Hin Dict_a6 - हिंदी शब्दकोश - अ6
अंतः (सं.) [पूर्वप्रत्य.] 1. तत्सम शब्दों के साथ प्रयुक्त होकर शब्द से द्योतित वस्तु, भाव या क्रिया के अंदर का या मध्य का होने का अर्थ देता है, जैसे- अंतःश्वसन अर्थात श्वास अंदर खींचना 2. यह प्रत्यय कहीं विसर्ग रूप 'अंतः' के साथ प्रयुक्त होता है, (जैसे- अंतःकरण) और कहीं 'अंतर' (अंतर्ज्ञान), अंतश् (अंतश्चेतना) या अतंस् (अंतस्सार) के रूप में।
अंतःकथा (सं.) [सं-स्त्री.] किसी कथा में सांकेतित या वर्णित कोई अन्य कथा या घटना; अंतर्कथा।
अंतःकरण (सं.) [सं-पु.] 1. अच्छे-बुरे का विवेक करने वाली भीतरी इंद्रिय या चेतना; अंतरात्मा 2. शरीर में विचार, ज्ञान या सुख-दुख के अनुभव का साधन; हृदय; मन; चित्त 3. चार वृत्तियों (मन, बुद्धि, चित्त, अहंकार) का समेकित रूप।
अंतःकरणीय (सं.) [वि.] 1. अंतःकरण से संबंधित 2. मनोविज्ञानीय।
अंतःकोण (सं.) [सं-पु.] 1. भीतरी कोण (रेखागणित) 2. त्रिभुज या बहुभुज के अंदर का कोण।
अंतःक्रिया (सं.) [सं-स्त्री.] 1. भीतर ही भीतर चलने वाली क्रिया; अंतर्क्रिया 2. (धर्म) मन को पवित्र बनाने वाला कर्म 3. (रसायन) निश्चित ताप-दबाव के अंतर्गत तत्वों के मेल से होने वाली रासायनिक क्रिया-प्रतिक्रिया 4. परस्पर संवाद या क्रिया।
अंतःक्षिप्त (सं.) [वि.] 1. बीच में व्यतिक्रम से आया हुआ 2. जिसका शरीर में अंतःक्षेप हुआ हो; सुई द्वारा जो अंदर प्रविष्ट कराया गया हो; (इंजेक्टेड)।
अंतःक्षेत्र (सं.) [सं-पु.] 1. अंदर का स्थान या क्षेत्र 2. घिरा हुआ स्थान।
अंतःक्षेत्रक (सं.) [वि.] दो या अधिक क्षेत्रों को परस्पर काटने वाला अथवा काटने से बना।
अंतःक्षेप (सं.) [सं-पु.] सुई लगाना; सुई द्वारा शरीर के अंदर दवा आदि प्रविष्ट कराने की क्रिया।
अंतःक्षेपण (सं.) [सं-पु.] 1. अंदर फेंकना 2. सुई लगाने की क्रिया; (इंजेक्शन)।
अंतःचक्षु (सं.) [सं-पु.] अंतर्चक्षु; भीतरी आँख; मन की आँख; अंतर्दृष्टि।
अंतःपत्रित (सं.) [वि.] (फ़ाइल या पुस्तक आदि) जिसके पन्नों के मध्य में संशोधन-परिवर्धन अथवा टिप्पणी आदि के लिए कोरे कागज़ लगे हों।
अंतःपरायण (सं.) [वि.] अंतःकरण के निर्णय को मानने वाला; विवेकशील; नीतिवान; ईमानदार।
अंतःपरिधान (सं.) [सं-पु.] शरीर पर धारण किए गए बाहरी परिधान के अंदर सबसे नीचे पहनने के वस्त्र, जैसे- जाँघिया, बनियान आदि; अंतर्वस्त्र (अंडरवियर)।
अंतःपरिधि (सं.) [सं-स्त्री.] परिधि के भीतर का स्थान; दायरे के भीतर का खाली स्थान या स्पेस।
अंतःपुर (सं.) [सं-पु.] 1. महल या घर का वह भाग जो स्त्रियों के निवास के लिए निश्चित हो; जनानख़ाना; रनिवास; हरम 2. शयनकक्ष।
