Hin Dict_a29 - हिंदी शब्दकोश - अ29
अनुयाचक (सं.) [सं-पु.] अनुयाचन करने वाला व्यक्ति; (कन्वेसर)।
अनुयाचन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी को समझा-बुझाकर, अनुरोधपूर्वक अपने अनुकूल करते हुए कोई काम कराने के लिए कहना; (कन्वेसिंग)।
अनुयान (सं.) [सं-पु.] 1. वह यान जिसे कोई दूसरा यान खींचता हो; (ट्रेलर) 2. किसी के पीछे चलना; अनुगमन।
अनुयायी (सं.) [सं-पु.] 1. अनुसरण करने वाला; अनुचर; चेला; शिष्य 2. किसी सिद्धांत के आदर्शों का अनुगामी; (फॉलोअर)।
अनुयोक्ता (सं.) [सं-पु.] 1. अनुयोग या पूछताछ करने वाला 2. अनुशिक्षक; (ट्यूटर)।
अनुयोग (सं.) [सं-पु.] 1. प्रश्न करना; पूछना (क्वेश्चन) 2. संदेह दूर करने के लिए या सत्यता की जाँच करने के लिए किया गया प्रश्न; पूछताछ (क्वैरी) 3. डाँट-फटकार; भर्त्सना।
अनुरंजक (सं.) [वि.] 1. अनुरंजन, प्रसन्न या संतुष्ट करने वाला 2. मन बहलाने वाला।
अनुरंजन (सं.) [सं-पु.] 1. प्रसन्नता या संतुष्टि 2. रंग से युक्त करना; रँगना 3. अनुराग; प्रीति 4. आसक्ति; मन-बहलाव।
अनुरंजित (सं.) [वि.] 1. जिसका अनुरंजन किया गया हो 2. जिसका दिल बहलाया गया हो 3. अनुरक्त।
अनुरक्त (सं.) [वि.] 1. अनुरागयुक्त; प्रेमी 2. आसक्त 3. प्रसन्न 4. लाल।
अनुरक्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. आसक्ति; अति अनुराग 2. प्रेम; (अफ़ेक्शन)।
अनुरक्षक (सं.) [सं-पु.] 1. सुरक्षा प्रदान करने वाला 2. किसी की रक्षा हेतु साथ-साथ चलने वाला; सुरक्षा कमांडो।
अनुरक्षण (सं.) [सं-पु.] सुरक्षा प्रदान करने की क्रिया; (मेंटेनेंस)।
अनुरणन (सं.) [सं-पु.] 1. गूँज; किसी चीज़ के बोलने या बजने की ध्वनि, जैसे- घंटी की ध्वनि 2. कथन की व्यंजना 3. संगीत शास्त्र में, स्वर का वह मुख्य स्वरूप जो नाद या शब्द की लहरों के क्रम से उत्पन्न होकर कुछ देर में लीन या समाप्त हो जाता है।
अनुराग (सं.) [सं-पु.] 1. आसक्ति 2. प्रेम 3. लगाव; सौहार्द।
अनुरागी (सं.) [वि.] 1. अनुराग करने वाला; प्रेमी 2. भक्त 3. आसक्त।
अनुराध (सं.) [सं-पु.] 1. विनय; विनती 2. याचना; प्रार्थना।
अनुराधा (सं.) [सं-स्त्री.] (ज्योतिष) सत्ताईस नक्षत्रों में सत्रहवाँ नक्षत्र।
अनुरूप (सं.) [वि.] 1. सदृश; समरूप 2. अनुसार; मुताबिक 2. अनुकूल।
अनुरूपक (सं.) [सं-पु.] 1. वह जो किसी वस्तु के अनुरूप या अनुकरण पर बना हो 2. मूर्ति; प्रतिमा 3. समान या मिलती-जुलती वस्तु।
अनुरूपता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी के अनुरूप होने की अवस्था या भाव 2. समानता; सादृश्य 3. अनुकूलता 4. उपयुक्तता।
