Hin Dict_a41 - हिंदी शब्दकोश - अ41
अवंति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. भारत का एक प्राचीन नगर; आधुनिक उज्जैन 2. मालव जनपद।
अवंतिका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. उज्जैन 2. उज्जैन की भाषा।
अव (सं.) [पूर्वप्रत्य.] एक प्रत्यय जो शब्दों के पहले लगकर उनमें निश्चय, अनादर, कमी, उतार या निचाई, दोष या बुराई, व्याप्ति आदि भाव उत्पन्न करता है, जैसे- अवगुण, अवरोहण, अवमूल्यन आदि।
अवकरण (सं.) [सं-पु.] 1. कम करने या घटाने की क्रिया; घटाव 2. गणित में बाकी या शेष निकालने की क्रिया।
अवकर्त (सं.) [सं-पु.] खंड; टुकड़ा।
अवकर्तन (सं.) [सं-पु.] विभाजन करना; काटना।
अवकर्षण (सं.) [सं-पु.] 1. ज़ोर से खींचना; नीचे लाना 2. हटाना; दूर करना; बाहर करना।
अवकलन (सं.) [सं-पु.] 1. देखकर जानना या समझना 2. ग्रहण करना 3. इकट्ठा करके एक में मिलाना।
अवकलित (सं.) [वि.] 1. ज्ञात 2. गृहीत 3. देखा हुआ 4. इकट्ठा करके मिलाया हुआ।
अवकल्पना (सं.) [सं-स्त्री.] ऐसी कल्पना जिसका कोई आधार या प्रमाण न हो; आधार रहित अनुमान।
अवकाश (सं.) [सं-पु.] 1. छुट्टी 2. फ़ुरसत।
अवकाशकालीन (सं.) [वि.] छुट्टी के समय का; छुट्टी के समय से संबंधित।
अवकाशग्रहण (सं.) [सं-पु.] 1. किसी पद या कार्य से निवृत्त हो जाना; काम से अवकाश लेना 2. सेवानिवृत्त या रिटायर होना।
अवकाशप्राप्त (सं.) [वि.] किसी पद, कार्यभार आदि से अवकाशग्रहण किया हुआ; (रिटायर्ड)।
अवकिरण (सं.) [सं-पु.] बिखेरने, छितराने या फैलाने की क्रिया या भाव।
अवकीर्ण (सं.) [वि.] 1. बिखेरा हुआ 2. ध्वस्त 3. फैलाया हुआ; विस्तीर्ण 4. चूर-चूर किया हुआ 5. जिसका ब्रह्मचर्य व्रत भंग हो गया हो।
अवकीर्णन (सं.) [सं-पु.] 1. चारों ओर बिखेरना; छितराना या फैलाना 2. चूर या ध्वस्त करने की क्रिया।
अवकुंचन (सं.) [सं-पु.] 1. सिकोड़ना 2. मोड़ना 3. समेटना; बटोरना।
अवकुंठन (सं.) [सं-पु.] 1. ढकना; पाटना 2. परिवेष्टित करना 3. आकृष्ट करना।
अवकुत्सित (सं.) [वि.] निंदित।
अवकृपा (सं.) [सं-स्त्री.] कृपा का अभाव; कृपा-भाव का न रह जाना।
अवकृष्ट (सं.) [वि.] 1. खींचकर नीचे लाया हुआ 2. हटाया या दूर किया हुआ; बहिष्कृत 3. जाति से निकाला हुआ; जातिच्युत 4. हीन; तुच्छ।
अवकेश (सं.) [वि.] जिसके बाल नीचे लटके हुए हों।
अवकेशी (सं.) [वि.] 1. अल्प या छोटे बालोंवाला 2. जिसमें फल न लगते हों (वृक्ष, लता)।
अवक्तव्य (सं.) [वि.] 1. जो कहने योग्य न हो 2. अश्लील 3. अनुचित।
अवक्रंदन (सं.) [सं-पु.] ज़ोर-ज़ोर से रोना या विलाप करना।
अवक्रम (सं.) [सं-पु.] नीचे आना; गिराव।
अवक्रमण (सं.) [सं-पु.] 1. नीचे जाना; अधोगमन 2. जैन तथा बौद्ध धर्म के अनुसार गर्भ में आना।
अवक्रय (सं.) [सं-पु.] 1. मूल्य 2. भाड़ा 3. क्षतिपूर्ति 4. कर 5. महसूल।