अंतःप्रकृति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मूल स्वभाव; आत्मिक अभिरुचि; 2. मन; हृदय।
अंतःप्रजनन (सं.) [सं-पु.] 1. एक ही नस्ल के पशुओं में प्रजनन; सजातीय प्रजनन; (इनब्रीडिंग) 2. निकट संबंध वाले पौधों या प्राणियों के बीच जैविक प्रजनन।
अंतःप्रज्ञ (सं.) [सं-पु.] 1. वह जिसे तत्व या ब्रह्म का ज्ञान हो; प्रज्ञावान 2. आत्मज्ञानी; तत्वदर्शी; विवेकवान व्यक्ति।
अंतःप्रज्ञा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मनुष्य को अपने अंतर्मन, बाह्य जगत, जीवन के शाश्वत सत्यों और दूसरे के मन का स्वतः होने वाला प्रत्यक्ष ज्ञान; (इनट्यूशन) 2. आत्मज्ञान; तत्वदर्शन।
अंतःप्रतिरोध (सं.) [सं-पु.] 1. शारीरिक संरचना के अंदर की रोग-प्रतिरोधी क्षमता 2. मनोविश्लेषण में अचेतन को चेतन में आने से रोकने वाली शक्तियों का नाम 3. किसी संस्था या संगठन के अंदर से उठने वाला विरोधी स्वर।
अंतःप्रवाह (सं.) [सं-पु.] अंदर ही अंदर बहने वाली धारा; अंतर्धारा।
अंतःप्रवृत्ति (सं.) [सं-स्त्री.] आंतरिक प्रवृत्ति; अंदर का रुझान; मूल स्वभाव।
अंतःप्रांतीय (सं.) [वि.] 1. किसी प्रांत या प्रदेश के अंदर का; अंतःप्रादेशिक 2. किसी प्रांत के अंदर के किसी भाग से संबंध रखने वाला।
अंतःप्रादेशिक (सं.) [वि.] 1. किसी प्रदेश विशेष के भीतर स्थित 2. प्रदेश के भीतरी भाग से संबंधित 3. दो या दो से अधिक प्रांतों से संबंध रखने वाला; अंतःप्रांतीय।
अंतःप्रेरणा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मन की स्वाभाविक प्रेरणा; सहज प्रेरणा; अंतःप्रज्ञा 3. अंतरात्मा की आवाज़ 3. कला-साहित्य आदि की रचना के लिए प्रेरित करने वाली आंतरिक वृत्ति।
अंतःशिरा (सं.) [सं-स्त्री.] शरीर में रक्तवाहिनी शिरा या शिराओं का जाल।
अंतःशुद्धि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अंतःकरण की शुद्धि; हृदय को निर्मल करने की क्रिया 2. चित्त की शुद्धि 3. आंतरिक शुद्धि; चित्त या मन को विकारमुक्त करना।
अंतःश्वसन (सं.) [सं-पु.] साँस अंदर खींचने की क्रिया; फेफडे में वायु भरना।
अंतःसंचार (सं.) [सं-पु.] 1. एक से अधिक स्थानों अथवा देशों आदि में परस्पर संपर्क करने की क्रिया या भाव; (इंटरकम्यूनिकेशन) 2. दो संस्थाओं का पारस्परिक समाचार आदि का आदान-प्रदान।
अंतःसंबंध (सं.) [सं-पु.] दे. अंतस्संबंध।
अंतःसत्व (सं.) [वि.] जो अंदर से शक्तिशाली हो; जिसके अंदर शक्ति हो। [सं-पु.] 1. एक प्रकार का वृक्ष; भिलावा 2. भिलावा का फल।
