Hin Dict_a35 - हिंदी शब्दकोश - अ35


अभिनिर्णय (सं.) [सं-पु.] 1. किसी विवादास्पद विषय में निर्णायक का अंतिम निर्णय; (वर्डिक्ट) 2. किसी के दोषी या निर्दोष होने को लेकर अभिनिर्णायक या ज्यूरी का फ़ैसला; (वर्डिक्ट ऑफ़ ज्यूरी)।
अभिनिर्णायक (सं.) [सं-पु.] वे लोग जो जज के साथ बैठ कर किसी विवादास्पद मामले में अपना निर्णय या मत देते हैं; ज्यूरी।
अभिनिर्देश (सं.) [सं-पु.] अभिदेश।
अभिनिर्धारण (सं.) [सं-पु.] पहचान; शिनाख़्त; (आइडेंटिफ़िकेशन)।
अभिनिविष्ट (सं.) [वि.] 1. जिसका या जिसमें अभिनिवेश हुआ हो 2. घुसा, धँसा या गड़ा हुआ 3. किसी काम में लगा हुआ; लीन; मग्न।
अभिनिवेश (सं.) [सं-पु.] 1. किसी ख़ास विषय में ध्यानस्थ होने की अवस्था 2. मनोयोग; तल्लीनता 3. तत्परता 4. दृढ़ संकल्प 5. गति; पैठ 6. मृत्यु के भय से होने वाला कष्ट या क्लेश 7. योगशास्त्र में उल्लिखित पाँच क्लेशों में से एक।
अभिनिवेशित (सं.) [वि.] 1. जिसका अभिनिवेश हुआ हो; अभिनिविष्ट 2. प्रविष्ट किया हुआ 3. डुबोया हुआ।
अभिनिष्पत्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. सिद्धि 2. समाप्ति; पूर्णता।
अभिनिष्पन्न (सं.) [वि.] 1. सिद्ध 2. पूर्ण; संपन्न; समाप्त।
अभिनीत (सं.) [वि.] जिसका अभिनय हुआ हो; खेला हुआ (नाटक)।
अभिनेता (सं.) [सं-पु.] अभिनय करने वाला; मंचीय कलाकार; (ऐक्टर)।
अभिनेत्री (सं.) [सं-स्त्री.] रंगमंच पर अभिनय करने वाली स्त्री; नटी; (ऐक्ट्रेस)।
अभिनेय (सं.) [वि.] 1. अभिनय के योग्य; जिसका अभिनय किया जा सकता हो 2. अभिनय के लिए प्रदत्त भूमिका; (रोल)।
अभिन्न (सं.) [वि.] 1. जो अलग न किया जा सके; जुड़ा हुआ 2. एक में मिला हुआ; संबद्ध; एकीकृत 3. आत्मीय; अंतरंग; अधिकाधिक निकट; घनिष्ठ।
अभिन्नता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अभिन्न या एक होने की अवस्था या भाव 2. एकरूपता 3. अंतरंगता; गहरी मित्रता 4. अटूटपन।
अभिन्नपद (सं.) [सं-पु.] (काव्यशास्त्र) श्लेष अलंकार का एक भेद जिसमें कोई पद भंग हुए बिना पूरे पद का श्लेष हो।
अभिन्नहृदय (सं.) [वि.] एकदिल; एकजान; अत्यंत अंतरंग; जिनमें भावों-विचारों की समानता हो।
अभिन्यस्त (सं.) [वि.] 1. जमा किया हुआ 2. डाला हुआ; किसी विभाग में रखा हुआ।
अभिन्यास (सं.) [सं-पु.] 1. किसी मद या विभाग में रखना; जमा करना 2. पूर्व योजना या परिकल्पना के आधार पर किया जाने वाला निर्माण 3. पत्र-पत्रिकाओं के पृष्ठ के स्वरूप को निर्धारित करने की योजना 4. मकान, उद्यान आदि की निर्माण-परिकल्पना; (लेआउट)।
अभिन्यासकर्ता (सं.) [सं-पु.] 1. विज्ञापनों, चित्रों तथा पाठ्य-सामग्री के पृष्ठ को सजाने की योजना बनाने वाला 2. निर्माण प्रारूप अथवा लेआउट तैयार करने वाला।
अभिपतन (सं.) [सं-पु.] 1. पूर्ण पतन; पूरी तरह गिरना 2. {ला-अ.} आक्रमण; चढ़ाई; हमला 3. प्रस्थान; कूच।
अभिपत्र (सं.) [सं-पु.] किसी गंभीर या गूढ़ विषय पर तैयार किया हुआ वह पत्र या आलेख जो विद्वानों के समक्ष विचारार्थ प्रस्तुत किया जाए; किसी संगोष्ठी में पढ़ा जाने वाला पत्र; (पेपर)।
अभिपद (सं.) [सं-पु.] 1. वह मत या विचार जो किसी विषय का पूरा या स्वतंत्र भाग हो 2. किसी विचार या मत को पूरी तरह समेटने वाला आलेख; (आर्टिकल)।
अभिपन्न (सं.) [वि.] 1. संकटग्रस्त 2. भाग्यहीन; अभागा 3. पराजित; हताश 4. अपराधी; दोषी 5. फ़रार; भागा हुआ।
अभिपीड़न (सं.) [सं-पु.] उत्पीड़न; बहुत अधिक कष्ट देना या पीड़ित करना।
