Hin Dict_a18 - हिंदी शब्दकोश - अ18


अट [सं-स्त्री.] 1. शर्त 2. प्रतिबंध 3. बाधा; रुकावट।
अटक (सं.) [सं-स्त्री.] 1. संकोच; हिचक 2. ऐसी स्थिति जिसमें आगे न बढ़ा जा सके; अड़चन; रुकावट।
अटकना [क्रि-अ.] 1. फँस जाना 2. रुक जाना 3. बोलने में अवरोध होना।
अटकल (सं.) [सं-स्त्री.] अनुमान; अंदाज़; तुक्का। [मु.] -लड़ाना : अनुमान लगाना।
अटकलपच्चू [सं-पु.] जो महज अनुमान या अंदाज़ के आधार पर बात करता हो। [वि.] केवल अटकल या अनुमान से सोचा या कहा हुआ।
अटकलबाज़ी [सं-स्त्री.] अनुमान लगाने की क्रिया या भाव।
अटका [सं-पु.] 1. बाधा; कठिनाई 2. जगन्नाथ जी को चढ़ाया हुआ भात या दक्षिणा 3. कठिनाई; बाधा; अटक 4. कमी। [मु.] -रहना : किसी काम या बात का रुका रहना; ठहरना।
अटकाऊ [वि.] 1. अटकाने वाला 2. बाधा या रुकावट डालने वाला; बाधक।
अटकाना [क्रि-स.] 1. फँसाना; टिकाना 2. लटकाना; अवरुद्ध करना 3. अड़ंगा या बाधा उत्पन्न करना 4. किसी कार्य को पूर्ण होने से रोकना।
अटकाव [सं-पु.] 1. फँसाव; उलझाव 2. विलंब 3. रोक; रुकावट 4. बाधा; अड़चन।
अटन (सं.) [सं-पु.] 1. घूमने-फिरने की क्रिया या भाव 2. यात्रा; सफ़र; भ्रमण।
अटना (सं.) [क्रि-अ.] 1. पूरा पड़ना; काफ़ी होना 2. घूमना; फिरना 3. यात्रा करना; भ्रमण करना।
अटपटा [वि.] 1. विचित्र; ऊटपटाँग 2. असहज; अस्वाभाविक।
अटपटाना [क्रि-अ.] 1. अटकना 2. लड़खड़ाना 3. संकोच करना; घबराना।
अटपटी [सं-स्त्री.] 1. विचित्र; अजीब 2. नियम और रीति विरुद्ध।
अटर्नी (इं.) [सं-पु.] वकील; अधिवक्ता; नियमानुसार अधिकार प्राप्त अधिवक्ता; अदालत में वादी या प्रतिवादी का प्रतिनिधित्व करने वाला।
अटल [वि.] 1. दृढ़; दृढ़निश्चयी 2. पक्का; निश्चित; अवश्यंभावी 3. अचल; स्थिर।
अटलांतक (इं.) [सं-पु.] 1. अफ्रीका, यूरोप के पश्चिमी तट से अमेरिका के पूर्वी तट तक विस्तृत महासमुद्र; (अटलैंटिक)।
अटवी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. जंगल; वन 2. मैदान।
अटा [सं-स्त्री.] 1. अटारी 2. भ्रमण करने की क्रिया, भाव या वृत्ति; पर्यटन; संन्यासियों की घूमने की आदत।
अटाटूट (सं.) [वि.] 1. बहुत अधिक 2. ऊँचा या भारी। [क्रि.वि.] 1. बिलकुल 2. एकदम से।
अटारी [सं-स्त्री.] 1. घर के ऊपर वाला कमरा; कोठा 2. दो या अधिक मंज़िलों वाला मकान; अट्टालिका।
अटार्नी (इं.) [सं-पु.] न्यायवादी।
अटाला (सं.) [सं-पु.] 1. सामान; असबाब 2. ढेर; राशि; अंबार 3. कसाइयों की बस्ती 4. मुहल्ला।
अटित (सं.) [वि.] 1. घुमावदार 2. (नगर) जिसमें बहुत से अटारी या बहुमंजिला मकान हों।
अटूट (सं.) [वि.] 1. न टूटने वाला; अखंडित 2. अनवरत 3. पक्का; दृढ़।
अटेंड (इं.) [सं-पु.] 1. उपस्थित होना 2. शामिल होना 3. देख-भाल करना; सेवा करना।
अटेंशन (इं.) [सं-पु.] ध्यान। [क्रि.वि.] सावधान; सतर्क।