अवक्रांत (सं.) [वि.] 1. जिसके ऊपर कोई दूसरा हो; अधीनस्थ 2. अधोगत; पतित 3. जिसे किसी ने दबाकर पूरी तरह अपने अधिकार में कर लिया हो।
अवक्रीत (सं.) [वि.] 1. माँगकर लिया हुआ; मँगनी का 2. उधार।
अवक्रोश (सं.) [सं-पु.] 1. कोसना; दुर्वचन 2. कर्कश ध्वनि या शब्द 3. अभिशाप; शाप 4. निंदा; बुराई।
अवक्षय (सं.) [सं-पु.] नाश; क्षय; बरबादी।
अवक्षयन (सं.) [सं-पु.] नाश या क्षय करने की क्रिया।
अवक्षिप्त (सं.) [वि.] 1. जिसका अवक्षेपन हुआ हो 2. नीचे गिराया हुआ 3. लांछित 4. निंदित।
अवक्षीण (सं.) [वि.] बहुत कमज़ोर।
अवक्षेप (सं.) [सं-पु.] 1. आरोप; लांछन 2. निंदा; बुराई 3. आक्षेप; आपत्ति 4. किसी विलयन या घोल में रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप बनने वाला पदार्थ।
अवक्षेपण (सं.) [सं-पु.] 1. नीचे फेंकना या गिराना 2. पछाड़ना 3. निंदा करना 4. दुर्वचन बोलना 5. दोष या आरोप लगाना 6. पराभूत करना 7. प्रकाश की किरण का पानी, काँच आदि से गुज़रते समय वक्र होना।
अवखात (सं.) [सं-पु.] गहरा गड्ढा या खाई।
अवखाद (सं.) [सं-पु.] 1. बुरा या निकृष्ट आहार 2. पशुचारा। [वि.] 1. बहुत अधिक निकृष्ट आहार करने वाला 2. नाश करने वाला।
अवगंड (सं.) [सं-पु.] चेहरे पर होने वाली फुंसी या फुड़िया; मुँहासा।
अवगण (सं.) [वि.] 1. जिसका कोई गण न हो 2. जो अपने मित्रों से अलग हो 3. अकेला; एकाकी।
अवगणन (सं.) [सं-पु.] 1. गिनती करते समय किसी को छोड़ देना 2. उपेक्षा करना; अवहेलना; तिरस्कार 3. जानबूझकर किसी के महत्व, मान आदि की ओर ध्यान न देना या आवश्यकता से कम ध्यान देना 4. तुच्छ समझना; कुछ न गिनना।
अवगणित (सं.) [वि.] 1. जिसका अवगणन हुआ हो 2. अपमानित; उपेक्षित 3. जिसका महत्व या मान न आँका गया हो; अवज्ञात 4. निंदित 5. पराजित; पराभूत।
अवगत (सं.) [वि.] 1. विदित; ज्ञात; मालूम; जानकारी में आया हुआ 2. नीचे आया हुआ या गिरा हुआ।
अवगति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. वस्तुओं एवं विषयों की पूर्ण जानकारी जो मन या विवेक को होती है; अवगत होने की अवस्था या भाव 2. धारणा 3. बुद्धि; समझ 4. बुरी दशा या अवस्था; कुगति; नीच गति 5. निश्चयात्मक ज्ञान।
अवगमन (सं.) [सं-पु.] 1. विदित होने की क्रिया या भाव 2. जानना; समझना 3. अनुचित या बुरे मार्ग पर जाना 4. नीचे जाना; तह तक पहुँचना 5. अवगति होना 6. निश्चयात्मक ज्ञान प्राप्त करना।
अवगाढ़ (सं.) [वि.] 1. गहरा जमा हुआ 2. भीतर छिपा या दबा हुआ; अंदर पैठा हुआ।
अवगाह (सं.) [सं-पु.] 1. गहरा स्थान 2. डुबकी; डूब 3. जल में उतरकर स्नान करना 4. कठिनाई 5. थाह लेना 6. खोज; छानबीन। [वि.] 1. बहुत गहरा; अथाह 2. कठिन 3. गंभीर।
अवगाहन (सं.) [सं-पु.] 1. डुबकी लगाना 2. चिंतन-मनन; मंथन 3. छानबीन 4. अन्वेषण।
अवगाहित (सं.) [वि.] 1. जिसने स्नान किया हो 2. जिसमें नहाया जाए।