अभिपुष्ट (सं.) [वि.] 1. जिसका अभिपोषण या अनुसमर्थन हो चुका हो; (रैटिफ़ायड) 2. अच्छी तरह पुष्ट या पका हुआ।
अभिपुष्टि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अच्छी तरह की जाने वाली पुष्टि; (कंफ़र्मेशन) 2. अभिपोषण; अनुसमर्थन 3. अच्छी तरह पुष्ट होने की अवस्था।
अभिपुष्प (सं.) [सं-पु.] सुंदर फूल। [वि.] फूलों से ढका हुआ।
अभिपूर्ण (सं.) [वि.] 1. अच्छी तरह भरा हुआ 2. पूरी तरह संतुष्ट।
अभिपूर्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अच्छी तरह पूरा करना 2. उत्तरदायित्व का पूर्ण परिपालन 3. क्रियान्वयन; (इंप्लीमेंटेशन)।
अभिपोषण (सं.) [सं-पु.] 1. अच्छी तरह की जाने वाली पुष्टि; (कन्फ़र्मेशन) 2. आधिकारिक रूप से स्वीकरण या अनुसमर्थन 3. अच्छी तरह पालन-पोषण करना; (रैटिफ़िकेशन)।
अभिपोषणीय (सं.) [वि.] 1. अभिपोषण करने योग्य; अभिपुष्टि या अनुसमर्थन करने योग्य 2. अच्छी तरह पालन-पोषण के लायक।
अभिपोषित (सं.) [वि.] 1. जिसका अभिपोषण हुआ हो; अभिपुष्ट 2. अनुसमर्थित 3. अच्छी तरह पालित-पोषित।
अभिप्रणय (सं.) [सं-पु.] 1. कृपा 2. प्रेम; अनुरक्ति।
अभिप्रणीत (सं.) [वि.] अच्छी तरह से तैयार किया हुआ।
अभिप्रपन्न (सं.) [वि.] प्राप्त; हासिल।
अभिप्रमाणन (सं.) [सं-पु.] किसी आधिकारिक व्यक्ति या संस्था द्वारा किसी बात या दस्तावेज़ के उचित होने की पुष्टि करना; सत्यापन; (अटेस्टेशन)।
अभिप्रमाणित (सं.) [वि.] जिसका अभिप्रमाणन हो चुका हो; सत्यापित; (अटेस्टेड)।
अभिप्राणन (सं.) [सं-पु.] साँस बाहर निकालने की क्रिया।
अभिप्राय (सं.) [सं-पु.] 1. अभिप्रेत; तात्पर्य; आशय; मतलब 2. उद्देश्य; प्रयोजन 3. मूल अर्थ 4. इरादा; (इनटेंशन; मोटिव) 5. कथानक रूढ़ि 6. इच्छा 7. राय 8. नीयत।
अभिप्रेत (सं.) [वि.] 1. चाहा हुआ; इष्ट 2. इच्छित; अभिलषित; उद्दिष्ट 3. प्रिय; रुचिकर 4. स्वीकृत।
अभिप्रेरण (सं.) [सं-पु.] किसी दिशा में लगाना; प्रवृत्त करना, प्रवृत्त होने के लिए बढ़ावा देना; (मोटिवेशन)।
अभिप्लव (सं.) [सं-पु.] 1. उपद्रव; उत्पात 2. बाढ़ 3. कष्ट; बाधा।
अभिभव (सं.) [सं-पु.] 1. पराजय; हार; तिरस्कार 2. अनहोनी; विलक्षण घटना 3. किसी को रोक लेना अथवा नियंत्रित कर किसी और दिशा में मोड़ना।
अभिभावक (सं.) [सं-पु.] 1. संरक्षक; सरपरस्त; (गार्जियन) 2. देखरेख करने वाला 3. आश्रय देने वाला।
अभिभावकत्व (सं.) [सं-पु.] अभिभावक का गुण, कर्म या आचरण।
अभिभावन (सं.) [सं-पु.] अभिभव की अवस्था; अभिभव की क्रिया।
अभिभावित (सं.) [वि.] 1. जिसका अभिभव हुआ हो; पराजित; हारा हुआ 2. दबाया हुआ; अधीनस्थ 3. तिरस्कृत; उपेक्षित।
अभिभावी (सं.) [वि.] 1. अभिभावन करने वाला 2. पूरी ताकत से सक्रिय होकर नतीजे लाने वाला 3. प्रभावोत्पादक 4. उत्कृष्ट।
अभिभाषक (सं.) [सं-पु.] 1. किसी पक्ष से बोलने वाला; न्यायालय में बहस करने वाला 2. बहस या समर्थन करने वाला 3. शास्त्रार्थ करने वाला।
अभिभाषण (सं.) [सं-पु.] विचार एवं विवेचनापरक भाषण; वक्तृता; व्याख्यान; उद्बोधन; (अड्रेस)।
अभिभू (सं.) [वि.] 1. दूसरों से आगे बढ़ा हुआ 2. श्रेष्ठ; उत्कृष्ट; उत्तम।
अभिभूत (सं.) [वि.] 1. मुग्ध; भावविभोर; विह्वल 2. वशीभूत; पराजित; पराभूत 3. अचैतन्य 4. विचलित 5. पीड़ित।
अभिमंडन (सं.) [सं-पु.] 1. सजाना; भूषित करना 2. किसी मत आदि का समर्थन करना या पोषण करना।
अभिमंत्रण (सं.) [सं-पु.] 1. मंत्र द्वारा संस्कारित या शुद्ध करने की क्रिया 2. आह्वान 3. जादू-टोना; टोटका।