अटेरन [सं-पु.] 1. सूत की आँटी या लच्छी बनाने का लकड़ी का यंत्र 2. नए घोड़ों को दौड़ने का अभ्यास कराने हेतु उन्हें एक गोले में चक्कर लगवाना 3. कुश्ती का एक दाँव।
अटेरना [क्रि-स.] अटेरन से सूत की आँटी बनाना।
अटेस्ट (इं.) [सं-पु.] सत्यापन; अभिप्रमाणन।
अटैक (इं.) [सं-पु.] 1. हमला; आक्रमण 2. आघात; प्रहार 3. किसी बात या कार्य पर सख़्त आपत्ति या आलोचना।
अटैची (इं.) [सं-स्त्री.] छोटा सूटकेस; कपड़ा आदि रखने की पेटी; छोटा बक्सा; (ब्रीफ़केस)। [सं-पु.] संबद्ध कर्मचारी; सहचारी; (अताशे)।
अटैच्ड (इं.) [वि.] 1. जुड़ा हुआ; संबद्ध 2. नत्थी।
अट्ट (सं.) [सं-पु.] 1. अटारी; कोठा 2. बड़ा मकान; भवन 3. बाज़ार; हाट 4. भात 5. रेशमी वस्त्र। [वि.] 1. ऊँचा; उच्च 2. अधिक 3. शुष्क; सूखा 4. निरंतर।
अट्टक (सं.) [सं-पु.] 1. कोठा 2. ऊँचा मकान; महल; प्रासाद 3. अटारी।
अट्टसट्ट [वि.] 1. ऊटपटाँग; अंडबंड; व्यर्थ; निरर्थक। [सं-पु.] निरर्थक बात।
अट्टहास (सं.) [सं-पु.] ज़ोर की हँसी; ठहाका।
अट्टालिका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अटारी; कोठा; महल 2. किसी ऊँची इमारत का सबसे ऊपरी कक्ष।
अट्टी [सं-स्त्री.] 1. अटेरन पर लपेटा हुआ सूत या ऊन 2. लच्छा; पूला।
अट्ठा (सं.) [सं-पु.] 1. आठ का समूह 2. आठ बूटियोंवाला ताश का पत्ता 2. आठ कौड़ियों का समूह।
अट्ठाईस (सं.) [वि.] संख्या '28' का सूचक।
अट्ठावन (सं.) [वि.] संख्या '58' का सूचक।
अठ (सं.) आठ का संक्षिप्त रूप जो यौगिक शब्दों के आरंभ में लगता है, जैसे- अठमासा; अठवारा।
अठखेली (सं.) [सं-स्त्री.] 1. शोखी; चुलबुलापन; चपलता 2. आनंदक्रीड़ा; किलोल 3. अल्हड़पन; मस्ती और ठसक भरी चाल 4. मौज-मस्ती में की गई छेड़छाड़। [मु.] अठखेलियाँ करना : किलोल करना; इतराकर नाज़ के साथ चलना।
अठगुना [वि.] किसी चीज़ या भाव की प्रदत्त मात्रा और उसे आठ बार दोहराए जाने से बने योग वाला।
अठन्नी [सं-स्त्री.] 1. रुपए का आधा भाग 2. आठ आने या पचास पैसे का सिक्का।
अठमासा (सं.) [वि.] 1. जो आठ महीने का हो 2. जो गर्भ से आठ महीने में उत्पन्न हुआ हो। [सं-पु.] 1. सीमांत संस्कार 2. वह खेत जिसमें आषाढ़ से माघ तक फ़सल रहती है।
अठलाना [क्रि-अ.] 1. ऐंठ दिखलाना; इतराना 2. नखरा करना; चोचला करना 3. मस्ती दिखाना; मदोन्मत्त होना 4. जान-बूझकर अनजान बनना।
अठवारा [सं-पु.] आठ दिन का समय।
अठहत्तर (सं.) [वि.] संख्या '78' का सूचक।
अठान [सं-पु.] 1. अनुचित हठ ठानने की क्रिया या भाव 2. दुराग्रह 3. झगड़ा 4. वैर; शत्रुता 5. शरारत; पाजीपन।
अठानवे (सं.) [वि.] संख्या '98' का सूचक।
अठाना [क्रि-अ.] 1. अनुचित हठ ठानना 2. सताना; पीड़ित करना; तंग या परेशान करना।
अठारह [वि.] संख्या '18' का सूचक।
अठारहवाँ [वि.] क्रमिक रूप से अठारह के स्थान पर चिह्नित।
अठासी (सं.) [वि.] संख्या '88' का सूचक।
