Hin Dict_K32 - हिंदी शब्दकोश - क32

कर्णमृदंग (सं.) [सं-पु.] कान के भीतर की चमड़े की वह झिल्ली जो मृदंग के चमड़े की तरह हड्डियों पर कसी रहती है; कान का परदा; कर्णपटह।
कर्णलता (सं.) [सं-स्त्री.] कान के नीचे का लटकता हुआ भाग; कर्णपाली; कर्णलतिका।
कर्णवेध (सं.) [सं-पु.] हिंदुओं में प्रचलित सोलह संस्कारों में से एक; कान में आभूषण पहनने तथा स्वास्थ्य रक्षा के लिए किया जाने वाला एक संस्कार जिसमें कान छेदा जाता है; कर्णछेदन।
कर्णहीन (सं.) [वि.] जो बिना कानों का हो; कर्णरहित। [सं-पु.] साँप।
कर्णातीत (सं.) [वि.] जिसे सुना न जा सके।
कर्णाभूषण (सं.) [सं-पु.] कान में पहना जाने वाला आभूषण; कुंडल।
कर्णावर्त (सं.) [सं-पु.] कान के अंदर का एक अंग जो सर्पाकार होता है।
कर्णिका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. कान में पहनने का एक आभूषण; कर्णफूल 2. हाथ के बीच की उँगली 3. कमल का छत्ता 4. लेखनी; कलम 5. अरनी का पेड़ 6. सफ़ेद गुलाब; सेवती 7. हाथी की सूँड़ की नोक 8. एक प्रकार का योनि रोग।
कर्णिकार (सं.) [सं-पु.] 1. कनकचंपा का पेड़ और फूल 2. एक तरह का अमलतास।
कर्णी (सं.) [सं-स्त्री.] फल वाला बाण या तीर। [वि.] 1. कान वाला 2. बड़े-बड़े कान वाला 3. जिसमें पतवार लगी हो।
कर्णेजप (सं.) [सं-पु.] 1. चुगली करने वाला व्यक्ति; चुगलख़ोर 2. भेद बताने वाला।

कर्तक (सं.) [सं-पु.] किसी चीज़ को काटने का उपकरण। [वि.] काटने या कतरने वाला।
कर्तन (सं.) [सं-पु.] 1. काटने या कतरने की क्रिया या भाव; काटना या कतरना 2. सूत कातना 3. किसी समाचार को आवश्यकतानुरूप काटना अथवा छोटा करना; (क्लिप)।
कर्तनी (सं.) [सं-स्त्री.] काटने या कतरने का उपकरण; कतरनी; कैंची।
कर्तरी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. कतरनी; कैंची 2. छुरी 3. कटार 4. नृत्य का एक प्रकार 5. ताल देने का एक प्रकार का पुराना वाद्य यंत्र 6. (ज्योतिष) एक प्रकार का योग 7. बाण का वह भाग जहाँ पंख लगाया जाता है।
कर्तव्य (सं.) [सं-पु.] 1. वह कार्य जो किया जाना चाहिए; करने योग्य कार्य 2. कार्य जो नैतिक और धार्मिक रूप से आवश्यक हो 3. कानून या विधि की दृष्टि से आवश्यक कार्य 4. उचित कर्म; फ़र्ज़।
कर्तव्यच्युत (सं.) [वि.] 1. कर्तव्य नहीं करने वाला 2. जो अपने कर्तव्य से हट चुका हो।
कर्तव्यनिष्ठ (सं.) [वि.] 1. कर्तव्य करने में निपुण 2. कर्तव्य निभाने की निष्ठावाला।
कर्तव्यपरायण (सं.) [वि.] कर्तव्य के प्रति आदर-भाव।
कर्तव्यपालन (सं.) [सं-पु.] 1. ज़िम्मेदारी का निर्वाह करना 2. कर्तव्य पूरा करना।
कर्तव्यविमूढ़ (सं.) [वि.] 1. जिसे अपने कर्तव्य का ज्ञान न हो 2. जो घबराहट या उलझन के कारण अपना कर्तव्य निश्चित न कर पा रहा हो।

कर्ता (सं.) [सं-पु.] 1. काम करने वाला 2. सब कुछ रचने वाला 3. ईश्वर; विधाता। [वि.] 1. करने या बनाने वाला 2. क्रिया करने वाला; जिससे क्रिया का संबंध हो।
कर्ताधर्ता (सं.) [सं-पु.] 1. सब कुछ करने-धरने वाला व्यक्ति 2. सब कुछ करने के लिए अधिकार प्राप्त व्यक्ति 3. किसी कार्य का पूर्ण ज़िम्मेदारी से संचालन करने वाला व्यक्ति।
कर्तार (सं.) [सं-पु.] 1. कर्ता 2. ईश्वर; विधाता 3. करतार।
कर्तित (सं.) [वि.] 1. कटा हुआ 2. विसंयुक्त; वियुत 3. वियोजित 4. संक्षिप्त।
कर्तृक (सं.) [सं-पु.] कर्मचारियों या कार्यकर्ताओं का समूह; (स्टाफ़)। [वि.] 1. निर्मित किया हुआ 2. पूर्ण या संपादित किया हुआ।
कर्तृत्व (सं.) [सं-पु.] 1. कर्ता होने की अवस्था, गुण, धर्म या भाव 2. कार्य 3. क्रिया।
कर्तृवाचक (सं.) [वि.] (व्याकरण) कर्ता का बोध कराने वाला (शब्द या पद)।
कर्तृवाच्य (सं.) [सं-पु.] व्याकरण में क्रिया के विचार से वाच्य के तीन रूपों में से एक जो इस बात का सूचक है कि जो कुछ कहा गया है, वह कर्ता की प्रधानता के विचार से है; (ऐक्टिव वॉयस), जैसे- राम पुस्तक पढ़ता है।
कर्दम (सं.) [सं-पु.] 1. कीच; कीचड़ 2. मैल; कूड़ा 3. {ला-अ.} पाप 4. छाया।
कर्दमित (सं.) [वि.] कीचड़युक्त; कीचड़ से लथपथ।
कर्नल (इं.) [सं-पु.] 1. सेना का एक बड़ा अफ़सर 2. सैनिक अधिकारी का एक पद।
कर्पट (सं.) [सं-पु.] 1. पुराना, चिथड़ा या फटा हुआ कपड़ा 2. कपड़े का टुकड़ा या पट्टी 3. मटीला या लाल रंग का परिधान 4. (पुराण) एक पर्वत।

कर्पटी (सं.) [सं-पु.] 1. जो फटे-चिथड़े कपड़े पहनता हो 2. भिखारी।