. किसी का दबाव न मानने वाला; अक्खड़; उद्दंड।
उच्छृंखलता (सं.) [सं-स्त्री.] उद्दंडता; स्वेच्छाचारिता; निरंकुशता।
उच्छेत्ता (सं.) [सं-पु.] नाशकर्ता; उच्छेद (नाश) करने वाला(व्यक्ति)। [वि.] नाश करने वाला; उच्छेदक।
उच्छेद (सं.) [सं-पु.] 1. जड़ से उखाड़ने की क्रिया या भाव 2. खंडन 3. उखाड़-पछाड़ 4. नष्ट करना; नाश।
उच्छ्वसन (सं.) [सं-पु.] 1. साँस लेना 2. गहरी; ठंडी या लंबी साँस लेना 3. आह भरना।
उच्छ्वास (सं.) [सं-पु.] 1. गहरी साँस; मन में कोई कष्ट या वेदना होने के कारण ली जाने वाली लंबी साँस 2. ग्रंथ का कोई अध्याय।
उछंग [सं-पु.] 1. गोद; अंक 2. हृदय; दिल।
उछल-कूद [सं-पु.] 1. बार-बार उछलने की क्रिया या भाव 2. हलचल 3. खेलकूद 4. चंचलता; अधीरता।
उछलना [क्रि-अ.] 1. तेज़ी से कूद पड़ना; ऊपर कूदना 2. नीचे ऊपर होना 3. वेग से ऊपर उठना और गिरना 4. उतराना; उभरना 5. अत्यंत प्रसन्नता में बार-बार कूदना।
उछाँटना [क्रि-स.] 1. कई वस्तुओं में से एक या कुछ वस्तुओं को छाँटना या निकालना 2. उखाड़ना; उपाटना।
उछाल (सं.) [सं-स्त्री.] 1. सहसा ऊपर उठने की क्रिया 2. उछलकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचने का भाव 3. छलाँग; चौकड़ी।
उछालना (सं.) [क्रि-स.] 1. ऊपर की ओर फेंकना 2. उछलने में प्रवृत्त करना 3. उजागर करना; प्रकाशित करना 4. {ला-अ.} किसी के नाम आदि को कलुषित करना; कलंकित करना।
उछाला [सं-पु.] 1. उल्टी; कै; वमन 2. उबाल।
उछाह [सं-पु.] 1. उत्साह; उमंग; चाव।
उजका [सं-पु.] पक्षियों आदि को डराने के लिए खेत में खड़ा किया जाने वाला पुतला; धोखा।
उजड़ना [क्रि-अ.] तबाह होना; बरबाद होना; वीरान हो जाना; बसे, हुए लोगों से खाली हो जाना।
उजड़वाना [क्रि-स.] 1. किसी को उजाड़ने में प्रवृत्त करना 2. नष्ट भ्रष्ट या तहस नहस करवाना 3. तबाह करवाना 4. वीरान करवाना।
उजड्ड [वि.] 1. निरंकुश; उद्दंड 2. असभ्य; गँवार।
उज़बक (तु.) [वि.] उजड्ड; गँवार; मूर्ख।
उजरत (अ.) [सं-स्त्री.] 1. एवज़ी 2. पारिश्रमिक; मज़दूरी।
उजला [वि.] 1. सफ़ेद; श्वेत; स्वच्छ; शुभ्र; निर्मल 2. चमकता हुआ; प्रकाशयुक्त।
उजलाना [क्रि-स.] प्रकाशित होना; प्रकाशित करना; साफ़ या निर्मल करना।
उजागर [वि.] 1. प्रकाशित 2. प्रकट करना; सामने लाना 3. कीर्तिशाली; प्रख्यात।
उजाड़ [सं-पु.] 1. उजड़ने की क्रिया या भाव 2. उजड़ा हुआ निर्जन स्थान; सब कुछ नष्ट होना; ऐसा स्थान जहाँ के निवासी दैवीय आपदा के कारण स्थान त्याग कर कहीं अन्यत्र चले गए हों 3. ध्वस्त या गिरा हुआ भवन 4. जंगल; बियाबान। [वि.] 1. आबादी हीन (निर्जन) स्थल 2. उजड़ा हुआ।