अंतःसत्वा (सं.) [सं-स्त्री.] गर्भवती स्त्री।
अंतःसलिला (सं.) [सं-स्त्री.] 1. वह नदी जिसकी धारा भूमि के अंदर ही अंदर बहती है और ऊपर दिखाई नहीं देती; सरस्वती नदी 2. {ला-अ.} हृदय में उठने वाला उत्साह या उमंग का भाव; भावविह्वलता।
अंतःसाक्ष्य (सं.) [सं-पु.] अंदर ही मिलने वाला साक्ष्य या प्रमाण; आंतरिक प्रमाण 2. किसी वस्तु के संबद्ध तथ्यों के बारे में स्वयं उसके अंदर से ही निकलने वाला साक्ष्य या प्रमाण।
अंतःसार (सं.) [सं-पु.] 1. अंतरात्मा 2. भीतरी तत्व 3. अहंकार, मन और बुद्धि का योग। [वि.] भारी; प्रबल; बलवान; दृढ़।
अंतःस्फुरण (सं.) [सं-पु.] बिना चिंतन या तर्क के मन में अनायास उठने वाली बात; स्वतःस्फूर्त बात।
अंत (सं.) [सं-पु.] 1. किसी बात या कार्य की अंतिम अवस्था; अवसान; समाप्ति; खात्मा 2. वह स्थान जहाँ कोई वस्तु समाप्त होती है; सिरा; छोर; सीमा 3. परिणाम; फल 4. नाश; मृत्यु 5. समाप्ति; पराकाष्ठा 6. कथा फलागम 7. उपसंहार; समापन। [मु.] -करना : समाप्त या विनष्ट करना। -पाना : किसी बात या तथ्य का मर्म जानना। [मु.] -होना : मर या मिट जाना।
अंतक (सं.) [सं-पु.] 1. मौत; मृत्यु; काल 2. शिव; यमराज। [वि.] 1. अंत करने वाला 2. समाप्त करने वाला।
अंतकाल (सं.) [सं-पु.] 1. अंतिम समय; आख़िरी वक्त 2. आसन्न मृत्यु के क्षण; मरने की घड़ी; मरणबेला 3. समाप्ति और नाश का समय।
अंतक्रिया (सं.) [सं-स्त्री.] मृतक का अंतिम संस्कार; अंत्येष्टि; मृतक-क्रिया।
अंतगति (सं.) [सं-स्त्री.] मरण; मृत्यु। [वि.] 1. अंत को प्राप्त होने वाला 2. नाशवान; नष्ट होने वाला।
अंतगामी (सं.) [वि.] 1. अंत या समाप्ति तक जाने वाला 2. नष्ट होने वाला; नाशवान; मृत्यु तक पहुँचने वाला 3. अंतगति।
अंतज (सं.) [वि.] सबसे अंत में उत्पन्न होने वाला।
अंततः (सं.) [अव्य.] और अंत में; सब उपाय चूक जाने पर; अंततोगत्वा; आख़िरकार, जैसे- अंततः उसे पुस्तक मिल ही गई।
अंततोगत्वा (सं.) [अव्य.] अंतत; आख़िरकार; कुल मिलाकर; निष्कर्षतः।
अंतभेदी (सं.) [सं-पु.] युद्ध में एक तरह का व्यूह।
अंतर1 (सं.) [सं-पु.] 1. फ़र्क; भिन्नता; भेदभाव 2. किन्हीं दो स्थानों के बीच का फ़ासला; स्थान संबंधी दूरी 3. (गणित) शेष; बचा हुआ 4. समय संबंधी दूरी; अवकाश 6. अंतःकरण; हृदय; मन 5. बीच; भीतर का भाग 6. (गणित) दो अंकों में एक का दूसरी से अधिकता का परिणाम। [वि.] 1. आसन्न; निकट 2. भीतर का; आंतरिक 3. भिन्न; दूसरा 4. परस्पर। [परप्रत्य.] भिन्न; अन्य; 'दूसरा' के अर्थमें प्रयुक्त, जैसे- देशांतर, कालांतर।