अभिमंत्रित (सं.) [वि.] 1. मंत्र द्वारा संस्कारित, शुद्ध किया हुआ 2. जिसका आह्वान किया गया हो।
अभिमत (सं.) [सं-पु.] 1. राय; सुझाव 2. विचार; मत; सम्मति 3. इष्ट; मनचाही बात। [वि.] 1. वांछित; मनोनीत 2. सम्मत; अनुमत 3. राय के मुताबिक; मनचाहा।
अभिमन्यु (सं.) [सं-पु.] (महाभारत) सुभद्रा के गर्भ से उत्पन्न अर्जुन का पुत्र जो कौरवों के द्वारा रचे गए चक्रव्यूह में मारा गया था।
अभिमर्दन (सं.) [सं-पु.] 1. कुचलना; मसलना; रौंदना 2. पीसना; चूर-चूर करना 3. निचोड़ना 4. रगड़ना 5. {ला-अ.} कष्ट देना; सताना।
अभिमान (सं.) [सं-पु.] 1. घमंड; अहंकार; मद; गुमान 2. नाज़; गर्व 3. आक्षेप।
अभिमानपूर्वक (सं.) [क्रि.वि.] गर्व या फ़ख़्र के साथ, अभिमान करते हुए।
अभिमानरहित (सं.) [वि.] 1. अपने मान-अभिमान की परवाह न करने वाला; अति विनम्र 2. अहंकाररहित; मद और घमंड से सर्वथा मुक्त।
अभिमानित (सं.) [वि.] अभिमान से युक्त; अहंकारी।
अभिमानिनी (सं.) [सं-स्त्री.] अभिमानी स्त्री।
अभिमानी (सं.) [वि.] 1. जिसे अभिमान हो; अपने मान-अभिमान का विशेष ध्यान रखने वाला; स्वाभिमानी 2. अहंकारी; घमंडी; मगरूर।
अभिमुक्त (सं.) [वि.] जो कर्तव्य या पद से मुक्त हो; अवकाशप्राप्त।
अभिमुख (सं.) [सं-पु.] 1. सामने; सम्मुख; समक्ष; आगे 2. किसी की ओर मुँह किए हुए; उन्मुख।
अभिमुखता (सं.) [सं-स्त्री.] अभिमुख होने की अवस्था; सम्मुख; उन्मुखता।
अभियंता (सं.) [सं-पु.] यंत्रों आदि का निर्माण या सुधार करने वाला व्यक्ति; (इंजीनियर)।
अभियांत्रिक (सं.) [वि.] अभियंत्रण या यंत्र निर्माण कला से संबंधित; यंत्रों की मरम्मत करने वाला।
अभियांत्रिकी (सं.) [सं-स्त्री.] यंत्रों का निर्माण, सुधार तथा उपयोग करने का ज्ञान और कला सिखाने वाली विद्या; यांत्रिकी; (इंजीनियरिंग)।
अभियाचक (सं.) [वि.] याचना करने वाला; माँगने वाला, अनुरोध या निवेदन करने वाला।
अभियाचन (सं.) [सं-पु.] 1. अपनी ज़रूरत की चीज़ों या अधिकार को माँगना; माँग 2. प्रार्थना; अनुरोध; अभियाचना।
अभियाचित (सं.) [वि.] 1. जिसकी माँग की गई हो 2. जिसके लिए प्रार्थना या अनुरोध किया गया हो।
अभियान (सं.) [सं-पु.] 1. कहीं जाना या पहुँचना; प्रस्थान; कूच 2. उपक्रम; मुहिम; (मिशन) 3. चढ़ाई; आक्रमण; धावा 4. किसी कार्य सिद्धि के लिए योजनाबद्ध तरीके से किया जाने वाला सतत प्रयास; (एक्सपीडीशन)। [मु.] -चलाना : आंदोलन प्रारंभ कर देना या छेड़ देना; किसी कार्य का बीड़ा उठाना।
अभियानिक (सं.) [वि.] किसी अभियान या मुहिम से संबंधित; अभियान के रूप में होने वाला।
अभियानी (सं.) [वि.] 1. अभियान या मुहिम चलाने वाला 2. अभियान या मुहिम पर चल पड़ने की फ़ितरत या मिज़ाज वाला 3. खोज यात्राएँ करने वाला।
अभियुक्त (सं.) [सं-पु.] 1. ऐसा व्यक्ति जिसपर अभियोग लगाया गया हो; आरोपित व्यक्ति; मुलज़िम 2. वह जो अपने आप को निरपराध सिद्ध करने के लिए प्रतिवादी हो। [वि.] 1. दोषी; अपराधी 2. लगा हुआ; संयुक्त।
अभियुक्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अभियुक्त होने की अवस्था या भाव 2. दोषारोपण।
अभियोक्ता (सं.) [सं-पु.] अभियोग लगाने वाला व्यक्ति; अभियोगी; वादी; फ़रियादी।
अभियोग (सं.) [सं-पु.] 1. किसी पर लगाया गया आरोप; आक्षेप; दोषारोपण 2. न्यायालय में किसी के विरुद्ध आवेदन; नालिश; मुकदमा 3. चढ़ाई; आक्रमण।
अभियोगपत्र (सं.) [सं-पु.] वह पत्र या कागज़ जिसमें अभियोग संबंधी विवरण लिखा हो; आरोपपत्र; (चार्जशीट)।