अनुरेखन (सं.) [सं-पु.] किसी रेखाचित्र पर पारदर्शी कागज़ रख कर नीचे के रेखाचित्र की अनुकृति बनाने की क्रिया; (ट्रेसिंग)।
अनुरोदन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए रोना 2. संवेदना प्रकट करना।
अनुरोध (सं.) [सं-पु.] 1. विशेष आग्रह; निवेदन 2. विनय; विनती; प्रार्थना।
अनुरोधपूर्ण (सं.) [वि.] आग्रहपूर्ण; विनययुक्त।
अनुर्वर (सं.) [वि.] जो उर्वर या उपजाऊ न हो; बंजर; ऊसर।
अनुर्वरीकरण (सं.) [सं-पु.] बंजर बनाना; अप्राकृतिक खाद-कीटनाशक आदि के प्रयोग से ज़मीन की उर्वराशक्ति को नष्ट करना।
अनुलंब (सं.) [सं-पु.] 1. मानसिक अनिश्चितता की अवस्था जिसमें किसी चीज़ का निश्चय न हुआ हो, पर अभी होने को हो; (सस्पेंस)।
अनुलंबन (सं.) [सं-पु.] 1. विलंबन 2. अस्थायी रूप से किसी को कार्य करने से रोकना 3. मुअत्तल करना; (सस्पेंशन)।
अनुलग्न (सं.) [वि.] 1. संलग्न; नत्थी 2. किसी के साथ लगा, मिला या जुड़ा हुआ; (अटैच्ड; एनक्लोज़्ड)।
अनुलग्नक (सं.) [सं-पु.] संलग्नक; संलग्न सामग्री।
अनुलब्धि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. उपलब्धि; प्राप्ति; हासिल 2. कमाई; अर्जन।
अनुलाप (सं.) [सं-पु.] 1. कही हुई बात फिर से कहना या दुहराना 2. पुनरुक्ति; दोहराव।
अनुलाभ (सं.) [सं-पु.] मुनाफ़ा; फ़ायदा; लाभ।
अनुलिखित (सं.) [वि.] 1. अनुलेख के रूप में लाया हुआ; नकल किया हुआ 2. औपचारिक कागज़ात पर सहमति सूचक हस्ताक्षर सहित; (एंडोर्स्ड)
अनुलिपि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. प्रतिलिपि; किसी आलेख वगैरह की हू-ब-हू नकल 2. दूसरी प्रति।
अनुलेख (सं.) [सं-पु.] 1. प्रतिलिपि; नकल 2. औपचारिक कागज़ात पर अपनी सहमति अंकित कर उसका दायित्व स्वयं पर लेना; (एंडोर्समेंट)।
अनुलेखन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी घटना या कार्य का लेख तैयार करना 2. प्रतिलिपि; नकल तैयार करना।
अनुलेपन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी के ऊपर लेप लगाना या चढ़ाना 2. शरीर में सुगंधित लेप लगाना 3. लीपने का कार्य।
अनुलोम (सं.) [वि.] 1. ऊँचे से नीचे की ओर उतरने वाला; अवरोही 2. यथाक्रम 3. अविलोम। [सं-पु.] 1. ऊपर से नीचे उतरने का क्रम; अवरोह 2. संगीत में सुरों का उतार या अवरोह।
अनुल्लंघन (सं.) [सं-पु.] 1. उल्लंघन न करना 2. अवहेलना न करना।
अनुल्लंघनीय (सं.) [वि.] जिसके उल्लंघन की सख़्त मनाही हो; जिसका अनुपालन अनिवार्य हो।
अनुल्लिखित (सं.) [वि.] 1. जिसका उल्लेख न हुआ हो 2. जो अभी तक कहा न गया हो।
