Hin Dict_K12 - हिंदी शब्दकोश - क12

कटखादक (सं.) [वि.] खाद्य-अखाद्य या भक्ष्याक्ष्य का विचार न करने वाला; अशुद्ध वस्तु को भी खा लेने वाला; सर्वभक्षी।
कट चाय (इं.+हिं.) [सं-स्त्री.] दुकानों पर चाय की प्रचलित मात्रा में कटौती करके दी जाने वाली चाय; आधा कप चाय।
कटड़ा [सं-पु.] भैंस का नर बच्चा; पाड़ा।
कटत [सं-स्त्री.] 1. कटने या कम होने की स्थिति 2. किसी चीज़ की बाज़ार में होने वाली खपत या बिक्री।
कटती [सं-स्त्री.] 1. कटौती; कमी 2. बिक्री; खपत 3. छँटाई।
कटन [सं-स्त्री.] 1. कटने अथवा काटे जाने की क्रिया या भाव 2. मकान की छत।
कटना [क्रि-अ.] 1. धारदार अस्त्र से किसी चीज़ का दो या अधिक भागों में विभाजित होना; काटा जाना 2. फ़सल की कटाई होना 3. समय का गुज़रना, बीतना या समाप्त होना 4. मिट जाना; नष्ट होना 5. दुराव रखना 6. किसी से मिलने से बचना या किसी का सामना न करना।
कटनास [सं-पु.] नीलकंठ; एक पक्षी जिसके डैने और कंठ नीले होते हैं।
कटनी [सं-स्त्री.] 1. काटने का यंत्र 2. फ़सल, वृक्ष, लकड़ी आदि काटने का पारिश्रमिक।
कटपीस (इं.) [सं-पु.] दाग या किसी अन्य ख़राबी के कारण कपड़े के नए थान में काँट-छाँट करने से थान से अलग हुए छोटे-छोटे नए टुकड़े।
कट पेस्ट (इं.) 1. कंप्यूटर में किसी सूचना या चित्र को एक फ़ाइल से काटकर दूसरी फ़ाइल में पेस्ट करने की तकनीक 2. {ला-अ.} तिकड़म; युक्ति।

कटफ़्लैश (इं.) [सं-पु.] (पत्रकारिता) पत्र-पत्रिकाओं में पृष्ठ के छोरों तक छपा चित्र।
कटभी (सं.) [सं-स्त्री.] ज्योतिष्मती अर्थात मालकँगनी नामक लता जिसके दानों का तेल दवा के काम आता है।
कटर1 (सं.) [सं-स्त्री.] एक प्रकार की घास।
कटर2 (इं.) [सं-पु.] 1. छोटी नाव; पनसुइया 2. जिससे कुछ काटा जाता हो 3. छोटा चाकू; हँसिया। [वि.] काटने वाला, जैसे- नेलकटर (नाख़ून काटने का उपकरण)।
कटरा [सं-पु.] 1. कोई छोटा चौकोर बाज़ार 2. भैंस का नर बच्चा; कटड़ा।
कटरिया [सं-पु.] धान की एक प्रजाति। [सं-स्त्री.] छोटी कटार या कटारी।
कटरी [सं-स्त्री.] 1. नदी के किनारे की वह दलदल जिसमें नरकट अर्थात पतली लंबी पत्तियों और गाँठयुक्त डंठल वाले पौधे उत्पन्न होते हैं 2. धान की फ़सल का एक रोग।
कटलरी (इं.) [सं-स्त्री.] चाकू, छुरी, काँटा आदि वस्तुएँ।
कटलेट (इं.) [सं-पु.] 1. तले हुए मांस के टुकड़े 2. मांस के कीमे का बना हुआ कबाब 3. मछली की टिकिया 4. उबले आलू में प्याज़, धनिया, हरी मिर्च आदि डालकर तवे पर थोड़े तेल में बनाई जाने वाली टिकिया।
कटवा [सं-पु.] 1. गले का गहना 2. एक तरह की मछली।
कटवाँ [वि.] 1. जो किसी पदार्थ या वस्तु से कटकर बना हो; जिसमें कटाई का काम हुआ हो; वह चीज़ जिसमें कटाव हो 2. वह सूद या ब्याज जो मूलधन देने पर शेष राशि पर लगे।
कटवाना [क्रि-स.] (सकर्मक क्रिया का द्वितीय प्रेरणार्थक रूप); किसी दूसरे को कोई चीज़ काटने को प्रेरित करना; कटाना।

कटशर्करा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. छोटी चटाई या चटाई का टुकड़ा 2. एक तरह का पौधा।
कटसरैया [सं-स्त्री.] अड़से की प्रजाति का वह कँटीला पौधा जिसपर रंग-बिरंगे फूल लगते हैं।
कटहल [सं-पु.] 1. एक प्रसिद्ध वृक्ष जिसपर लगने वाले फल लंबे गोलाईदार होते हैं तथा उनका छिलका कड़ा और काँटेदार होता है 2. उक्त वृक्ष का फल जिससे सब्ज़ी और अचार बनाया जाता है।
कटहा [वि.] 1. कटखना; जिसे काटने की आदत हो (जानवर) 2. काटने वाला 3. {ला-अ.} जल्दी भड़क उठने वाला (व्यक्ति)।
कटा [सं-स्त्री.] 1. काटने की क्रिया या भाव 2. हत्या; वध 3. हमला; चोट; मारकाट 4. आपस की भयंकर लड़ाई 5. सामूहिक नरसंहार।
कटाई [सं-स्त्री.] 1. पकी हुई फ़सल को काटने की क्रिया 2. काटने की मज़दूरी 3. किसी चीज़ के कटने या काटने का भाव।
कटाकट [सं-पु.] 'कटकट' की ध्वनि या आवाज़।
कटाकटी [सं-स्त्री.] 1. आपस की मार काट 2. हत्या; ख़ूनख़राबा।
कटाकु (सं.) [सं-पु.] पक्षी विशेष।
कटाक्ष (सं.) [सं-पु.] 1. तिरछी नज़र से देखने का भाव; चितवन 2. किसी के संदर्भ में कही जाने वाली व्यंग्योक्ति; आक्षेप; तंज़; 3. आँखों के नीचे सुंदरता के लिए खींची जाने वाली काली धारियाँ।
कटाक्षिक (सं.) [वि.] कटाक्ष से युक्त; कटाक्षपूर्ण; जिसमें कटाक्ष हो।
कटाग्नि (सं.) [सं-स्त्री.] कट या सरकंडे की अग्नि; तिनके या घास-फूस की आग।

कटान [सं-स्त्री.] 1. काटने की क्रिया; कटाई 2. काटने का ढंग।