अभियोगाधीन (सं.) [वि.] 1. अभियोग के अंतर्गत आने वाला (मुद्दा या मसला) 2. जिसपर अभियोग का मामला चल रहा हो।
अभियोगी (सं.) [सं-पु.] अभियोग लगाने वाला व्यक्ति; अभियोक्ता; वादी; फ़रियादी। [वि.] 1. दोषारोपण करने वाला 2. आक्रमणकारी 3. मनोयोगपूर्वक लगा हुआ।
अभियोजक (सं.) [सं-पु.] 1. अभियोग लगाने वाला; अभियोगी; अभियोक्ता; वादी 2. योजना बनाने वाला।
अभियोजन (सं.) [सं-पु.] 1. अभियोग लगाना; मुकदमा चलाना 2. भली प्रकार जोड़ने या लगाने की क्रिया।
अभियोजनीय (सं.) [वि.] 1. अभियोग लगाए जाने योग्य; जिसपर मुकदमा चलाया जा सके 2. अच्छी तरह जोड़े जाने लायक 3. योजना बनाने लायक।
अभियोज्य (सं.) [वि.] जिसपर अभियोग लगाया या चलाया जा सकता हो; अभियोजनीय।
अभिरंजन (सं.) [सं-पु.] 1. रंजन; मनोरंजन; आमोद-प्रमोद 2. अनुरक्त करना या होना 3. अच्छी तरह रँगने की क्रिया।
अभिरंजित (सं.) [वि.] 1. जिसका रंजन या मनोरंजन हुआ हो 2. रीझा हुआ; अनुरक्त; अनुराग या प्रेम में डूबा हुआ।
अभिरक्षक (सं.) [सं-पु.] 1. बचाव करने वाला; रक्षा करने वाला; रक्षक 2. संरक्षक; अभिभावक; देखभाल करने वाला; (कस्टोडियन; गार्जियन)।
अभिरक्षण (सं.) [सं-पु.] 1. बचाव; रक्षा; सुरक्षा 2. संरक्षण; अभिभावकत्व 3. देखभाल करने का काम 4. रखवाली; पहरेदारी।
अभिरक्षा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अच्छी तरह से की जाने वाली देखरेख या रक्षा; अभिरक्षण 2. किसी व्यक्ति या वस्तु की देखरेख करने या अधिकार में रखने की क्रिया; (कस्टडी)।
अभिरक्षित (सं.) [वि.] 1. रक्षित; सुरक्षित 2. संरक्षित; जिसकी देखभाल की जाए 3. जिसकी रखवाली या पहरेदारी की जाए।
अभिरक्ष्य (सं.) [वि.] 1. अभिरक्षा या अभिरक्षण के योग्य 2. जिसकी अभिरक्षा की जानी हो।
अभिरत (सं.) [वि.] 1. किसी कार्य या बात में लगा हुआ 2. प्रसन्न 3. अनुरक्त 4. युक्त; सहित।
अभिराधन (सं.) [वि.] 1. प्रसन्न करना 2. संतुष्ट करना।
अभिराम (सं.) [वि.] 1. रमणीय; सुंदर; मनोहर 2. मोहक; प्रिय 3. सुखद; रुचिकर। [सं-पु.] प्रसन्नता; ख़ुशी।
अभिरामी (सं.) [वि.] 1. सुंदरता और रमणीयता उत्पन्न करने वाला 2. रुचिकर बनाने वाला 3. आरामदायक।
अभिरुचि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. चाह; पसंद 2. झुकाव; रुझान 3. शौक 4. विशेष रुचि 5. यश, कीर्ति आदि की अभिलाषा।
अभिलक्षण (सं.) [सं-पु.] 1. सुस्पष्ट तथा भेदकारी चिह्न 2. विशिष्टता सूचक चिह्न।
अभिलषित (सं.) [वि.] जिसकी अभिलाषा की जाए; चाहा हुआ; वांछित।
अभिलाषा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. इच्छा; कामना; चाह; चाहत; हसरत; आकांक्षा 2. प्रिय से मिलने की इच्छा 3. लोभ; लालसा।
अभिलाषी (सं.) [वि.] अभिलाषा करने या रखने वाला; इच्छुक; आकांक्षी।
अभिलिखित (सं.) [वि.] 1. लिखा हुआ 2. खुदा या खोदा हुआ; उत्कीर्णित 3. अभिलेख के रूप में दर्ज; दस्तावेज़ी।
अभिलेख (सं.) [सं-पु.] 1. महत्वपूर्ण लेख; दस्तावेज़ 2. ताम्रपत्र आदि पर खुदी हुई ऐतिहासिक महत्व की सामग्री; पुरालेख 3. किसी विषय, कार्रवाई आदि के बारे में नियमित रूप से दर्ज किए जाने वाले तथ्य; (रिकॉर्ड) 4. न्यायालयों में मुकदमों, वादी-प्रतिवादी, गवाहों आदि के बयानों को फ़ैसलों के लिए सुरक्षित रखना।
अभिलेख-अधिकरण (सं.) [सं-पु.] राज्य के प्रमुख अभिलेख विभाग का वह अधिकरण या न्यायालय जो अभिलेखों की लिपि अथवा अन्य भूलों को सुधारने का एकमात्र अधिकारी होता है।
अभिलेखक (सं.) [सं-पु.] अभिलेखन करने वाला; अभिलेख तैयार करने वाला।