अंतर2 (सं.) [परप्रत्य.] इंग्लिश 'इंटर' के समान विभिन्न इकाइयों के बीच के पारस्परिक संबंधों का द्योतन करता है, जैसे- अंतरजातीय (एक से अधिक जातियों के बीच); अंतरराष्ट्रीय (एकाधिक राष्ट्रों के मध्य)।
अंतरंग (सं.) [वि.] 1. पूरी तरह व्यक्तिगत; निजी; (पर्सनल) 2. अभिन्न 3. आंतरिक; आपसी; करीबी; अंदरूनी 3. आत्मीय; अत्यंत निकट का; प्रिय; घनिष्ठ; ख़ास 4. गोपनीय 5. पारिवारिक। [सं-पु.] 1. शरीर के आंतरिक अंग 2. आत्मीय जन; स्वजन।
अंतरंगता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अंतरंग होने की अवस्था या भाव; अभिन्नता 2. नज़दीकी; आत्मीयता; घनिष्ठता; निकटता; प्रगाढ़ता।
अंतरंगी (सं.) [सं-पु.] 1. जिससे बहुत घनिष्ठता हो; आत्मीय जन 2. जिससे निजी बातें कही जा सकती हों। [वि.] 1. आंतरिक; भीतरी 2. अतिप्रिय; घनिष्ठ।
अंतर-अयन (सं.) [सं-पु.] 1. किसी तीर्थ स्थान के अंदर पड़ने वाले मुख्य देवस्थलों की यात्रा 2. किसी तीर्थ की परिक्रमा।
अंतरक (सं.) [सं-पु.] अपनी चल-अचल संपत्ति किसी और के नाम करने वाला; अंतरण करने वाला; (ट्रांसफ़रर)। [वि.] 1. अंतर करने वाला 2. फ़ासला पैदा करने वाला; दूरी बढ़ाने वाला।
अंतरकालीन (सं.) [वि.] बीच का; दौरान का।
अंतरजातीय (सं.) [वि.] दो या अधिक जातियों के बीच होने या पाया जाने वाला या उनसे संबंधित, जैसे- अंतरजातीय विवाह।
अंतरज्ञ (सं.) [वि.] 1. अंदरूनी जानकारी रखने वाला; भेद या रहस्य जानने वाला; रहस्यज्ञ 2. अंतर या हृदय की बात समझने वाला 3. वह आत्मीय व्यक्ति जिससे हृदय की बात साझा की जाती हो।
अंतरण (सं.) [सं-पु.] 1. दान, विक्रय आदि के ज़रिए संपत्ति के स्वामित्व का दूसरे के पास जाना या हस्तांतरण किया जाना 2. किसी कर्मचारी-अधिकारी का एक जगह से दूसरी जगह तबादला या स्थानांतरण; (ट्रांसफ़र) 3. धन या रकम का एक खाते या मद से दूसरे खाते या मद में डाला जाना; (ट्रांसफ़रेंस)।
अंतरणकर्ता (सं.) [सं-पु.] अंतरण करने वाला।
अंतरणपत्र (सं.) [सं-पु.] अंतरण के लिए आदेश से संबंधित या उसके प्रमाणस्वरूप जारी किया जाने वाला कागज़; (ट्रांसफ़र डीड)।
अंतरणीय (सं.) [वि.] 1. जिसे दूसरे को प्रदान किया जा सके; जिसका अंतरण हो सके; हस्तांतरणीय 2. जिसे दूसरी जगह पर भेजा जा सके; स्थानांतरणीय; (ट्रांसफ़रेबल)।
अंतरतम (सं.) [वि.] 1. पूर्ण रूप से आंतरिक; भीतरी; सर्वाधिक अंदरूनी 2. सबसे घनिष्ठ; आत्मीय; अतिविश्वस्त। [सं-पु.] 1. सबसे अंदर वाला भाग 2. हृदय का आंतरिक स्थल 3. हृदय; मन।
अंतरदर्शी (सं.) [वि.] 1. अंदर का हाल जान लेने वाला 2. आत्मनिरीक्षक। [सं-पु.] गहरा चिंतक या दार्शनिक; लेखक।