अनुवंश (सं.) [सं-पु.] 1. किसी वंश का परंपरागत इतिहास; वंशवृत्त; वंशतालिका 2. वंशवृक्ष 3. वंश-परंपरा।
अनुवचन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी की बात को दुहराना या फिर से कहना 2. किसी बात का आशय स्पष्ट करना; व्याख्या; अर्थापन 3. अध्याय; प्रकरण 4. खंड; भाग; हिस्सा।
अनुवर्तन (सं.) [सं-पु.] 1. अनुसरण; अनुगमन 2. समानता; उपयुक्तता 3. आज्ञा-पालन 4. परिणाम; नतीजा।
अनुवर्ती (सं.) [वि.] 1. अनुगामी; अनुयायी; अनुसरण करने वाला 2. आज्ञाकारी 3. बाद में आने वाला 4. उपयुक्त 5. समान।
अनुवाक (सं.) [सं-पु.] 1. किसी ग्रंथ विशेषतः वेदों का कोई अध्याय या प्रकरण 2. ग्रंथ का खंड या विभाग 3. कही हुई बात को दोहराना।
अनुवाद (सं.) [सं-पु.] 1. भाषांतर; रूपांतर; तरजुमा 2. पुनः कथन; दुहराव; पुनरुक्ति 3. एक भाषा में लिखी हुई बात को दूसरी भाषा में लिखने का कार्य।
अनुवादक (सं.) [सं-पु.] 1. अनुवाद करने वाला 2. एक भाषा में कही गई बात को दूसरी भाषा में कहने या संप्रेषित करने वाला।
अनुवादकीय (सं.) [सं-पु.] अनुवादक का वक्तव्य। [वि.] अनुवाद संबंधी।
अनुवादित (सं.) [वि.] अनूदित; रूपांतरित; भाषांतर किया हुआ; भाषांतरित।
अनुवाद्य (सं.) [वि.] 1. अनुवाद करने योग्य; अनूद्य 2. जिसका अनुवाद होना हो; अनुवाद के लिए पेश।
अनुविष्ट (सं.) [वि.] 1. जो जानकारी अभिलेख के रूप में या सूचीबद्ध करने के लिए उपयुक्त स्थान पर लिख ली गई हो 2. लेखा पुस्तिका या रजिस्टर पर चढ़ाया या लिखा हुआ; (एंटर्ड)।
अनुवीक्षण (सं.) [सं-पु.] 1. सूक्ष्म निरीक्षण 2. जाँच-परख 3. गौर से देखना 4. देखरेख।
अनुवृत्त (सं.) [वि.] 1. जिसका अनुकरण या अनुसरण किया गया हो 2. अनुसरण या आज्ञपालन करने वाला 3. सच्चरित्र 4. अतीत संबंधी। [सं-पु.] वह जिसे अनुवृत्ति मिलती हो; अनुवृत्ति (पेंशन) पाने वाला; (पेंशनर)।
अनुवृत्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. एक बार कही या पढ़ी हुई चीज़ फिर से दोहराना; आवृत्ति 2. अनुसरण वृत्ति या वेतन का वह प्रकार जो कर्मचारी के भरण पोषण के लिए मिलता है; (पेंशन)।
अनुवृत्तिक (सं.) [वि.] 1. अनुवृत्ति का; अनुवृत्ति संबंधी 2. जिसके लिए अनुवृत्ति मिलती हो; (पेंशनेबल)।
अनुवृत्तिधारी (सं.) [सं-पु.] 1. वह जिसे अनुवृत्ति मिलती हो 2. पेंशन पाने वाला व्यक्ति; (पेंशनर)।
अनुव्रजन (सं.) [सं-पु.] 1. आज्ञापालन 2. विदा करते समय मेहमान के साथ कुछ दूर तक जाना।
