10 Class SL Hindi - Baraste Badal - 2 ( बरसते बादल - 2 )( తెలుగు వివరణతో ) AP Telangana State Boards

10 Class SL Hindi - Baraste Badal - 2 ( बरसते बादल - 2 )( తెలుగు వివరణతో )



रिमझिम-रिमझिम क्या कुछ कहते बूँदों के स्वर,
रोम सिहर उठते छूते वे भीतर अंतर।
धाराओं पर धाराएं झरती धरती पर,
रज के कण-कां में तृण-तृण को पुलकावलि थर।।
पकड़ वारि की धार झूलता है मेरा मन,
आओ रे सब मुझे घेर कर गाओ सावन।
इंद्रधनुष के झूले में झूलें मिल सब जन,
फिर-फिर आये जीवन में सावन मनभावन।।

शब्दार्थ - Meanings covered in these Poems

रिमझिम,कहना,बूँद,स्वर,रोम,सिहर उठना,भीतर,अंतर,
धारा,झरना,धरती,रज,कण,तृण,थर,पुलकावलि,
पकड़ना,वारि,धार,झूलना,मन,घेरना,गाना,सावन,
इंद्रधनुष,झूला,जन,फिर - फिर ,जीवन,मनभावन,

भाषा की बात

पर्यायवाची शब्द

* तरु,* गगन,* घन,* बिजली, दिन,तम,मोर,
गण,धारा,झरना,धरती,तृण,दिन,तम,दादुर,वारि,जन

तत्सम रूप & तत्भव रूप

सावन,सपना,सूरज
गण,वारि,चंद्र

वचन बदलना

धरती,मेघ,सपना,तरु,झिल्ली,बूँद,झूला ,धारा

विलोम शब्द

गिरना,दिन ,जागना,सुख,उठना,भीतर,जीवन,धरती

समास

चातक गण,सोन बालक, आर्द - सुख, तृण - तृण