अभिलेखन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी विषय का पूरा विवरण सोद्देश्य लिखना या दर्ज़ करना; दस्तावेज़ीकरण; (रिकॉर्डिंग) 2. किसी चीज़ पर खोदने या उत्कीर्ण करने का कार्य।
अभिलेखपाल (सं.) [सं-पु.] न्यायालय या किसी कार्यालय में अभिलेखों की देखभाल करने वाला कर्मचारी या अधिकारी; (रिकॉर्ड कीपर)।
अभिलेखागार (सं.) [सं-पु.] 1. वह कक्ष या स्थान जहाँ सार्वजनिक अभिलेख संगृहीत किए जाते हैं 2. ऐतिहासिक आलेखों के संग्रह करने का स्थान; पुरालेखभवन; पुरालेखागार; (आरकाइव)।
अभिलेखाध्यक्ष (सं.) [सं-पु.] 1. अभिलेखालय या अभिलेखागार का मुख्य अधिकारी 2. अभिलेख-अधिकरण का अध्यक्ष।
अभिलेखालय (सं.) [सं-पु.] अभिलेख रखने का प्रमुख स्थान; अभिलेखागार।
अभिलेखित (सं.) [वि.] अभिलिखित।
अभिलोपन (सं.) [सं-पु.] 1. मिटाना; किसी लेख आदि को अथवा उनके किसी अंश को इस तरह काटना या मिटाना कि कुछ पढ़ने में न आए 2. ऐसे मिटाना कि कोई निशान बाकी न रह जाए।
अभिवंचन (सं.) [सं-पु.] 1. वंचित या रहित करने की क्रिया 2. छल; ठगी।
अभिवंचित (सं.) [वि.] 1. जो वंचित किया गया हो; अलग किया गया; रहित 2. छला गया; ठगा गया।
अभिवंदन (सं.) [सं-पु.] 1. प्रणाम; नमस्कार; बंदगी 2. प्रशंसा; स्तुति; स्तवन।
अभिवंदनीय (सं.) [वि.] 1. प्रणम्य; बंदगी के योग्य 2. प्रशंसा या स्तुति के योग्य।
अभिवंदित (सं.) [वि.] जिसका अभिवंदन किया गया हो; वंदित; प्रशंसित।
अभिवक्ता (सं.) [सं-पु.] वह व्यक्ति जो न्यायालय में किसी पक्ष की ओर से उसके विधिक अथवा व्यावहारिक पक्ष का समर्थन करे; वकील; अधिवक्ता।
अभिवचन (सं.) [सं-पु.] 1. इकरार; प्रतिज्ञा 2. अदालत में वकील का कथन या पक्ष-प्रस्तुति 3. (दर्शन) तथ्य निरूपण; अभिकथन।
अभिवदन (सं.) [सं-पु.] प्रणाम; नमस्कार; अभिवादन; स्तुति।
अभिवर्धन (सं.) [सं-पु.] अभिवृद्धि करना; संवर्धन; विकसित रूप में लाना; बढ़ाना।
अभिवहन (सं.) [सं-पु.] संवहन; ले जाने या ढोने की क्रिया।
अभिवांछित (सं.) [वि.] अभिलषित; मन से चाहा हुआ; इच्छित।
अभिवादक (सं.) [सं-पु.] 1. अभिवादन करने वाला 2. वंदना या स्तुति करने वाला।
अभिवादन (सं.) [सं-पु.] 1. आदरपूर्वक किसी को किया जाने वाला प्रणाम या नमस्कार 2. श्रद्धापूर्वक किया जाने वाला नमन।
अभिवादी (सं.) [वि.] अभिवादन करने वाला।
अभिवाद्य (सं.) [वि.] 1. जो अभिवादन के योग्य हो 2. जिसका अभिवादन किया जाना हो।
अभिवास (सं.) [सं-पु.] 1. आवरण 2. आच्छादन 3. ओढ़ने या ढकने का कपड़ा; चादर।
अभिविन्यस्त (सं.) [वि.] अच्छी तरह सजाया-सँवारा हुआ; सुव्यवस्थित।
अभिविन्यास (सं.) [सं-पु.] 1. सुव्यवस्थित करना; करीने से जमा कर रखना 2. साज-सँवार।
अभिवृत्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मनःस्थिति 2. मनोवृत्ति; प्रवृत्ति 3. रुख; रुझान; रवैया।
अभिवृद्धि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. संवृद्धि; विकास 2. सफलता 3. अभ्युदय; उन्नति; बढ़ोतरी।
अभिवेचन (सं.) [सं-पु.] नियंत्रण-निरीक्षण; काट-छाँट; आपत्तिजनक अंशों को निकालना; किसी समाचार के प्रकाशन पर पूर्णतः अथवा अंशतः प्रतिबंध।
अभिव्यंजक (सं.) [वि.] अभिव्यंजन करने वाला; प्रकट करने वाला; बोधक; अभिव्यक्तिपूर्ण।
अभिव्यंजन (सं.) [सं-पु.] विचारों एवं भावों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की क्रिया का भाव; भाषिक संकेत या भाव।
अभिव्यंजनवादी (सं.) [वि.] अभिव्यंजनवाद अथवा अभिव्यंजनावाद के सिद्धांत को मानने वाला।