अवगाह्य (सं.) [वि.] 1. जो स्नान करने के योग्य हो 2. गहराई में जाने वाला 3. चिंतन, मनन या विवेचन करने योग्य।
अवगीत (सं.) [सं-पु.] 1. बेसुरा गान 2. निंदा। [वि.] 1. बेसुरा 2. निंदित।
अवगुंठन (सं.) [सं-पु.] 1. घूँघट 2. परदा 3. बुरका 4. ढकना; घेरना; छिपाना 5. घूँघट निकालना।
अवगुंठिका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. घूँघट 2. परदा 3. चिक 4. आवरण।
अवगुंठित (सं.) [वि.] 1. छिपा या ढका हुआ 2. घूँघट निकाला हुआ।
अवगुंफन (सं.) [सं-पु.] 1. गूथना; गुहना 2. ग्रंथन; बुनना।
अवगुण (सं.) [सं-पु.] 1. बुरा या अनुचित गुण 2. दोष; ऐब 3. खोट; बुराई।
अवग्रह (सं.) [सं-पु.] 1. किसी कार्य को करते समय आने वाली बाधा या रुकावट 2. वर्षा का अभाव; वर्षाहीन होने की अवस्था या भाव 3. बाँध 4. (व्याकरण) संधियों का विच्छेद; संधिविच्छेद।
अवग्रहण (सं.) [सं-पु.] 1. रोकने या प्रतिरोध करने की क्रिया या भाव 2. बाधा 3. अपमान; अनादर।
अवघट (सं.) [वि.] 1. विकट; दुर्गम; कठिन 2. जटिल।
अवघट्ट (सं.) [सं-पु.] 1. माँद; गुफा 2. छोटे जानवरों का बिल।
अवघर्षण (सं.) [सं-पु.] 1. रगड़ना, मलना या पीसना 2. छीलना 3. साफ़ करना; मार्जन करना।
अवघात (सं.) [सं-पु.] 1. बुरी तरह मारना 2. आघात; प्रहार 3. अपमृत्यु; हत्या 4. धान आदि को कूटना।
अवघाती (सं.) [सं-पु.] बुरी तरह मारने या हत्या करने वाला व्यक्ति।
अवघूर्णन (सं.) [सं-पु.] 1. चक्कर देना; चक्कर खाना 2. लुढ़कना 3. बवंडर 4. हवा में लहराना।
अवघोटित (सं.) [वि.] 1. चारों तरफ़ से ढका हुआ 2. अस्त-व्यस्त या उलट-पुलट किया हुआ।
अवघोषक (सं.) [सं-पु.] 1. असत्य समाचार कहने वाला 2. जो अफ़वाहें फैलाए।
अवघोषणा (सं.) [सं-स्त्री.] अनुचित या झूठी घोषणा।
अवचन (सं.) [सं-पु.] 1. चुप्पी; मौन 2. बुरा वचन; निंदा; दुर्वचन। [वि.] गूँगा; मूक।
अवचनीय (सं.) [वि.] 1. न कहने योग्य 2. अश्लील; अशिष्ट; अभद्र।
अवचय (सं.) [सं-पु.] 1. चुनकर इकट्ठा करना; संग्रह; संकलन 2. फूल या फल तोड़कर इकट्ठा करना।
अवचित (सं.) [वि.] 1. बटोरा हुआ 2. चुनकर इकट्ठा किया हुआ।
अवचेतन (सं.) [वि.] जिसमें पूरी चेतना न हो; अर्धचेतन; आंशिक या थोड़ी चेतनावाला; (सबकॉन्शस)।
अवच्छिन्न (सं.) [वि.] 1. जिसका किसी अवच्छेदक पदार्थ से अवच्छेद किया गया हो; अलग किया हुआ; पृथक 2. विशेषयुक्त; विशेषित 3. सीमित।
अवच्छेद (सं.) [सं-पु.] 1. अलगाव; भेद 2. हद; सीमा 3. अवधारण; निश्चय; छानबीन 4. संगीत में मृदंग के बारह प्रबंधों में से एक 5. परिच्छेद; विभाग 6. किसी वस्तु का वह गुण या धर्म जिससे अन्य पदार्थ पृथक प्रतीत हों 7. व्याप्ति।
अवच्छेदक (सं.) [वि.] 1. अवच्छेद करने वाला 2. छेदने वाला 3. हद बाँधने वाला 4. निश्चय या निर्णय करने वाला।
अवच्छेदन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी हथियार से काटकर अलग करने की क्रिया 2. खंड करना; विभाजन 3. सीमा निर्धारित करना 4. किसी तरह अलग या पृथक करने की क्रिया।