अनुव्रत (सं.) [वि.] 1. विश्वास भाजन 2. निर्धारित कर्तव्य का समुचित रूप से पालन करने वाला; श्रद्धा करने वाला। [सं-पु.] एक प्रकार का जैन साधु।
अनुशंसा (सं.) [सं-स्त्री.] संस्तुति; सिफ़ारिश; (रिक्मेंडेशन)।
अनुशंसात्मक (सं.) [वि.] सिफ़ारिशी; संस्तुतिपरक।
अनुशंसित (सं.) [वि.] जिसकी अनुशंसा या सिफ़ारिश की गई हो; (रिक्मेंडेड)।
अनुशय (सं.) [सं-पु.] 1. पुरानी लड़ाई; रंजिश 2. झगड़ा; विवाद 3. काम से मिलने वाली छुट्टी 4. आज्ञा या कार्य को रद्द करना; (रिवोकेशन)।
अनुशयाना (सं.) [सं-स्त्री.] (साहित्य) वह परकीया नायिका जो अपने प्रिय के मिलन स्थल के नष्ट हो जाने या अपने प्रिय के मिलने के स्थान पर न पहुँचने से दुखी हो।
अनुशासक (सं.) [वि.] 1. अनुशासन करने वाला; अनुशासन में रखने वाला 2. प्रशासक 3. उपदेश या शिक्षा देने वाला।
अनुशासन (सं.) [सं-पु.] 1. नियमबद्ध आचरण; नियमों का अनुपालन; (डिसिप्लिन) 2. नियंत्रण; शासन 3. आदेश 4. शिक्षण 4. किसी विषय का निरूपण।
अनुशासनहीन (सं.) [वि.] 1. नियम और मर्यादा का पालन न करने वाला 2. उच्छृंखल; अराजक 3. लापरवाह; मनमौजी।
अनुशासनिक (सं.) [वि.] 1. अनुशासन संबंधी 2. जो अनुशासन के रूप में हो; (डिसिप्लिनरी)।
अनुशासित (सं.) [वि.] 1. मर्यादित 2. नियंत्रित 3. अनुशासनबद्ध; (डिसिप्लिंड)।
अनुशिक्षण (सं.) [सं-पु.] 1. प्रशिक्षण 2. अभ्यास।
अनुशीर्षक (सं.) [सं-पु.] पत्र-पत्रिकाओं में समाचारों या आलेखों में मुख्य शीर्षक के नीचे का अथवा बीच में दिया गया छोटा शीर्षक।
अनुशीलन (सं.) [सं-पु.] 1. चिंतन; मनन 2. मंथन 3. गंभीरतापूर्वक सतत अभ्यास 4. नियमित गहन अध्ययन।
अनुशीलनकर्ता (सं.) [सं-पु.] 1. वह जो अनुशीलन करता हो 2. मनन, चिंतन करने वाला व्यक्ति।
अनुश्रुत (सं.) [वि.] 1. जिसे बहुत दिनों से लोग सुनते आ रहे हों 2. परंपरा से सुना गया; (लीजेंडरी)।
अनुश्रुति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. परंपरा से चली आ रही कोई कथा या बात 2. अनुश्रव 3. कथा; उक्ति; (लीजेंड)।
अनुषंग (सं.) [सं-पु.] 1. संबंध; लगाव 2. कोई शब्द जिसका दूसरे शब्द के साथ अथवा कारण और कार्य का संबंध हो 3. प्रसंग से संबद्ध अवश्यंभावी परिणाम 4. न्यायशास्त्र के अनुसार उपनय और निगमन में सर्वनाम आदि के द्वारा संबंध-स्थापन।
अनुषंगी (सं.) [वि.] 1. किसी कार्य, विषय या तथ्य के बाद सहायक या संबद्ध रूप में होने वाला 2. किसी कार्य से निकलने वाला अनिवार्य परिणाम 3. संबंधी 4. आसक्त 5. सहायक।
अनुषक्त (सं.) [वि.] 1. संलग्न; साथ लगा हुआ 2. संबद्ध; जुड़ा हुआ।