अड़ (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अड़ने की क्रिया या भाव; रुकावट 2. नाका; बाँध 3. हठ; जिद। [मु.] -जाना : किसी बात की ज़िद या हठ पकड़ लेना।
अड़ंगा [सं-पु.] 1. बाधा; रुकावट; अड़चन; अवरोध; अटकाव 2. कुश्ती का एक पेंच। [मु.] -डालना : कार्य में अड़चन डालना।
अड़ंगेबाज़ (हिं+फ़ा.) [सं-पु.] 1. वह जो दूसरों के कामों में अड़ंगा लगाया करता हो 2. बाधक; रुकावट डालने वाला व्यक्ति।
अड़ंगेबाज़ी (हिं+फ़ा.) [सं-स्त्री.] अड़ंगा लगाने की क्रिया या भाव 2. अवरोध या रुकावट डालने की क्रिया।
अडंड (सं.) [वि.] 1. जिसे दंड न दिया जा सके 2. जो दंडनीय न हो; अदंड्य 3. जिसे कर या टैक्स न देना पड़ता हो।
अडग [वि.] आगे कदम या डग न बढ़ाने वाला; स्थिर; अडिग।
अड़गड़ा [सं-पु.] 1. बैल-गाड़ियों आदि के ठहरने का स्थान 2. घोड़ों, बैलों आदि के बिकने का स्थान।
अड़चन [सं-स्त्री.] 1. बाधा; रुकावट; विघ्न 2. कठिनाई; मुश्किल।
अड़तल [सं-स्त्री.] 1. दुराग्रही; हठी 2. आड़; ओट 3. शरण 4. बहाना।
अड़तालीस [वि.] संख्या '48' का सूचक।
अड़तीस [वि.] संख्या '38' का सूचक।
अड़न [सं-स्त्री.] 1. अड़ने की क्रिया या भाव 2. हठ; ज़िद 3. खड़े होने या बैठने की स्थिति।
अड़ना (सं.) [क्रि-अ.] 1. ज़िद करना; हठ करना; टस से मस न होना 2. किसी वस्तु आदि का दरवाज़े आदि में अटक जाना; बाधित होना 3. मुकाबला करना; झेलना 4. किसी स्थान या बात पर अवरोध बन कर खड़े हो जाना।
अड़बल [वि.] 1. हठी; ज़िद्दी 2. अड़ियल।
अड़सठ (सं.) [वि.] संख्या '68' का सूचक।
अड़हुल [सं-पु.] एक लाल खूबसूरत फूल; गुड़हल; देवीफूल; जवाकुसुम।
अड़ान [सं-पु.] 1. अड़ने की अवस्था या भाव 2. अड़ने, ठहरने या रुकने का स्थान 3. पड़ाव।
अड़ाना [क्रि-स.] 1. टिकाना; ठहराना; रोकना; अटकाना 2. टेकना; डाट लगाना 3. उलझाना; बाधा या विघ्न उपस्थित करना 4. ठूसना; भरना। [सं-पु.] 1. एक प्रकार का राग 2. वह लकड़ी जिससे कोई वस्तु टिकाते हैं; डाट; चाँड़।
अड़ार (सं.) [सं-पु.] 1. राशि; ढेर; समूह 2. लकड़ी या ईंधन की दुकान 3. तट; किनारा। [वि.] टेढ़ा; तिरछा।
अडिग [वि.] 1. अपने स्थान से न डिगने या हटने वाला 2. अटल; अचल 3. धीर; संकल्पशील 4. अपनी प्रतिज्ञा से पीछे न हटने वाला।
अडिगता [सं-स्त्री.] 1. दृढ़ता 2. बरकरारी; कायम रहने का भाव 3. ज़िद्दीपन 4. कट्टरता।
अड़ियल [वि.] 1. अकड़ू; कार्य के बीच में रुकने या अड़ने वाला; अडंगेबाज़ 2. अनुदार; कठोर 3. {ला-अ.} दुराग्रही; रूढ़िवादी; तर्कहीन।
अड़ियलपन [सं-पु.] 1. अड़ियल होने की अवस्था या भाव 2. घमंड; अक्खड़ता; अकड़ूपन; झक्कीपन।
अड़ी [सं-स्त्री.] 1. ऐसी स्थिति जिसमें आगे बढ़ना कठिन हो 2. रुकावट; बाधा 3. हठ; ज़िद 4. ज़रूरत का वक्त; कठिन समय; अड़चन की स्थिति।
अडीठ [वि.] 1. जो दिखाई न दे; अदृश्य 2. गुप्त; छिपा हुआ 3. जो कभी दिखाई न दिया हो।