अवजय (सं.) [सं-स्त्री.] पराजय; हार।
अवजित (सं.) [वि.] 1. हारा हुआ; पराजित 2. तिरस्कृत; अपमानित।
अवज्ञा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी के प्रति समुचित आदर या सम्मान का भाव न होना 2. आज्ञा या आदेश की अवहेलना करना 3. उल्लंघन करना 4. एक अलंकार जिसमें एक वस्तु के गुण-दोष का दूसरी वस्तु पर प्रभाव न पड़ने का वर्णन होता है।
अवज्ञाकारी (सं.) [वि.] अवज्ञा करने वाला; बात न मानने वाला; आज्ञा या आदेश का पालन न करने वाला।
अवज्ञान (सं.) [सं-पु.] 1. अवज्ञा; अनादर 2. अपमान; तिरस्कार 3. आज्ञा का उल्लंघन।
अवज्ञेय (सं.) [वि.] 1. अपमान के योग्य; तिरस्कार के योग्य 2. जिसका अपमान या तिरस्कार करना उचित हो।
अवट (सं.) [सं-पु.] 1. गड्ढा 2. छिद्र; छेद 3. कुआँ 4. हाथी फँसाने का तृणाच्छादित गड्ढा 5. दाँत का गड्ढा 6. काँख आदि का गड्ढा 7. शरीर का निचला या कमज़ोर भाग 8. जादूगर; बाज़ीगर।
अवटना (सं.) [क्रि-अ.] 1. किसी द्रव पदार्थ का आग पर खौलना, तपना 2. व्यर्थ घूमना। [क्रि-स.] मथना; आलोड़न करना।
अवटु (सं.) [सं-पु.] 1. गड्ढा 2. कुआँ 3. माँद 4. गरदन का पिछला भाग 5. सिर के पिछले भाग के बाल।
अवडेर [सं-पु.] 1. झमेला 2. किसी बात पर होने वाली कहा-सुनी या विवाद; झंझट-बखेड़ा 3. सुख-भोग में होने वाली बाधा; रंग में भंग।
अवढर (सं.) [वि.] अकारण ही ख़ुश और अनुरक्त हो जाने वाला; मनमाने ढंग से उदारता बरतने वाला।
अवतंस (सं.) [सं-पु.] 1. हार; माला 2. मुकुट 3. कर्णफूल 4. वलयाकार आभूषण, जैसे- बाली, माँग-टीका 5. श्रेष्ठ व्यक्ति 6. वर; दूल्हा।
अवतत (सं.) [वि.] 1. फैलाया हुआ 2. जिसका विस्तार नीचे की ओर हो 3. विस्तृत।
अवतमस (सं.) [सं-पु.] 1. हलका अंधकार 2. अंधकार; अस्पष्टता; गूढ़ता; दुर्बोधता।
अवतरण (सं.) [सं-पु.] 1. प्रादुर्भाव 2. जन्म 3. अवरोहण; नीचे उतरना 4. पार उतरना 5. घाट 6. सीढ़ी 7. अनुवाद; भाषांतर 8. देवताओं का पार्थिव शरीर में प्रकट होना 9. उद्धृत अंश; उद्धरण।
अवतरण-चिह्न (सं.) [सं-पु.] उद्धरित कथन को संकेत करने वाला चिह्न।
अवतरण छत्र (सं.) [सं-पु.] वह छाता जिसका प्रयोग हवाईजहाज़ से उतरते समय किया जाता है; (पैराशूट)।
अवतरण पथ (सं.) [सं-पु.] हवाईजहाज़ से उतरकर चलने का मार्ग।
अवतरण भूमि (सं.) [सं-स्त्री.] हवाईजहाज़ के लैंड करने के बाद तथा उड़ान भरने से पहले चलने का रास्ता।
अवतरणिका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. ग्रंथ की प्रस्तावना; भूमिका 2. परिपाटी; रीति।
अवतरना (सं.) [क्रि-अ.] 1. प्रकट होना; उपजना 2. ऊपर से नीचे आना 3. शरीर धारण करना 4. अवतार लेना।
अवतरित (सं.) [वि.] 1. अवतार के रूप में उत्पन्न 2. नीचे उतारा हुआ; नीचे उतरा हुआ 3. उद्धृत 4. अनूदित 5. पार पहुँचा हुआ 6. स्नात।
अवतल (सं.) [वि.] दर्पण का एक प्रकार; नतोदर; (कॉनकेव)।