अनुष्टुप (सं.) [सं-पु.] बत्तीस अक्षरों का एक प्रसिद्ध छंद जिसके प्रत्येक चरण में आठ वर्ण होते हैं।
अनुष्ठान (सं.) [सं-पु.] 1. अभीष्ट प्राप्ति के लिए संकल्पित मांगलिक कर्मकांड; सुफल और सफलता के लिए देवी-देवता का आराधन 2. धार्मिक कृत्य; यज्ञ 3. कोई कार्य करना 4. कार्यारंभ।
अनुष्ठानिक (सं.) [वि.] 1. अनुष्ठान या यज्ञ से संबंधित 2. अनुष्ठानपरक; अनुष्ठान की तरह का।
अनुसंधान (सं.) [सं-पु.] 1. निश्चित उद्देश्य की प्राप्ति हेतु तथ्यों को एकत्र करके निष्कर्ष की खोज; अन्वेषण 2. प्रयत्न 3. जाँच-पड़ताल; (इन्वेस्टिगेशन)।
अनुसंधि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. गुप्त परामर्श (मंत्रणा) या संधि 2. कुचक्र; षड्यंत्र 3. तलाश; अनुसंधान।
अनुसंधित्सु (सं.) [वि.] 1. अनुसंधान करने वाला 2. शोधार्थी।
अनुसरण (सं.) [सं-पु.] 1. पीछे चलना; अनुगमन 2. अनुकरण 3. अनुकूल आचरण।
अनुसार (सं.) [सं-पु.] 1. अनुसरण 2. किसी के सदृश। [वि.] मुताबिक; अनुकूल; अनुरूप।
अनुसूचक (सं.) [वि.] निर्धारित नियमों की सूचना देने वाला।
अनुसूचन (सं.) [सं-पु.] नियमावली की सूचना जारी करना।
अनुसूचित (सं.) [वि.] 1. अनुसूची में लाया हुआ; अनुसूची में शामिल 2. जिसे अनुसूची में शामिल या निर्दिष्ट किया गया हो (जैसे- जातियाँ, भाषाएँ)।
अनुसूची (सं.) [सं-स्त्री.] पीछे जोड़ी गई सूची; परिशिष्ट के रूप में व्यवस्थित सूची जिसमें विवरण, नियमावली आदि दी गई हो; (शेड्यूल)।
अनुसेवा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी चीज़ का औज़ार या संसाधन के रूप में इस्तेमाल 2. आदी होना।
अनुसेवी (सं.) [वि.] 1. किसी चीज़ का संसाधन के रूप में इस्तेमाल करने वाला 2. आदी; आदतन करने वाला; अभ्यासवश कोई कार्य करने वाला।
अनुस्मरण (सं.) [सं-पु.] 1. भूली हुई बातों को फिर से याद करना 2. बार-बार स्मरण 3. याददाश्त से टटोल कर कुछ निकालना; (रिकलेक्शन)।
अनुस्मृति (सं.) [सं-स्त्री.] वह स्मृति या स्मरण जो अपेक्षाकृत अधिक प्रिय हो।
अनुस्यूत (सं.) [वि.] 1. गूँथा या पिरोया हुआ 2. सिला हुआ 3. क्रमबद्ध 4. परस्पर मिला हुआ।
अनुस्वार (सं.) [सं-पु.] 1. स्वर के बाद उच्चरित होने वाला एक नासिक्य व्यंजन या वर्ण जिसका चिह्न है (ं), जैसे- कं 2. हिंदी में वर्ण के ऊपर की बिंदी जो नासिक्य व्यंजन या अनुनासिकता की सूचक होती है।
अनुहर्ता (सं.) [सं-पु.] नकल उतारने वाला व्यक्ति।
अनुहार (सं.) [वि.] 1. समान; सदृश; तुल्य 2. अनुकूल; अनुसार। [सं-स्त्री.] 1. प्रकार; भेद 2. चेहरे की बनावट; मुखारी 3. नकल; प्रतिकृति 4. सादृश्य।