अभिव्यंजना (सं.) [सं-स्त्री.] अभिव्यक्ति; शब्दों-संकेतों के सूक्ष्म प्रयोग द्वारा भावों-विचारों की सुंदर अभिव्यक्ति; विचारों और भावों की अभिव्यक्ति; अभिव्यंजन।
अभिव्यंजनावाद (सं.) [सं-पु.] साहित्य और कला के क्षेत्रों का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत जिसमें यथार्थ स्थितियों की तुलना में आंतरिक अनुभूतियों का चित्रण ही वांछनीय माना जाता है; वह वाद जिसमें मनोगत भावों को यथार्थ रूप में व्यक्त करने को मुख्य उद्देश्य माना जाता है।
अभिव्यंजित (सं.) [वि.] जिसका अभिव्यंजन किया गया हो; अभिव्यंजना के द्वारा प्रकट।
अभिव्यक्त (सं.) [वि.] जिसकी अभिव्यक्ति की गई हो; अभिव्यंजित; कथित; वाचित; प्रकट किया हुआ।
अभिव्यक्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अभिव्यक्त करने की क्रिया जिससे पूर्ण संप्रेषण हो सके; अभिव्यंजना; प्रकट या प्रकाशित करने की क्रिया; प्रकटीकरण; स्पष्टीकरण 2. परोक्ष और सूक्ष्म कारणों का प्रत्यक्ष कार्य के रूप में सामने आना, जैसे- बीज से अंकुर का प्रस्फुटन।
अभिव्यक्तिवाद (सं.) [सं-पु.] अभिव्यंजनावाद।
अभिव्यापक (सं.) [वि.] 1. सब ओर फैला हुआ; व्यापक; सर्वव्याप्त; सर्वसमावेशी 2. अच्छी तरह व्याप्त होने या करने वाला।
अभिव्यापी (सं.) [वि.] अभिव्यापक।
अभिव्याप्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अभिव्यापत होने की अवस्था या भाव; सर्वव्यापकता 2. सर्वसमावेश।
अभिशंका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. आशंका; संदेह 2. चिंता 3. भय।
अभिशंसन (सं.) [सं-पु.] 1. न्यायालय द्वारा या विधिक दृष्टि से अभियोग का पुष्ट होना; अभिशंसा 2. अभिशंसा करने की प्रक्रिया; (कनविक्शन)।
अभिशंसा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अभियोग या अपराध की पुष्टि 2. न्यायालय द्वारा अभियोग या अपराध सिद्ध होने की घोषणा।
अभिशंसित (सं.) [वि.] जिसपर लगे अभियोग या आरोप की पुष्टि हो गई हो; जो अदालत द्वारा दोषी करार दे दिया गया हो; (कनविक्टिड)।
अभिशप्त (सं.) [वि.] 1. किसी के शाप से प्रभावित; शापित 2. जिसपर मिथ्या दोष या आरोप लगाया गया हो।
अभिशस्त (सं.) [वि.] 1. न्यायालय में जिसपर दोष सिद्ध हो गया हो; दोषसिद्ध; (कनविक्टेड) 2. अभिशप्त; कलंकित।
अभिशस्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अभिशाप; विपदा 2. अदालय या पंचायत में किसी व्यक्ति का अपराधी या दोषी सिद्ध किया जाना; बदनामी; दोषसिद्धि।
अभिशाप (सं.) [सं-पु.] 1. श्राप या शाप 2. झूठा दोषारोपण; लांछन।
अभिशापग्रस्त (सं.) [वि.] अभिशाप से ग्रस्त; अभिशप्त।
अभिशापन (सं.) [सं-पु.] अभिशाप देने की क्रिया; कोसना; बद्दुआ।
अभिशापित (सं.) [वि.] अभिशप्त।
अभिशासक (सं.) [सं-पु.] 1. अच्छा शासक 2. अच्छी तरह शासन करने वाला अधिकारी।
अभिशासन (सं.) [सं-पु.] 1. सुशासन; अच्छा शासन 2. बेहतर प्रबंध और पूरे नियंत्रण के साथ किया जाने वाला शासन।
अभिशासित (सं.) [वि.] 1. जिसपर शासन किया जाए 2. जिसका अभिशासन हुआ हो; सुशासित।
अभिषंग (सं.) [सं-पु.] 1. पूर्ण संबंध या मिलन 2. आलिंगन 3. समागम; संभोग।
अभिषंगी (सं.) [सं-पु.] 1. अभिषंग करने वाला 2. जो किसी अनुचित या बुरे काम में साथ दे। [वि.] साथ लगा रहने वाला।
अभिषंजन (सं.) [सं-पु.] अभिषंग।
अभिषद (सं.) [सं-पु.] किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए विशिष्ट दलों या व्यक्तियों की संस्था जिनका उद्देश्य या हित समान हो; (सिंडिकेट; सीनेट)।