अड़ूसा (सं.) [सं-पु.] 1. एक प्रकार का पौधा 2. उक्त पौधे के पुष्प जो कफ़ से संबंधित रोगों, जैसे- खाँसी और दमा (अस्थमा) की औषधि बनाने के काम में आते हैं।
अडोल (सं.) [वि.] 1. स्थिर; जड़ 2. पक्का 3. गतिहीन 4. अविचल।
अड़ोस-पड़ोस [सं-पु.] 1. अपने घर के आस-पास के घर, भवन आदि 2. मुहल्ला।
अड्डा (सं.) [सं-पु.] 1. वाहन रुकने का स्थान, (स्टेशन), जैसे- बस अड्डा, हवाई अड्डा 2. मिलने-जुलने और समय गुज़ारने का स्थान 3. चोरों, जुआरियों आदि तमाम धंधे करने वालों के मिलने की जगह 4. डेरा 5. चौपाल 6. चौकी 7. चिड़ियों के बैठने के लिए आड़ी लकड़ी या छड़; छतरी 7. जुलाहे का करघा 8. जाली काढ़ने का चौखटा; कढ़ाई का फ़्रेम। [मु.] -जमना : कुछ व्यक्तियों का किसी मकसद के लिए एक स्थान पर इकट्ठा होना।
अड्डी [सं-स्त्री.] 1. एक प्रकार का बरमा; लकड़ी में छेद करने वाला औज़ार 2. जूते का किनारा; एड़ी 3. लकड़ी का एक चौखटा।
अड्डेबाज़ [सं-पु.] 1. बैठकबाज़; जमावड़ा लगाने वाला 2. मिलनसार।
अड्डेबाज़ी [सं-स्त्री.] बैठकबाज़ी; जमावड़ा।
अढ़तिया [सं-पु.] 1. आढ़त का काम करने वाला; माल ख़रीद कर ग्राहकों और महाजनों को भेजने और उनका माल मँगा कर बेचने वाला दुकानदार 2. मध्यवर्ती व्यापारी; दलाल; (एजेंट)।
अढ़ाई [वि.] ढाई; दो और आधा। [मु.] -चावल की खिचड़ी अलग पकाना : सभी की अपनी-अपनी राय अलग-अलग होना।
अढ़िया [सं-स्त्री.] काठ, पत्थर या टिन का छोटा पात्र जिसमें मज़दूर गारा, चूना आदि ढोते हैं; तसला।
अणिमा (सं.) [सं-स्त्री.] (हठयोग) अष्ट सिद्धियों में पहली सिद्धि जिसे प्राप्त करने पर योगी पुरुष किसी को दिखाई नहीं देता।
अणी (सं.) [सं-स्त्री.] नोक; धार। [अव्य.] स्त्रियों में प्रचलित संबोधन का शब्द; अरी।
अणु (सं.) [सं-पु.] 1. किसी तत्व या यौगिक आदि का वह अत्यंत छोटा रूप जिसमें उसके सभी संयोजक अंश मौजूद हों; (मॉलिक्यूल) 2. अंश; कण; घटक; सूक्ष्म मात्रा 3. रजकण।
अणुजीव (सं.) [सं-पु.] प्राणी या वनस्पति जगत का बहुत ही छोटा जीव जो सिर्फ़ सूक्ष्मदर्शी यंत्र से ही देखा जा सकता है।
अणुबम (सं.+इं.) [सं-पु.] नाभिकीय विखंडन पर आधारित एक प्रकार का बम जो विस्फ़ोट के द्वारा व्यापक जनसंहार करता है; (ऐटम बॉम्ब)।
अणुमात्र (सं.) [वि.] बहुत थोड़ा; रंचमात्र; लेशमात्र; अणु भर।
अणुवाद (सं.) [सं-पु.] 1. वह दर्शन या सिद्धांत जिसमें जीव या आत्मा को अणु माना गया है 2. वैशेषिक दर्शन।
अणुवादी (सं.) [सं-पु.] वल्लभाचार्य का अनुयायी वैष्णव। [वि.] अणुवाद के सिद्धांत को मानने वाला या अनुयायी।
अणुवीक्षण (सं.) [सं-पु.] 1. सूक्ष्म वस्तुओं या बातों को जानने या देखने की क्रिया या भाव 2. छिद्रान्वेषण।
अणुशक्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. आणविक शक्ति; आणविक ऊर्जा; परमाणु शक्ति या ऊर्जा 2. ऊर्जा का अद्यतन, वैकल्पिक स्रोत।

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