करवीर (सं.) [सं-पु.] 1. कनेर का पेड़ एवं उसका फूल 2. तलवार।
कर-व्यवस्था (सं.) [सं-स्त्री.] 1. राजस्व, कर या टैक्स की व्यवस्था 2. जनता से राजस्व के रूप में धन वसूलने की व्यवस्था।
करसंपुट (सं.) [सं-पु.] 1. हथेली की अंजुली 2. विनीत भाव से हाथ जोड़ने की मुद्रा।
करसपांडेंट (इं.) [सं-पु.] संवाददाता; समाचार दाता; विभिन्न क्षेत्रों और गतिविधियों की सूचनाएँ इकट्ठी कर समाचार भेजने वाला व्यक्ति।
करसर (इं.) [सं-पु.] कंप्यूटर, मोबाइल आदि की स्क्रीन पर दिखाई देनेवाला एक छोटा चिह्न जो यह दिखाता है कि प्रयोगकर्ता किस स्थान बिंदु पर है; प्रसंकेतक।
करसी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. उपला; कंडा 2. सूखा गोबर 3. उपले की आग 4. उपले की राख।
करह (सं.) [सं-पु.] पुष्पकलिका; फूल की कली।
करहाट (सं.) [सं-पु.] 1. कमल की नाल; भसींड़ 2. कमल का छत्ता।
कराँकुल (सं.) [सं-पु.] जलाशयों के किनारे रहने वाला कूँज नामक पक्षी; क्रौंच पक्षी।
कराँत [सं-पु.] लकड़ी चीरने का आरा।
कराँती [सं-पु.] कराँत या आरा चलाने वाला व्यक्ति। [सं-स्त्री.] लकड़ी चीरने की छोटी आरी।
कराई [सं-स्त्री.] 1. काम करने या कराने की क्रिया या भाव 2. पारिश्रमिक 3. अरहर, उड़द आदि की भूसी।
कराघात (सं.) [सं-पु.] हाथ से किया हुआ आघात; हाथ का प्रहार; वार।
करात (इं.) [सं-पु.] चार ग्रेन की एक तौल जो सोना या जवाहरात आदि तौलने के काम आती है; (कैरेट)।
कराधिकारी (सं.) [सं-पु.] कर वसूलने वाला अधिकारी।
कराना [क्रि-स.] 1. किसी से कोई काम लेना 2. ऐसा उपाय करना जिससे कि कोई व्यक्ति कुछ काम करे 3. निपटाना; करवाना।
कराबत (अ.) [सं-स्त्री.] 1. नज़दीकी; समीपता 2. नाता; रिश्ता; संबंध।
कराबा (अ.) [सं-पु.] 1. काँच का बना हुआ सुराही के आकार का पात्र जिसमें अर्क आदि तरल पदार्थ रखे जाते हैं 2. शराब की सुराही 3. बहुत बड़ी बोतल।
कराबीन (तु.) [सं-स्त्री.] एक प्रकार की छोटी बंदूक।
करामत (अ.) [सं-स्त्री.] 1. बड़प्पन; बुज़ुर्गी; प्रतिष्ठा 2. महत्ता 3. अनुग्रह; कृपा; नवाज़िश 4. चमत्कार; सिद्धि।
करामात (अ.) [सं-स्त्री.] 1. कोई अद्भुत या अलौकिक कार्य; अचरज भरी बात; सिद्धि 2. चमत्कार।
करामाती (अ.) [सं-पु.] 1. जादूगर; ऐंद्रजालिक 2. सिद्ध पुरुष। [वि.] 1. करामात संबंधी 2. करामात दिखलाने वाला; चमत्कार करने वाला 3. जिसमें करामात हो।
करायल (सं.) [सं-पु.] तेल मिली हुई राल। [सं-स्त्री.] कलौंजी; किरायता; मँगरैला। [वि.] जिसका रंग थोड़ा काला हो।
करार (अ.) [सं-पु.] 1. ठहराव; स्थिरता 2. प्रतिज्ञा; वायदा; इकरार 3. धीरज; तसल्ली; संतोष 4. चैन; आराम।
क़रार (अ.) [सं-पु.] उर्दू उच्चारणानुसार वर्तनी (दे. करार)।
करारा [वि.] 1. तेज़; तीक्ष्ण 2. कड़ा; कठोर, जैसे- करारा जवाब 3. तीखा 4. दृढ़ 5. अधिक सिका हुआ; कुरकुरा।
करारी (अ.) [वि.] जिसके संबंध में करार हुआ हो, जैसे- मकान ख़रीदने या बेचने की करारी।
करारोप (सं.) [सं-पु.] कर या टैक्स लगाना।
कराल (सं.) [सं-पु.] 1. राल मिला हुआ तेल 2. दाँतों का एक रोग। [वि.] 1. बड़े-बड़े दाँतों वाला 2. भीषण और डरावनी आकृति वाला 3. बहुत ऊँचा।
कराला (सं.) [सं-स्त्री.] 1. (पुराण) दुर्गा या चंडी का एक नाम 2. अनंत मूल; सारिवा।
करालिका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. कराला 2. चंडी या दुर्गा।
कराली (सं.) [सं-स्त्री.] 1. दुर्गा; चंडी 2. अग्नि की एक जिह्वा।
कराव [सं-पु.] विधवा स्त्री से किया जाने वाला विवाह; विधवा विवाह।
करावल (तु.) [सं-पु.] 1. घुड़सवार सैनिक 2. पहरेदार; संतरी 3. विपक्षी का भेद लाने वाला सैनिक या सैन्य दल।
करावा [सं-पु.] एक प्रकार का विवाह या सगाई; विधवा स्त्री से किया जाने वाला विवाह।
कराह [सं-स्त्री.] 1. कराहने की क्रिया या भाव 2. कराहने से उत्पन्न होने वाली ध्वनि 3. पीड़ा में निकलने वाली तीखी आह।
कराहत (अ.) [सं-स्त्री.] वीभत्स दृश्य या वस्तु को देखने के उपरांत होने वाली नफ़रत; घृणा।
कराहना [क्रि-अ.] 1. आंतरिक पीड़ा में मुँह से ध्वनि का निकलना 2. आह-आह करना।
करिका (सं.) [सं-स्त्री.] नाखून की खरोंच से शरीर में होने वाला घाव।