अवतापी (सं.) [वि.] 1. जहाँ सूर्य का ताप अधिक होता हो 2. बहुत तपाने वाला 3. कष्ट या दुख पहुँचाने वाला।
अवतार (सं.) [सं-पु.] 1. ऊपर से नीचे की ओर आना; उतरने की क्रिया या भाव 2. किसी दैवी शक्ति का पार्थिव रूप में जन्म 3. जन्म; शरीर-ग्रहण 4. विशिष्ट व्यक्ति।
अवतारण (सं.) [सं-पु.] 1. अवतारणा; अनुकरण; उद्धरण रूप में ग्रहण करना 2. अनुवाद 3. भूमिका 4. उद्धरण 5. उतारना 6. नीचे उतारना 7. पार उतारना।
अवतारना (सं.) [क्रि-स.] 1. उत्पन्न करना; रचना या बनाना 2. ऊपर से नीचे की ओर लाना; उतारना 3. पशुओं के गर्भ से बच्चा निकालना या उत्पन्न करना; जनना 4. जन्म देना।
अवतारवाद (सं.) [सं-पु.] अवतारों की धार्मिक अवधारणा में विश्वास करने वाला सिद्धांत।
अवतारी (सं.) [वि.] 1. अवतार ग्रहण करने वाला 2. अवतार या अवतार-ग्रहण से संबंधित 3. ईश्वर या किसी देवता के अवतार के रूप में जिसकी प्रसिद्धि हो 4. अवतार की तरह का चमत्कारी अथवा प्रभाव रखने वाला।
अवतीर्ण (सं.) [वि.] 1. उतरा हुआ; अवतरित 2. अनूदित 3. पार किया हुआ 4. स्नात 5. अवतार ग्रहण किया हुआ 6. उदाहृत; उद्धृत।
अवदमन (सं.) [सं-पु.] अच्छी तरह दबाना; दमन करना।
अवदशा (सं.) [सं-स्त्री.] गिरी हुई दशा; हीन हालात।
अवदाघ (सं.) [सं-पु.] 1. ताप; गरमी 2. जलन 3. ग्रीष्म ऋतु।
अवदात (सं.) [वि.] 1. शुभ्र; उज्ज्वल; श्वेत 2. शुद्ध; स्वच्छ; विमल; निर्मल 3. शुक्ल वर्ण का; गौर 4. पीत वर्ण का; पीला 5. खूबसूरत; सुंदर 6. उत्तम; पुण्यशील 7. सच्चा; सत्य।
अवदान (सं.) [सं-पु.] 1. योगदान; सहयोग 2. प्रशस्त कर्म 3. पराक्रम 4. उज्ज्वल कर्म 5. उत्सर्ग 6. खंड; विभाजन।
अवदान्य (सं.) [वि.] 1. पराक्रमी; बली 2. कंजूस 3. नियम आदि का उलंघन करने वाला 4. संकीर्ण हृदयी।
अवदाब (सं.) [सं-पु.] धँसाव।
अवदारक (सं.) [वि.] 1. अवदारण करने वाला 2. जो खंडित या विभक्त करे। [सं-पु.] 1. मिट्टी खोदने की खंती या फरसा 2. चीरने-फाड़ने या तोड़ने-फोड़ने की कोई वस्तु।
अवदारण (सं.) [सं-पु.] 1. तोड़ने-फोड़ने की क्रिया या भाव 2. चीरने-फाड़ने अथवा विदीर्ण करने का उपक्रम 3. विभाजन; अलगाव 4. नष्ट या बर्बाद कर देना।
अवदारित (सं.) [वि.] 1. तोड़ा-फोड़ा हुआ 2. खंडित; विभक्त; अवदीर्ण 3. नष्ट-भ्रष्ट किया हुआ।
अवदाह (सं.) [सं-पु.] 1. भीषण ताप; अत्यधिक गरमी 2. अधिक क्षेत्र में आग लगाना और उससे वस्तुओं को जलाना।
अवदीर्ण (सं.) [वि.] 1. विभक्त; टूटा हुआ 2. घबराया हुआ 3. उदास 4. पिघला या घुला हुआ।
अवद्य (सं.) [वि.] 1. अधम; पापी 2. गर्हित; निंद्य 3. त्याज्य 4. कुत्सित; निकृष्ट। [सं-पु.] 1. दोष 2. पाप 3. निंदा 4. लज्जा।
अवध (सं.) [सं-पु.] 1. उत्तर प्रदेश का एक हिस्सा 2. कोशल 3. अयोध्या।
अवधर्मी (सं.) [सं-पु.] वह जो धर्म का पालन न करता हो; वह जिसका आचरण धर्म या आदर्श विरुद्ध हो।