उजाड़ना (सं.) [क्रि-स.] 1. बसे हुए स्थान को निर्जन, वीरान कर देना 2. तोड़ना; ध्वस्त करना; नष्ट-भ्रष्ट करना 3. उखाड़ना; गिराना 4. सौंदर्यहीन, संपत्तिहीन कर देना।
उजाड़ू [वि.] 1. उजाड़ने वाला 2. बर्बाद करने वाला।
उजालदान [सं-पु.] रोशनदान; घर में रोशनी आने हेतु निर्मित सुराख़।
उजालना (सं.) [क्रि-स.] 1. प्रज्वलित करना; जलाना (दीपक आदि) 2. प्रकाशित करना 3. चमकाना; निखारना 4. (बरतन, आभूषण आदि) साफ़ करना।
उजाला (सं.) [सं-पु.] 1. प्रकाश रोशनी 2. सूर्य का प्रकाश; धूप 3. चाँदनी, ज्योत्स्ना, चंद्रिका।
उजास (सं.) [सं-पु.] 1. प्रकाश; उजाला 2. चमक 3. द्युति; कांति; आभा।
उजियारा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. प्रकाश 2. उजाला। [वि.] 1. उज्ज्वल 2. सफ़ेद 3. प्रकाशमान; चमकता हुआ।
उज्जल (सं.) [क्रि.वि.] 1. धारा या बहाव के प्रतिकूल 2. नदी के चढ़ाव की ओर; प्रवाह के उद्गम की ओर।
उज्जासन (सं.) [सं-पु.] 1. हत्या; वध 2. मारण।
उज्जीवन (सं.) [सं-पु.] 1. मरणासन्न होकर पुनः स्वस्थ होना 2. नवजीवन की प्राप्ति 3. मृत प्राय शरीर में पुनः प्राण संचारण।
उज्जीवी (सं.) [वि.] पुनः जीवन प्राप्त करने वाला; जिसे नवजीवन की प्राप्ति हुई हो।
उज्जैन (सं.) [सं-पु.] मध्य प्रदेश राज्य का एक प्राचीन शहर जहाँ विक्रमादित्य ने अपनी राजधानी बनाई थी; इस नगर से कवि कालिदास का संबंध था; उज्जैन में महाकालेश्वर का प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर है।
उज्ज्वल (सं.) [वि.] 1. साफ़; स्वच्छ; निर्मल 2. सफ़ेद 3. कांतिमान और सुंदर 4. जो जल कर प्रकाश दे रहा हो 5. चमकीला 6. प्रकाशमान; प्रदीप्त 7. खिला हुआ।
उज्ज्वलन (सं.) [सं-पु.] 1. प्रज्वलित करने की क्रिया या भाव; जलाना 2. कीर्ति या प्रकाश से युक्त करना 3. अच्छी तरह से साफ़ करके चमकाना 4. अग्नि; आग 5. स्वर्ण (सोना)।
उज्झड़ [वि.] 1. मनमौजी 2. झक्की 3. मूर्ख; बेवकूफ़।
उज्झन (सं.) [सं-पु.] पूर्णतः अलग कर देना; परित्याग।
उज़्र (अ.) [सं-पु.] 1. विरोध; आपत्ति; एतराज़ 2. विरोध में विनयपूर्वक कुछ निवेदन करना 3. क्षमा याचना।
उज़्रदार (अ.+फ़ा.) [वि.] विरोध या उज़्र करने वाला; आपत्तिकर्ता।
उज़्रदारी (अ.+फ़ा.) [सं-स्त्री.] 1. उज़्र या आपत्ति जताना 2. उज़्र जताने वाला मज़मून; आपत्तिपत्र।
उझकना [क्रि-अ.] 1. झाँकने, ताकने या देखने के लिए ऊँचा होना या सिर बाहर निकालना; उचकना 2. ऊपर उठना; उभरना; 3. चौंकना।