Hin Dict_a26 - हिंदी शब्दकोश - अ26
अनाउंसर (अं.) [सं-पु.] रेडियो पर या मंच पर कार्यक्रमों तथा सूचनाओं की उद्घोषणा करने वाला; उद्घोषक।
अनाकर्षक (सं.) [वि.] 1. जिसमें कोई आकर्षण न हो 2. अरुचिकर; अप्रिय 3. भद्दा; बदशक्ल; बदसूरत।
अनाकार (सं.) [वि.] 1. जिसका कोई आकार न हो 2. निराकार 3. ईश्वर का एक विशेषण।
अनाकृत (सं.) [वि.] 1. जो रोका न गया हो; अनिवारित 2. जिसके प्रति सावधानी न बरती गई हो; जिसकी देखभाल न की गई हो।
अनाक्रमण (सं.) [सं-पु.] 1. आक्रमण न करना; किसी देश पर आक्रमण न करना 2. आक्रमण का अभाव।
अनागत (सं.) [वि.] 1. न आया हुआ; अनुपस्थित; अप्रस्तुत 2. भावी; होनहार 3. अपरिचित; अज्ञात 4. अनादि 5. अद्भुत; विलक्षण। [क्रि.वि.] अचानक; सहसा। [सं-पु.] 1. संगीत शास्त्र के अनुसार एक ताल 2. आगे आने वाला समय; भविष्यत्काल।
अनाग्रह (सं.) [सं-पु.] आग्रहहीनता।
अनाग्रही (सं.) [वि.] आग्रहहीन।
अनाचरण (सं.) [सं-पु.] 1. किसी कार्य का आचरण न करना 2. जो करना हो वह न करना 3. करने का काम छोड़ देना।
अनाचार (सं.) [सं-पु.] 1. दुराचार; कदाचार; ख़राब आचरण; दुर्व्यवहार; कुत्सित कार्य 2. बुराई 3. अभद्रता।
अनाचारी (सं.) [वि.] 1. दुराचारी; कदाचारी 2. मर्यादाहीन; दुश्चरित्र 3. अभद्र।
अनाच्छादन (सं.) [सं-पु.] 1. ढक्कन-छाजन को हटा देना 2. ढँके-छिपे को खोल देना 3. आवरण, परदेदारी या किसी भी तरह की गोपनीयता को छिन्न-भिन्न कर देना 4. संरक्षण-आश्रय को हटा लेना।
अनाज [सं-पु.] अन्न, जैसे- गेहूँ, चावल, दाल आदि।
अनाजी [वि.] 1. जो अनाज से बना हो 2. जिसमें अनाज का अंश हो।
अनाड़ी [वि.] 1. अकुशल; अयोग्य 2. नासमझ; नादान; अबोध 3. कमअक्ल; मंदबुद्धि 4. नौसिखिया।
अनाड़ीपन [सं-पु.] 1. सरल चित्त या अनुभवहीन होने की अवस्था; अबोधता 2. नौसिखियापन 3. अकुशलता; अयोग्यता 4. कमअक़्ली।
अनाढ्य (सं.) [वि.] असम्पन्न; निर्धन; रंक; तंगहाल; तंगदस्त।
अनातंक (सं.) [सं-पु.] 1. आतंक का अभाव 2. आतंक या डर का न होना।
अनात्म (सं.) [सं-पु.] 1. जड़ पदार्थ 2. देह। [वि.] 1. चैतन्य या आत्मा से रहित; जड़ 2. भौतिक 3. शारीरिक 4. आत्मनियंत्रण से रहित।
अनात्मभाव (सं.) [सं-पु.] आत्मकेंद्रिकता से मुक्त होने का भाव।
अनात्मवाद (सं.) [सं-पु.] आत्मा की अस्वीकृति का सिद्धांत; जड़वाद।
अनात्मीय (सं.) [वि.] 1. जो आत्मीय न हो; गैर 2. जिसके स्वभाव में परायापन हो।
अनाथ (सं.) [वि.] 1. जिसके माँ-बाप न हों 2. जिसका कोई संरक्षक न हो 3. निराश्रित 4. असहाय 5. दीन।
अनाथालय (सं.) [सं-पु.] अनाथ बच्चों के लिए बना आवास।
अनाथाश्रम (सं.) [सं-पु.] अनाथालय।
अनादर (सं.) [सं-पु.] अपमान; निरादर; असम्मान; बेकद्री; बेइज़्ज़ती।
अनादरण (सं.) [सं-पु.] 1. अपमान या अनादर करने की क्रिया या भाव 2. बैंक द्वारा बगैर भुगतान किए हुए चेक वापस करना; (डिसऑनर)।
अनादरपूर्ण (सं.) [वि.] 1. अपमान या असम्मान से भरा 2. तिरस्कारपूर्ण।