अंतरदेशीय (सं.) [वि.] 1. दो या अधिक देशों या स्थानों के बीच होने या पाया जाने वाला या उनसे संबंधित 2. एक देश से दूसरे देश में संप्रेषित होने वाला।
अंतरपट (सं.) [सं-पु.] 1. दो वस्तुओं या व्यक्तियों के मध्य स्थित परदा जो भिन्नता सूचक हो 2. विवाह के समय वर और वधू के बीच आड़ करने वाला परदा 3. {ला-अ.} मन पर पड़ा हुआ अज्ञान का परदा।
अंतरपुरुष (सं.) [सं-पु.] 1. अंतःकरण में स्थित जीव को प्रेरित करने वाला ईश्वर 2. आत्मा।
अंतरप्रादेशिक (सं.) [वि.] 1. दो या अधिक प्रदेशों से संबंधित 2. दो या अधिक प्रदेशों में होने वाला 3. अंतरराज्यीय; अंतरप्रांतीय; (इंटरस्टेट)।
अंतरभिमुखी (सं.) [वि.] 1. जो अपने में ही खोया रहता हो 2. आत्मकेंद्रित; अंतर्मनस्क।
अंतरराष्ट्रीय (सं.) [वि.] 1. संसार के विभिन्न राष्ट्रों से संबद्ध; विश्वस्तरीय; (इंटरनैशनल) 2. दो या अधिक राष्ट्रों के पारस्परिक व्यवहार से संबंधित।
अंतरवयव (सं.) [सं-पु.] 1. भीतर के अवयव 2. शरीर के आंतरिक या भीतरी अंग।
अंतरशायी (सं.) [वि.] भीतर स्थित; अंदर रहने वाला। [सं-पु.] चित्त या अंतर में स्थित; जीवात्मा।
अंतरस्थ (सं.) [वि.] 1. भीतर या अंतर्मन में स्थित; आंतरिक 2. मध्य में रहने वाला 3. हृदय में रहने वाला।
अंतरा (सं.) [सं-स्त्री.] मुखड़े को छोड़कर गीत का शेष भाग; गीत की टेक से अगली पंक्तियाँ; गीत के चरण। [क्रि.वि.] 1. बीच-बीच में; यदा-कदा 2. पारस्परिक रूप से 3. प्रसंगतः।
अंतरात्मक (सं.) [वि.] 1. अंतर संबंधी 2. अंतर या भेद का सूचक 3. भेद पर आधारित; भेदात्मक।
अंतरात्मा (सं.) [सं-पु.] 1. अंतःकरण; अंतर्मन 2. प्राणी की आत्मा; जीवात्मा।
अंतराय (सं.) [सं-पु.] 1. बाधा; विघ्न; अड़चन; रोड़ा 2. ओट 3. मन की एकाग्रता में उत्पन्न होने वाला विघ्न।
अंतरायण (सं.) सं-पु.] 1. किसी व्यक्ति को उसके घर में ही कैद करके रखना; नज़रबंदी 2. युद्धरत देशों के सैनिकों और जहाज़ों को तटस्थ देशों की सीमा में निरस्त्रीकरण करके प्रवेश से रोका जाना।
अंतराल (सं.) [सं-पु.] 1. फ़ासला; दूरी 2. लंबाई; विस्तार 3. मध्यवर्ती स्थान या काल 4. बीच या भीतर का भाग 5. मध्यांतर; मध्यावकाश (इंटरवल)।
अंतरावधि (सं.) [सं-स्त्री.] बीच की अवधि या समय; मध्यांतर; दो घटनाओं के बीच का समय।
अंतरावयव (सं.) [सं-पु.] 1. शरीर के भीतरी अंग 2. किसी वस्तु का आंतरिक भाग।
अंतरावरोधित (सं.) [वि.] जिसे चलने या जाने के समय बीच में ही पकड़ या रोक लिया गया हो; बीच में रोका या पकड़ा गया; (इंटरसेप्टेड)।
अंतरावर्त (सं.) [वि.] 1. वृत्त के बीच 2. जो किसी घेरे या वृत्त के अंदर हो।