अवधा (सं.) [सं-स्त्री.] (ज्यामिति) वृत का खंड या भाग।
अवधाता (सं.) [सं-पु.] 1. अवधान करने वाला 2. किसी व्यक्ति या विचार का ध्यान रखने वाला।
अवधान (सं.) [सं-पु.] 1. मन का योग; चित्त का लगाव; मनोयोग 2. चित की वृत्ति का निरोध करके उसे एक ओर लगाना; समाधि 3. ध्यान; सावधानी; चौकसी।
अवधानी (सं.) [वि.] 1. ध्यान देने वाला 2. मनोयोग से भरा हुआ।
अवधायक (सं.) [सं-पु.] किसी काम का कर्ता-धर्ता; (इंचार्ज)।
अवधारण (सं.) [सं-पु.] 1. निश्चय करना 2. हद बाँधना; सीमांकन 3. मत या विचार बना लेना 4. शब्द विशेष पर ज़ोर देना।
अवधारणा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. सुविचारित धारणा या विचार 2. संकल्पना।
अवधारणीय (सं.) [वि.] 1. निश्चय करने योग्य 2. विचारणीय।
अवधारना (सं.) [क्रि-स.] धारण करना; ग्रहण करना। [क्रि-अ.] निश्चय करना; समझना।
अवधारित (सं.) [वि.] निश्चित; निर्धारित।
अवधार्य (सं.) [वि.] विचारणीय; अवधारणीय।
अवधाव (सं.) [सं-पु.] बर्फ़, चट्टान आदि का विशाल समुदाय।
अवधावन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी को पकड़ने के लिए उसका पीछा करना 2. धोना; साफ़ करना।
अवधावित (सं.) [वि.] 1. जिसका पीछा किया गया हो 2. धोया हुआ; साफ़ किया हुआ।
अवधि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. निर्धारित समय; नियत समय; मीयाद 2. सीमा; हद 3. अंतिम सीमा 4. समयांतराल 5. पड़ोस 6. गड्ढा। [अव्य.] तक।
अवधि बधित (सं.) [वि.] जिसकी अवधि समाप्त हो चुकी हो।
अवधिमान (सं.) [सं-पु.] समुद्र; सागर।
अवधी (सं.) [सं-स्त्री.] अवध क्षेत्र की बोली या भाषा। [वि.] अवध से संबंध रखने वाला।
अवधीरण (सं.) [सं-पु.] 1. तिरस्कारपूर्वक व्यवहार करना; बुरा बर्ताव करना 2. उपेक्षा करना।
अवधीरित (सं.) [वि.] 1. तिरस्कृत; अपमानित; उपेक्षित 2. जिसके साथ बुरा बर्ताव किया गया हो।
अवधूत (सं.) [सं-पु.] 1. संन्यासी 2. साधुओं का एक भेद। [वि.] 1. तिरस्कृत 2. अपमानित 3. आक्रांत 4. पराभूत 5. विरक्त।
अवधूतिका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. संन्यासिनी 2. ख़ास तरह की साध्वी। [वि.] 1. तिरस्कृता; वंचिता 2. अपमानित 3. आक्रांत 4. पराभूत 5. विरक्त।
अवधूती (सं.) [सं-स्त्री.] बाईं ओर की नाड़ी इड़ा; दाईं ओर की नाड़ी पिंगला और इन दोनों के बीच की नाड़ी सुषुम्ना कहलाती है। इस सुषुम्ना नाड़ी को ही अवधूती कहते हैं। उद्बुद्ध कुंडलिनी इसी से होकर सहस्रार स्थित शिव तक पहुँचती है।
अवधूपित (सं.) [वि.] 1. सुवासित 2. धूप आदि जलाकर उसके धुएँ से सुगंधित किया हुआ।
अवधूलन (सं.) [सं-पु.] 1. धूल या चूर्ण की तरह चीज़ छिड़कना 2. घाव वगैरह पर चूर्ण या पावडर छिड़कना; (डस्टिंग)।
अवधेय (सं.) [सं-पु.] 1. ध्यान 2. अभिधान; नाम। [वि.] 1. ध्यान देने योग्य 2. जानने योग्य 3. जिसका आदर या सम्मान किया जा सके 4. श्रद्धेय।