अनादरसूचक (सं.) [वि.] अपमानजनक; जिससे असम्मान का संकेत मिले।
अनादि (सं.) [वि.] 1. जिसका प्रारंभ न हो; आदि रहित 2. नित्य 3. परमेश्वर का एक विशेषण, अजन्मा।
अनादिकाल (सं.) [सं-पु.] इतना प्राचीन समय जिसके आरंभ का अनुमान न लगाया जा सके।
अनादित्व (सं.) [सं-पु.] 1. नित्यता; शाश्वतता 2. ईश्वरत्व।
अनादृत (सं.) [वि.] 1. जिसका अनादर या तिरस्कार हुआ हो; तिरस्कृत 2. जिसे सम्मान या आदर न मिलता हो।
अनाधिकार (सं.) [सं-पु.] अधिकार का अभाव। [वि.] 1. अधिकाररहित 2. अयोग्यतापूर्ण।
अनानुपूर्व्य (सं.) [सं-पु.] नियत क्रम में न आना।
अनाप-शनाप [सं-पु.] बकवास; अंडबंड; ऊल-जुलूल बात; निरर्थक बातें। [मु.] -कहना : उलटी-सीधी बात कहना; गाली देना।
अनाप्त (सं.) [वि.] 1. जो प्राप्त(आप्त) न हो; अप्राप्त; अलब्ध 2. जो सामने उपस्थित या घटित न हुआ हो 3. असत्य 4. अनाड़ी; अकुशल।
अनाम (सं.) [सं-पु.] अर्श; बवासीर। [वि.] 1. जिसका नाम या ख्याति न हो; अप्रसिद्ध 2. गुप्त।
अनामय (सं.) [सं-पु.] 1. स्वास्थ्य, तंदुरुस्ती 2. कुशलक्षेम। [वि.] 1. आमय या रोग से रहित, निरोग 2. दोष-रहित, निर्दोष 3. अच्छा, उत्तम।
अनामिक साक्षात्कार (सं.) [सं-पु.] वह साक्षात्कार जिसमें साक्षात्कार देने वाले का नाम नहीं छापा जाता है।
अनामिका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मध्यमा और कनिष्ठा उँगलियों के बीच की उँगली 2. नामहीन स्त्री।
अनायत (सं.) [वि.] 1. जो बँधा हुआ न हो, निर्बाध, अनियंत्रित 2. जो अलग न हो; मिला हुआ।
अनायास (सं.) [क्रि.वि.] 1. बिना कोशिश के; बिना मेहनत के 2. आसानी से 3. स्वतः।
अनार (फ़ा.) [सं-पु.] 1. एक दानेदार फल जो बहुत पौष्टिक माना जाता है; दाडिम; बेदाना 2. एक प्रकार की आतिशबाज़ी।
अनारदाना (फ़ा.) [सं-पु.] 1. खट्टे अनार का सुखाया हुआ दाना 2. राम-दाना 3. एक प्रकार की मिठाई।
अनारी (फ़ा.) [वि.] 1. अनार संबंधी; अनार का 2. अनार के रंग का 3. चमकीला (लाल)।
अनार्जव (सं.) [सं-पु.] 1. ऋजुता या आर्जव (सीधापन) का अभाव 2. बेईमानी; (डिस्ऑनेस्टी) 3. रोग। [वि.] 1. जो सीधा या ऋजु न हो 2. बेईमान 3. कुटिल।
अनार्तव (सं.) [सं-पु.] स्त्रियों में मासिक धर्म या रजोधर्म का अवरोध या रुकावट। [वि.] 1. अनरितु 2. असामयिक।
अनार्थिक (सं.) [वि.] 1. आर्थिक मामलों से भिन्न क्षेत्र का 2. अनर्थ करने या होने से संबंधित।
अनार्य (सं.) [सं-पु.] जो आर्य न हो; म्लेच्छ। [वि.] 1. अप्रतिष्ठित 2. असभ्य 3. आर्येतर जाति या इलाके से संबंधित।
अनार्यता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अनार्य होने की अवस्था या भाव 2. असभ्यता; अशिष्टता।
अनावरण (सं.) [सं-पु.] 1. किसी मूर्ति या भवन आदि का आवरण या परदा हटाना 2. उद्घाटन; शुभारंभ।
अनावर्तक (सं.) [वि.] 1. जो (कार्य) बार-बार न किया जाए 2. किसी मद का कुल व्यय एक ही बार कर दिया जाए, उसका आवर्तन न हो; (नॉन-रेकरिंग)।
