Hin Dict_K20 - हिंदी शब्दकोश - क20

कनफुँका [वि.] 1. कान में मंत्र फूँककर दीक्षा देने का व्यवसाय करने वाला 2. जिसने उक्त प्रकार के व्यक्ति से दीक्षा ली हो।
कनफूल [सं-पु.] 1. कान में पहनने वाला फूल के आकार का एक आभूषण; तरवन 2. कर्णफूल।
कनमनाना [क्रि-अ.] 1. किसी की आहट मिलने पर शरीर में अचानक हरकत होना 2. किसी बात के विरुद्ध हलका प्रतिकार करना या करने की चेष्टा करना 3. सोने की अवस्था में कुछ हिलना-डुलना।
कनरस [सं-पु.] 1. एकाग्रचित्त होकर गीत-संगीत या भाषण आदि सुनने की प्रवृत्ति 2. उक्त से प्राप्त आनंद।
कनरसिया [सं-पु.] 1. वह व्यक्ति जिसे गीत-संगीत सुनने का शौक हो 2. गीत-संगीत प्रिय व्यक्ति।
कनसार [सं-पु.] ताम्रपत्र पर बेल-बूटे या लेख आदि खोदने वाला व्यक्ति।
कनसाल [सं-पु.] चारपाई के पायों के वे छेद जो छेदते समय कुछ तिरछे हो जाएँ और जिनके तिरछेपन के कारण चारपाई में कनेव या तिरछापन आ जाए।
कनस्तर (इं.) [सं-पु.] टीन का बना हुआ चौकोर आकार का एक पात्र जिसमें घी, तेल, आटा आदि रखा जाता है; पीपा।
कनागत (सं.) [सं-पु.] अश्विन (क्वार) माह का कृष्णपक्ष जिसमें हिंदू अपने पितरों का श्राद्ध करते हैं; पितृपक्ष।
कनात (तु.) [सं-स्त्री.] मोटे कपड़े का वह परदा जिससे किसी स्थान को ढका और घेरा जाता है।
कनिक (सं.) [सं-स्त्री.] 1. गेहूँ 2. गेहूँ का आटा।

कनियाना [क्रि-अ.] 1. आँख बचाकर निकल जाना; कतराना 2. पतंग का एक ओर झुकना; कन्नी खाना। [क्रि-स.] शिशु को गोद में लेकर उसका सिर अपने कंधे से लगाना।
कनिष्क [सं-पु.] कुषाण वंश के एक प्रसिद्ध राजा।
कनिष्ठ (सं.) [वि.] 1. वय या उम्र में छोटा 2. पद, मर्यादा आदि में छोटा; (जूनियर) 3. 'ज्येष्ठ' का विलोम 4. तुच्छ; हीन।
कनिष्ठा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. कानी उँगली; हाथ की सबसे छोटी उँगली 2. कई पत्नियों में से वह जो सबसे अंत में ब्याही गई हो।
कनी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी चीज़ का बहुत छोटा टुकड़ा; कणिका 2. हीरे का छोटा टुकड़ा 3. चावल का टुकड़ा 4. पकाए हुए चावल का वह अंश जो पूरी तरह से पका न हो।
कनीज़ (फ़ा.) [सं-स्त्री.] 1. दासी; लौंडी 2. परिचारिका; सेविका; नौकरानी।
कनेक्शन (इं.) [सं-पु.] 1. दो वस्तुओं या तारों का संयोजन बिंदु; जोड़ 2. दो या अधिक व्यक्तियों या वस्तुओं में संबंध; मेल; संयोजन।
कनेठी [सं-स्त्री.] 1. कान मरोड़ने की क्रिया या भाव 2. कान मरोड़ने की सज़ा।
कनेर (सं.) [सं-पु.] 1. नुकीली तथा लंबी पत्तियों वाला एक प्रसिद्ध वृक्ष 2. उक्त वृक्ष में लगने वाले सफ़ेद, पीले, लाल आदि रंग के फूल।
कनोखा [वि.] कुछ तिरछा देखने वाला; कनखियों से देखने वाला।
कनौजिया [सं-पु.] 1. कन्नौज का रहने वाला व्यक्ति; कन्नौज का निवासी 2. कान्यकुब्ज ब्राह्मण। [वि.] कन्नौज का; कन्नौज से संबंधित।

कनौड़ [सं-स्त्री.] 1. खंडित होने की अवस्था या भाव 2. संकोच; लज्जा 3. कलंक 4. तुच्छता; हीनता।
कनौड़ा [वि.] 1. जिसकी एक आँख ख़राब हो; काना 2. जिसका कोई अंग खंडित हो; अपंग 3. कलंकित; निंदित 4. लज्जित; संकुचित 5. अहसानमंद; दबैल 6. तुच्छ; हीन 7. दुर्बल; असमर्थ।
कनौती [सं-स्त्री.] 1. कान में पहनने की बाली 2. पशुओं के कान 3. घोड़ों के कान उठाए रखने का ढंग।
कन्ना (सं.) [सं-पु.] 1. छोर; किनारा; कोर 2. पतंग के बीच में बाँधा जोने वाला डोरा 3. चावल के बहुत छोटे टुकड़े 4. पौधों में लगने वाला एक रोग।
कन्नी [सं-स्त्री.] 1. सिरा; किनारा 2. पतंग का किनारा 3. पतंग में बाँधी जाने वाली धज्जी 4. कोंपल; पेड़ों का नया कल्ला। [मु.] -खाना : उड़ते समय पतंग का एक ओर झुकते जाना।
कन्नौजी [सं-स्त्री.] कन्नौज में बोली जाने वाली भाषा का नाम। [वि.] कन्नौज संबंधी; कन्नौज की।
कन्फ़र्म (इं.) [सं-पु.] 1. पक्का; पुष्ट 2. निश्चित; प्रमाणित।
कन्फ़्यूज़्ड (इं.) [सं-पु.] भ्रमित; दुविधाग्रस्त; चकराया हुआ; उलझा हुआ; अस्पष्ट।
कन्या (सं.) [सं-स्त्री.] 1. क्वाँरी या अविवाहित लड़की 2. बेटी; पुत्री 3. बारह राशियों में से छठी राशि विशेष।
कन्याकुमारी (सं.) [सं-स्त्री.] दक्षिण का रामेश्वरम के निकट का एक अंतरीप; कुमारी अंतरीप।
कन्यादान (सं.) [सं-पु.] 1. (हिंदू) विवाह में वर को कन्या देने की एक रीति, रस्म या प्रथा 2. माता-पिता द्वारा विवाह में वर को कन्या सौंपना।
कन्वर्जेंस (इं.) [सं-पु.] मीडिया अभिशरण/सम्मिलन।

कन्हाई (सं.) [सं-पु.] 1. कृष्ण 2. कन्हैया; कान्हा।