अभिषव (सं.) [सं-पु.] 1. यज्ञादि के समय किया जाने वाला स्नान 2. यज्ञ 3. शराब चुआना; आसवन 4. ख़मीर 5. काँजी।
अभिषवण (सं.) [सं-पु.] 1. यज्ञादि के समय का स्नान 2. सोमरस निचोड़ने का साधन 3. आसवन।
अभिषवणीय (सं.) [वि.] 1. अभिषवण के योग्य 2. अभिषवण के लिए प्रस्तुत या प्रस्तावित।
अभिषावक (सं.) [सं-पु.] 1. अभिषवण करने या कराने वाला 2. यज्ञ-अनुष्ठान के लिए सोमरस निचोड़ने वाला पुरोहित।
अभिषिक्त (सं.) [वि.] 1. जिसका अभिषेक हुआ हो 2. राजपद पर नियुक्त; अधिकार प्राप्त 3. अनुष्ठानपूर्वक अभिमंत्रित 4. सींचा हुआ; सिंचित।
अभिषुत (सं.) [वि.] 1. जो यज्ञ के लिए स्नान कर चुका हो 2. निचोड़ा हुआ।
अभिषेक (सं.) [सं-पु.] 1. ऊपर से जल डालकर किया जाने वाला सिंचन; जल का छिड़काव 2. यज्ञ-अनुष्ठान के अंत में शांति के लिए किया जाने वाला स्नान 3. सिंहासनारोहण; राज्याभिषेक; राज्यतिलक संस्कार 4. अभिषेक, प्रतिष्ठापन या पदारोहण में प्रयुक्त पवित्र जल।
अभिषेचन (सं.) [सं-पु.] 1. अभिषेक करने की क्रिया या भाव; जल का छिड़काव 2. अभिषेक का आयोजन।
अभिषेचनीय (सं.) [वि.] 1. अभिषेचन करने योग्य; अभिषेक का अधिकारी 2. राज्यारोहण का अधिकारी 3. अभिषेक से संबंधित।
अभिषेच्य (सं.) [वि.] अभिषेचनीय।
अभिसंग (सं.) [सं-पु.] अभिषंग।
अभिसंताप (सं.) [सं-पु.] 1. युद्ध; संग्राम; संघर्ष 2. पीड़ा; मानसिक कष्ट।
अभिसंदेह (सं.) [सं-पु.] विनिमय; परिवर्तन; अदला-बदली।
अभिसंध (सं.) [सं-पु.] 1. धोखा देने वाला; वंचक 2. निंदक 3. ईर्ष्या करने वाला।
अभिसंधान (सं.) [सं-पु.] 1. उद्देश्य 2. वचन; भाषण 3. लक्ष्य 4. लगन 5. संधि; समझौता 6. ठगी; धोखा।
अभिसंधि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. कुचक्र या षडयंत्र के तहत किया गया गुप्त समझौता; मिलीभगत; कुटिल उद्देश्य 2. धोखा; वंचना।
अभिसंपात (सं.) [सं-पु.] 1. संघर्ष; वितंडा; लड़ाई-झगड़ा 2. पतन 3. अभिशाप 4. क्रोध।
अभिसंयोग (सं.) [सं-पु.] प्रगाढ़ संबंध; गहरा लगाव; घनिष्ठता।
अभिसक्त (सं.) [वि.] दृढ़ता से जुड़ा हुआ; सटा या चिपका हुआ।
अभिसमय (सं.) [सं-पु.] 1. परस्पर होने वाला किसी प्रकार का समझौता या निश्चय 2. दो से अधिक राष्ट्रों में आपस में राज्यों के लाभ के विषय पर लिया गया उचित निर्णय या समझौता; परस्पर संबंध रखने वाले (डाक, तार आदि) विषयों के संबंध में किया गया विभिन्न राज्यों का समझौता; (कन्वेंशन) 3. दो राष्ट्रों में परस्पर हो रहे युद्ध को स्थगित करने के उद्देश्य से किया गया समझौता जिसका पालन करना दोनों पक्षों के लिए आवश्यक होता है 4. पुराने समय से चली आ रही प्रथा या परिपाटी के मूल में होने वाली वह सहमति जिसे मानक रूप में मानना सभी के लिए अनिवार्य हो, जैसे- कला, काव्य या संविधान संबंधी अभिसमय।
अभिसम्मत (सं.) [वि.] 1. सम्मानित; प्रतिष्ठित 2. अनुमत; स्वीकृत।
अभिसर (सं.) [सं-पु.] 1. सहचर; सखा 2. अनुचर; सेवक; दास 3. अनुयायी।
अभिसरण (सं.) [सं-पु.] 1. आगे बढ़ना; आगे या पास जाना 2. अभिसार करना; प्रिय मिलन के लिए छुप कर जाना 3. सहारा 4. शरण।
अभिसरना (सं.) [क्रि-अ.] 1. जाना; पहुँचना; संचरण करना 2. किसी वांछित स्थान पर जाना 3. प्रिय, प्रेमी या प्रेमिका से मिलने के लिए संकेत स्थल की तरफ़ जाना।
अभिसर्ग (सं.) [सं-पु.] 1. निर्माण; रचना; सृजन 2. सृष्टि।
अभिसाधक (सं.) [सं-पु.] अभिकर्ता।
अभिसाधन (सं.) [सं-पु.] अभिकरण।