अनावर्ती (सं.) [वि.] अनावर्तक।
अनावश्यक (सं.) [वि.] 1. जिसकी आवश्यकता न हो; गैरज़रूरी 2. बेमतलब; व्यर्थ 3. फालतू।
अनावासिक (सं.) [वि.] 1. जो किसी स्थान पर स्थायी रूप से बसा हुआ न हो, बल्कि कुछ दिनों के लिए आकर बस गया हो; अनिवासी; (नॉन-रेजीडेंट) 2. जहाँ वास की व्यवस्था न हो।
अनाविल (सं.) [वि.] 1. स्वच्छ; निर्मल 2. अपंकिल; जो कीचड़ लगा न हो 3. स्वास्थ्यकर।
अनावृत (सं.) [वि.] 1. जो ढँका न हो; खुला हुआ 2. नग्न 3. जिसका अनावरण हुआ हो; बेपरदा।
अनावृत्त (सं.) [वि.] 1. जिसकी आवृत्ति न हुई हो; जो दोहराया न गया हो 2. जो लौटा न हो।
अनावृष्टि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. वर्षा का अभाव; अवर्षण; सूखा 2. अकाल।
अनावेशित (सं.) [वि.] 1. जिसमें आवेश न हो 2. जिसे आवेशित न किया गया हो; (अनचार्जड) 3. {ला-अ.} उत्साहहीन; मंद।
अनाश्रमी (सं.) [वि.] 1. जिसका कोई आश्रम न हो 2. गार्हस्थ्य आश्रमों से रहित या अलग 3. आश्रम धर्म का पालन न करने वाला; भ्रष्ट; पतित।
अनाश्रित (सं.) [वि.] 1. जिसका कोई सहारा न हो; आश्रयरहित 2. निरवलंब; बे-सहारा 3. जो दूसरे पर आश्रित न हो; स्वाधीन।
अनासक्त (सं.) [वि.] 1. आसक्तिरहित; जिसे सांसारिक सुखों से लगाव न हो; निर्लिप्त 2. उदासीन 3. वीतराग।
अनासक्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. आसक्ति या अनुराग न होना 2. अलग या उदासीन होना 3. अलगाव; (डिटैचमेंट)।
अनासिर (अ.) [सं-पु.] पंचभूत- आग, पानी, हवा, मिट्टी और आकाश।
अनासीन (सं.) [वि.] 1. जो आसीन या बैठा हुआ न हो 2. अपने आसन, स्थान या पद से हटाया हुआ; (अनसीटेड)।
अनास्था (सं.) [सं-स्त्री.] 1. आस्था का अभाव; किसी की क्षमता पर विश्वास न होना 2. अश्रद्धा 3. अनादर।
अनास्थावादी (सं.) [वि.] 1. अनास्थावाद से संबंधित 2. अनास्थावाद में विश्वास रखने वाला।
अनास्वादित (सं.) [वि.] 1. जिसका स्वाद न लिया गया हो, जिसे चखा न गया हो 2. जिसे किसी ने भोगा न हो।
अनाहत (सं.) [वि.] 1. जो आहत न हो; आघातरहित 2. जो आघात से उत्पन्न न हुआ हो 3. कोरा, बेदाग 4. हठयोग में परिकल्पित शरीर के छह चक्रों में से एक जिसका स्थान हृदय बताया गया है।
अनाहतचक्र (सं.) [सं-पु.] हठयोग के मुताबिक शरीर के छह चक्रों में से एक जो हृदय में अवस्थित होता है।
अनाहत नाद (सं.) [सं-पु.] हठयोग योगियों को सुनाई देने वाली एक आंतरिक ध्वनि।
अनाहरण (सं.) [सं-पु.] हरण; चोरी या लूट-खसोट की क्रिया का निरस्त किया जाना।
अनाहार (सं.) [सं-पु.] 1. आहार का त्याग 2. भोजन न करना। [वि.] जिसने कुछ खाया न हो; निराहार।
अनाहारी (सं.) [वि.] 1. जिसने भोजन न किया हो 2. निराहारी।
अनाहूत (सं.) [वि.] जिसे निमंत्रित (आहूत) न किया गया हो; बुलाया न गया हो; अनामंत्रित।
अनिंदित (सं.) [वि.] 1. जो निंदित या बदनाम न हो 2. निष्कलुष; निर्दोष 3. उदात्त 4. उत्तम।