अवधेश (सं.) [सं-पु.] 1. अवध का राजा या स्वामी 2. अवध के राजा; दशरथ।
अवध्य (सं.) [वि.] 1. जिसे मारना उचित न हो 2. जिसे शास्त्रानुसार प्राणदंड न दिया जा सके 3. जो मारा न जा सके।
अवध्वंस (सं.) [सं-पु.] 1. परित्याग 2. अनादर; अपमान या उपेक्षा 3. निंदा; बुराई 4. बुरी तरह नाश।
अवध्वस्त (सं.) [वि.] 1. विनष्ट 2. निंदित 3. अपमानित; तिरस्कृत 4. दूर हटाया हुआ; परित्यक्त 5. छितराया हुआ 6. छिड़का हुआ।
अवन (सं.) [सं-पु.] 1. रक्षण 2. ख़ुश करना 3. प्रसन्नता 4. प्रीति 5. संतोष 6. आकांक्षा।
अवनत (सं.) [वि.] 1. नीचा; झुका हुआ; नत 2. गिरा हुआ; पतित; अधोगत 3. अस्त होता हुआ 4. नम्र; विनीत।
अवनति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. सामान्य स्थिति से नीचे गिरना; गिरावट 2. झुकाव 3. अधःपतन 4. उतार 5. अस्त होता 6. दंडवत 7. विनम्रता।
अवनद्ध (सं.) [सं-पु.] ढोल; मृदंग। [वि.] 1. निर्मित 2. जड़ा या बैठाया हुआ 3. ढका हुआ 4. बँधा हुआ।
अवनमन (सं.) [सं-पु.] 1. नीचे की ओर झुकने की क्रिया 2. पैर पड़ना 3. गुण, महत्व आदि का घटना 4. ग्रह-नक्षत्र आदि का नीचे की ओर जाना 5. तल या स्तर का नीचे की ओर झुकाव।
अवनयन (सं.) [सं-पु.] नीचे की ओर लाना या गिराना।
अवनामक (सं.) [वि.] 1. नीचे गिराने वाला 2. झुकाने वाला 3. हतोत्साहित करने वाला।
अवनायक (सं.) [वि.] 1. अवनति करने वाला या गिराने वाला 2. जिसका पतन या नाश होने वाला हो 3. नीचे की ओर गिराने वाला या ले जाने वाला।
अवनाह (सं.) [सं-पु.] 1. बाँधने या कसने की क्रिया 2. आवृत करना; ढकना 3. बंधन।
अवनि (सं.) [सं-पु.] 1. धरती; धरणी; पृथ्वी 2. उँगली 3. एक प्रकार की लता।
अवनींद्र (सं.) [सं-पु.] धरती का इंद्र; राजा।
अवनीश (सं.) [सं-पु.] धरती का ईश या स्वामी; राजा।
अवनीश्वर (सं.) [सं-पु.] दे. अवनीश।
अवनेजन (सं.) [सं-पु.] 1. हाथ-पाँव धोने की क्रिया 2. हाथ-पाँव धोने का पानी 3. आचमन 4. पिंडदान की वेदी पर बिछाए हुए कुशों पर पानी छिड़कना।
अवपात (सं.) [सं-पु.] 1. गिराव; पतन 2. गड्ढा 3. हाथियों को फँसाने के लिए बनाया गया गड्ढा; खाँड़ा 4. पक्षियों आदि का ऊपर से नीचे की ओर झपटना।
अवपातन (सं.) [सं-पु.] नीचे फेंकने या गिराने की क्रिया या भाव।
अवपात्र (सं.) [सं-पु.] अयोग्य या निकृष्ट पात्र।
अवपीड़न (सं.) [सं-पु.] 1. यातना देने की क्रिया 2. किसी के साथ कष्टदायक व्यवहार।
अवप्रेरण (सं.) [सं-पु.] 1. बुरे काम में सहायता देना 2. किसी को अपराध करने के लिए प्रोत्साहित करना 3. दुरुत्साहन।
अवबोध (सं.) [सं-पु.] 1. बोध; ज्ञान 2. जागना; सचेतनता 3. विवेक 4. जताना।
अवबोधक (सं.) [वि.] 1. जगाने वाला 2. जागरूक बनाने वाला। [सं-पु.] 1. सूर्य 2. शिक्षक 3. बंदी या चारण 4. चौकीदार 5. विचार।
अवबोधकीय कक्षा (सं.) [सं-स्त्री.] अवबोधन के लिए आयोजित कक्षा या शिविर; (ट्यूटोरियल)।