अभिसामयिक (सं.) [वि.] 1. अभिसमय या समझौते से संबंध रखने वाला 2. जो किसी प्रथा या परिपाटी के अनुसार हो; रूढ़; (कन्वेंशनल)।
अभिसार (सं.) [सं-पु.] 1. अभिसरण 2. प्रिय से मिलने जाना 3. प्रिय-मिलन का संकेत-स्थल।
अभिसारिका (सं.) [सं-स्त्री.] छुपकर प्रिय से मिलने के लिए निर्दिष्ट स्थान पर जाने वाली स्त्री।
अभिसारिणी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अभिसारिका 2. साथ रहने वाली स्त्री; अनुचरी।
अभिसारी (सं.) [वि.] 1. अभिसार के लिए जाने वाला 2. किसी बिंदु या स्थान की ओर बढ़ने वाला 3. जो कार्यसिद्ध करने में सहायक हो; साधक।
अभिसिंचित (सं.) [वि.] 1. अच्छी तरह सींचा हुआ; अभिषिक्त 2. भावनात्मक स्तर पर पोषित।
अभिसूचक (सं.) [वि.] अभिसूचना देने वाला।
अभिसूचन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी कार्य निष्पादन के लिए विशेष रूप से दी जाने वाली वाली सूचना या आदेश; (एडवाइस) 2. अधिसूचना।
अभिसूचना (सं.) [सं-स्त्री.] विशेष रूप से दी जाने वाली सूचना; अधिसूचना।
अभिहत (सं.) [वि.] 1. जिसका अभिघात हुआ हो; घायल; जो पीटा गया हो; आहत 2. जिसपर प्रहार किया गया हो; पराभूत 3. बाधित 4. गुणन किया हुआ; गुणित 5. आक्रांत।
अभिहति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. प्रहार करने की क्रिया; निशाना लगाना 2. पिटाई करना; मारना 3. गुणन करने की क्रिया; गुणनफल।
अभिहरण (सं.) [सं-पु.] 1. उठा लेना या छीन लेना 2. लूटना 3. दूर करना या हटाना; एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना।
अभिहर्ता (सं.) [सं-पु.] 1. अभिहरण करने वाला; लुटेरा 2. अपनयन करने वाला।
अभिहार (सं.) [सं-पु.] 1. उठाने, हटाने या चुराने की क्रिया या भाव 2. युद्ध की घोषणा 3. सज़ा; दंड।
अभिहित (सं.) [वि.] 1. कहा हुआ; उल्लिखित 2. किसी विशिष्ट नाम से पुकारा जाने वाला; संबोधित 3. कहने भर का; नाम मात्र का।
अभिहितान्वयवाद (सं.) [सं-पु.] (काव्यशास्त्र) कुमारिलभट्ट द्वारा प्रवर्तित सिद्धांत जिसमें अभिधा द्वारा उपस्थित अर्थों के अन्वय संबंध को महत्वपूर्ण माना जाता है।
अभिहिति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अभिहित होने की अवस्था या भाव 2. उल्लेखनीयता 3. नाममात्र की सत्ता।
अभी [क्रि.वि.] 1. तत्काल; इसी वक्त; इसी क्षण 2. अब भी 3. अब तक।
अभी-अभी [क्रि.वि.] 1. तुरंत; शीघ्र; तत्काल; तत्क्षण 2. अब से ठीक पहले; हाल ही में।
अभीक (सं.) [वि.] 1. प्रबल इच्छा रखने वाला; उत्सुक या इच्छुक 2. भयानक 3. निर्भीक; निडर 4. कामुक; कामातुर।
अभीति (सं.) [सं-स्त्री.] डर या भय न होने की अवस्था या भाव; अभय; निडरता; निर्भीकता। [वि.] निडर; निर्भय; निर्भीक।
अभीप्सक (सं.) [वि.] 1. अभीप्सा या इच्छा करने वाला 2. अभिलाषी; इच्छुक।
अभीप्सा (सं.) [सं-स्त्री.] कामना; प्रबल इच्छा; तीव्र अभिलाषा।
अभीप्सित (सं.) [वि.] जिसकी अभीप्सा की गई हो; जिसकी तीव्र अभिलाषा हो; इच्छित।
अभीप्सी (सं.) [वि.] अभीप्सा करने वाला; तीव्र आकांक्षी; तीव्र अभिलाषी।
अभीष्ट (सं.) [वि.] 1. चाहा हुआ; वांछित; अभिप्रेत; आशय के अनुकूल 2. रुचिकर; प्रिय; पसंद का। [सं-पु.] 1. मनोरथ 2. प्रिय व्यक्ति; प्रेमी 3. अभिलषित चीज़।
अभीष्टलाभ (सं.) [सं-पु.] 1. अभीष्ट सिद्धि 2. इच्छित वस्तु की प्राप्ति।
अभीष्टसिद्धि (सं.) [सं-स्त्री.] मनोकामना पूरी होना; इष्ट की प्राप्ति होना।

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