अनिंद्य (सं.) [वि.] 1. जो निंदा के योग्य न हो 2. निर्दोष; निष्कलुष 3. सुंदर 4. उदात्त।
अनिकेत (सं.) [सं-पु.] 1. वह जिसका कोई नियत घर या वास-स्थान न हो; संन्यासी 2. ख़ानाबदोश। [वि.] गृहहीन, जिसके पास घर न हो; जो घर में न बसता हो।
अनिच्छा (सं.) [सं-स्त्री.] इच्छा का अभाव; मरज़ी का न होना; मन न करना।
अनिच्छापूर्वक (सं.) [क्रि.वि.] बेमन से; रुचि न लेते हुए; बिना चाहत के।
अनिच्छित (सं.) [वि.] 1. जिसकी चाह या इच्छा न की गई हो; अनचाहा 2. अच्छा या रुचिकर न लगने वाला।
अनिच्छुक (सं.) [वि.] इच्छारहित; जिसकी रुचि न हो; किसी कार्य में प्रवृत्त होने का मन न हो; जिसका मन ना चाहता हो।
अनिजक (सं.) [वि.] 1. जो अपना न हो 2. दूसरे से संबंधित; दूसरे का; पराया।
अनित्य (सं.) [वि.] 1. जो नित्य (शाश्वत) न हो; अस्थिर 2. क्षणभंगुर 3. नश्वर।
अनित्यता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अस्थिरता; अस्थायित्व 2. क्षणभंगुरता 3. नश्वरता।
अनिद्र (सं.) [सं-पु.] अनिद्रा नामक रोग जिसमें नींद नहीं आती है। [वि.] 1. जिसे नींद न आती हो; उनींदा 2. जागता हुआ।
अनिद्रा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. नींद न आने का रोग 2. नींद उड़ने का भाव; बेचैनी; घबराहट।
अनिद्रित (सं.) [वि.] 1. जो सोया हुआ न हो 2. जागा हुआ।
अनिपात (सं.) [सं-पु.] 1. निपात का अभाव; न गिरना; अपतन 2. जीवन का बना रहना।
अनिपुण (सं.) [वि.] जो किसी कार्य में निपुण न हो, अकुशल; अदक्ष।
अनिबंध (सं.) [वि.] 1. जिसके लिए कोई बंधन न हो; बंधन-रहित 2. स्वतंत्र।
अनिबद्ध (सं.) [वि.] जो संबद्ध न हो; असंबद्ध।
अनिबद्ध प्रलाप (सं.) [सं-पु.] 1. बे-सिर-पैर की बात; बिना मतलब की बात 2. व्यर्थ की चर्चा।
अनिमंत्रित (सं.) [वि.] जिसे बुलाया न गया हो; जिसका निमंत्रण न किया गया हो।
अनिमित्त (सं.) [वि.] अकारण। [सं-पु.] किसी कारण का न होना। [अव्य.] बिना किसी कारण के।
अनिमित्तक (सं.) [सं-स्त्री.] व्यर्थ; निष्प्रयोजन; बेमतलब।
अनिमेष (सं.) [वि.] 1. स्थिरदृष्टि 2. जागरूक 3. खुला; विकसित। [क्रि.वि.] निर्निमेष; बिना पलक झपकाए; बिना पलक गिराए हुए; अपलक; एकटक।
अनियंत्रित (सं.) [वि.] 1. नियंत्रणविहीन; बेकाबू 2. स्वतंत्र; उन्मुक्त 3. निरंकुश।
अनियत (सं.) [वि.] 1. अनिश्चित; जो तय न किया गया हो 2. अस्थिर 3. जो बँधा हुआ न हो 4. आकस्मिक 5. असाधारण 6. असीम।
अनियतता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अनियत होने का भाव; अनिश्चय 2. अनियमितता 3. अस्थिरता 4. आकस्मिकता 5. निस्सीमता।
अनियम (सं.) [सं-पु.] 1. नियम और व्यवस्था का अभाव 2. अव्यवस्था; बेकायदगी।
अनियमित (सं.) [वि.] 1. जो नियम के अनुकूल न हो 2. जो कार्य व्यवस्थानुसार न चले 3. विधि व्यवस्था का अनुसरण न होना।
अनियमितता (सं.) [सं-स्त्री.] नियमित न होने का भाव; नियम का उल्लंघन।