अवबोधन (सं.) [सं-पु.] 1. ज्ञान 2. बताना; जताना 3. जागरूक बनाना।
अवभंग (सं.) [सं-पु.] 1. हराना; पराजित करना 2. नीचा दिखाना।
अवभास (सं.) [सं-पु.] 1. केवल आभास के रूप में होने वाला मिथ्या ज्ञान 2. प्रतीति 3. चमक 4. झलक 5. दिखाई देना।
अवभासक (सं.) [वि.] 1. प्रकाशक 2. प्रकाशमय। [सं-पु.] परब्रह्म।
अवभासित (सं.) [वि.] 1. प्रतीत 2. प्रकाशित 3. प्रकट; लक्षित।
अवभृथ (सं.) [सं-पु.] 1. यज्ञ की समाप्ति 2. यज्ञ की समाप्ति पर किया जाने वाला स्नान।
अवभ्रट (सं.) [वि.] अवनाट; चपटी नाक वाला।
अवम (सं.) [वि.] 1. अधम; नीच 2. पापी 3. अंतिम 4. घटता हुआ। [सं-पु.] 1. पाप 2. चांद्र और सौर दिन का अंतर 3. पितरों का एक वर्ग 4. रक्षक।
अवमंता (सं.) [वि.] अपमान करने वाला।
अवमंदन (सं.) [सं-पु.] 1. मंद या धीमा कराना 2. तीक्ष्णता आदि को कम करना।
अवमत (सं.) [वि.] 1. अपमानित 2. तिरस्कृत 3. निंदित।
अवमति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अवज्ञा 2. तिरस्कार; अपमान 3. विरक्ति; अरुचि 4. अनुचित बुद्धि।
अवम तिथि (सं.) [सं-स्त्री.] चंद्र मास की वह तिथि जिसका क्षय हो गया हो।
अवमर्दन (सं.) [सं-पु.] 1. दमन 2. उत्पीड़न 3. कुचलना 4. मालिश करना।
अवमर्दित (सं.) [वि.] 1. रौंदा या कुचला हुआ 2. मर्दन किया हुआ 3. नष्ट या बरबाद किया हुआ।
अवमर्श (सं.) [सं-पु.] 1. स्पर्श 2. संपर्क; संबंध।
अवमर्शसंधि (सं.) [सं-स्त्री.] रूपक की पाँच संधियों में से चौथी, जब क्रोध, व्यसन या लोभ से फल-प्राप्ति के बारे में पर्यालोचन होता है और गर्भ संधि के द्वारा बीज को प्रकट कर दिया जाता है।
अवमर्ष (सं.) [सं-पु.] 1. आक्रमण 2. दूर करना 3. आलोचना 4. नाटक की पाँच संधियों (मुख, प्रतिमुख, गर्भ, अवमर्ष और निर्वहन) में से एक।
अवमर्षण (सं.) [सं-पु.] 1. असहिष्णुता 2. हटाना; मिटाना 3. मान्य न करना।
अवमान (सं.) [सं-पु.] 1. तिरस्कार; अपमान; अनादार 2. महत्व, मूल्य आदि को सही न आँकना।
अवमानन (सं.) [सं-पु.] 1. अवमान या अपमान करना 2. तिरस्कार करना।
अवमानना (सं.) [सं-स्त्री.] 1. बात न मानने की क्रिया; आदेश का उल्लंघन 2. अपमान 3. तिरस्कार।
अवमानव (सं.) [सं-पु.] नीच या निकृष्ट मनुष्य।
अवमानित (सं.) [वि.] 1. जिसका अपमान किया गया हो 2. तिरस्कृत।
अवमानी (सं.) [वि.] 1. अपमान या अवमान करने वाला 2. तिरस्कार करने वाला।
अवमान्य (सं.) [वि.] 1. अपमान के योग्य 2. तिरस्कार योग्य।
अवमूल्य (सं.) [सं-पु.] सामान्य से कम मूल्य।
अवमूल्यन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी के महत्व को कम करके आँकना 2. मुद्रा के मूल्य में गिरावट लाना; मुद्रा का विनिमय-मूल्य या सापेक्ष-मूल्य गिरा देना; (डिवैल्युएशन)।
अवमृदा (सं.) [सं-स्त्री.] निचली मिट्टी।
अवमोचन (सं.) [सं-पु.] 1. बंधन से मुक्त करना 2. छोड़ देना 3. ढीला करना।