अनिरुद्ध (सं.) [सं-पु.] 1. (पुराण) कृष्ण के पौत्र और प्रद्युम्न के पुत्र 2. जासूस; गुप्तचर 3. शिव। [वि.] 1. जो निरुद्ध या रुका हुआ न हो 2. स्वेच्छाचारी 3. जिसे रोका न गया हो।
अनिर्णय (सं.) [सं-पु.]. 1. असमंजस; दुविधा 2. निर्णयहीनता।
अनिर्णयता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अनिर्णय की स्थिति; अनिर्णय की मुद्रा 2. असमंजस की स्थिति; दुविधाग्रस्तता।
अनिर्णयात्मक (सं.) [वि.] 1. अनिर्णय से संबंधित 2. जिसपर निर्णय के आसार न हों।
अनिर्णीत (सं.) [वि.] जिसपर निर्णय न हुआ हो; जो तय न हुआ हो; अनिश्चित।
अनिर्दिष्ट (सं.) [वि.] 1. जिसका निर्देश न किया गया हो; न बताया हुआ 2. जिसके विषय में स्पष्ट आदेश न हो; अनादिष्ट।
अनिर्वचनीय (सं.) [वि.] 1. निर्वचन के अयोग्य; अव्याख्येय 2. जिसके लक्षण न बताये जा सकें 3. अवर्णनीय; अकथनीय।
अनिर्वाचित (सं.) [वि.] जिसे चुना न गया हो; मनोनीत।
अनिर्वाच्य (सं.) [वि.] 1. जिसका निर्वचन या कथन न हो सके; अकथनीय 2. जिसे बताया न जा सके 3. जो चुनाव के योग्य न हो।
अनिर्वाण (सं.) [वि.] 1. जो मोक्ष को प्राप्त न हुआ हो, जिसका अंत न हुआ हो 2. न बुझा हुआ 3. अप्रक्षालित।
अनिर्वाप्य (सं.) [वि.] 1. जो बुझाया न जा सके 2. जिसका शमन न हो सके।
अनिल (सं.) [सं-पु.] 1. हवा; वायु; पवन 2. स्वाति नक्षत्र 3. शरीर का वायु तत्व 4. वातरोग।
अनिवर्चनीय (सं.) [वि.] जो बताया न जा सके; जिसे व्यक्त न किया जा सके।
अनिवार्य (सं.) वि. 1. जिसके बिना काम न चल सके 2. जिसका निवारण न हो सके; (इसेंशियल) 3. नितांत आवश्यक; (कंपल्सरी) 4. अवश्यंभावी।
अनिवार्यतः (सं.) [क्रि.वि.] अनिवार्य रूप से।
अनिवार्यता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अत्यावश्यकता 2. टाला न जा सकने के हालात।
अनिवार्येतर (सं.) [वि.] 1. अनिवार्य से भिन्न या इतर 2. (नॉन-एसेंशियल)।
अनिवासी (सं.) [वि.] 1. जो किसी स्थान-विशेष का बाशिंदा न हो; जो किसी स्थान-विशेष पर निवास न करता हो, जैसे- देश से बाहर रहने वाले अनिवासी भारतीय कहलाते है 2. बाहरी; (नानरेज़िडेंट; एन.आर.)।
अनिश्चय (सं.) [सं-पु.] 1. निश्चय न होने की स्थिति 2. संदेह 3. असमंजस; दुविधा।
अनिश्चयात्मक (सं.) [वि.] अनिर्णय या अनिश्चय के लक्षणवाला; जिसके निर्णय के आसार न हों।
अनिश्चित (सं.) [वि.] जो निश्चित या तय न हो; जो पक्का न हो।
अनिष्ट (सं.) [सं-पु.] 1. अमंगल 2. अहित 3. हानि 4. विपत्ति। [वि.] 1. जो इष्ट न हो 2. अशुभ 3. अवांछित 4. हानिकर 5. बुरा।
अनिष्टकर (सं.) [वि.] अनिष्ट करने वाला; अहितकर; हानिकर।
अनिष्टकारक (सं.) [वि.] अनिष्टकर।
अनिष्पत्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. निष्पत्ति का अभाव; अपूर्णता 2. पूरा; समाप्त या सिद्ध न होना।
अनिष्पन्न (सं.) [वि.] 1. जो निष्पन्न न हुआ हो 2. अपूर्ण या असमाप्त।