Hin Dict_a7 - हिंदी शब्दकोश - अ7


अंतरिक्ष (सं.) [सं-पु.] 1. पृथ्वी और अन्य ग्रहों के चारों ओर का स्थान 2. आकाश; खगोलमंडल; (स्पेस) 3. शून्य।
अंतरिक्ष-किरण (सं.) [सं-स्त्री.] अंतरिक्ष से आने वाली एक प्रकार की किरण जिसकी भेदन क्षमता अधिक होती है।
अंतरिक्षचारी (सं.) [सं-पु.] पक्षी। [वि.] आकाश में संचरण करने वाला; नभचर; खेचर।
अंतरिक्षज्ञ (सं.) [सं-पु.] अंतरिक्ष के ग्रहों-उपग्रहों के संबंध में अनुसंधान करने वाला; अंतरिक्ष विज्ञानी; (कॉज़्मालॉजिस्ट)।
अंतरिक्षयात्री (सं.) [सं-पु.] रॉकेट आदि की सहायता से अंतरिक्ष की खोजी यात्राएँ करने वाला; (ऐस्ट्रोनॉट)।
अंतरिक्ष-विज्ञान (सं.) [सं-पु.] वह विज्ञान जो अंतरिक्ष में स्थित ग्रहों-उपग्रहों का वैज्ञानिक अध्ययन करता है; (कॉज़्मॉलॉजी)।
अंतरिक्षिकी (सं.) [सं-स्त्री.] अंतरिक्ष विज्ञान; अंतरिक्षशास्त्र।
अंतरिक्षीय (सं.) [वि.] अंतरिक्ष का; अंतरिक्ष से संबंधित; खगोलीय; ब्रह्मांडीय।
अंतरित (सं.) [वि.] किसी एक व्यक्ति से दूसरे को अंतरण किया हुआ; स्थानांतरित; (ट्रांसफ़र्ड)।
अंतरितक (सं.) [सं-पु.] वह जो अपनी संपत्ति और उससे संबंधित अधिकार आदि दूसरे के हाथ में दे या सौंपे; अंतरक; (ट्रांसफ़रर)।
अंतरिती (सं.) [सं-पु.] दूसरे की संपत्ति तथा उससे संबंधित अधिकार प्राप्त करने वाला; वह जिसके पक्ष में अंतरण हो; (ट्रांसफ़री)।
अंतरिम (सं.) [वि.] 1. मध्यवर्ती; दरमियानी; बीच का; स्थानापन्न 2. अंतिम निर्णय से पहले की (व्यवस्था); कामचलाऊ 3. अंतराकालीन; अल्पकालीन 4. तदर्थ; कुछ दिनों का 5. अँग्रेज़ी शब्द 'इंटरिम' से ध्वनि साम्य के आधार पर गढ़ा गया समानार्थी शब्द।
अंतरीप (सं.) [सं-पु.] 1. द्वीप; टापू 2. ऐसा भूखंड जिसके तीन ओर समुद्र हो; (केप)।
अंतरीय (सं.) [सं-पु.] अंदर पहनने का ख़ास कपड़ा; अंतर्वस्त्र; (अंडरवियर); अँतरौटा। [वि.] भीतर का।
अंतर्कथा (सं.) [सं-स्त्री.] किसी प्रसंग में सांकेतित या अंतर्निहित कोई अन्य कथा, घटना या बात।
अंतर्कलह (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी एक पक्ष या समूह के लोगों में ही कलह या विवाद 2. शत्रुओं की बजाय आपस में ही झगड़ने की क्रिया या भाव।
अंतर्गत (सं.) [वि.] 1. अंदर समाया हुआ; समाविष्ट; सम्मिलित; शामिल; (इनक्लुडिड) 2. किसी के अंग के रूप में उसमें शामिल 3. अधीन।
अंतर्गति (सं.) [सं-स्त्री.] भावना; मन की वृत्ति।
अंतर्गिरि (सं.) [सं-पु.] 1. पर्वत का आंतरिक भाग 2. हिमालय का वह अंदरूनी हिस्सा जिसमें 18-20 हजार फुट से अधिक ऊँची चोटियाँ हैं (गौरीशंकर, धवलगिरि, नंगा पर्वत आदि का समूह)।
अंतर्गुट (सं.) [सं-पु.] किसी बड़े समूह या संगठन के अंतर्गत छोटा गुट या मंडली। [वि.] दो या अधिक छोटे गुटों के बीच का।
अंतर्ग्रथित (सं.) [वि.] 1. भीतर से गुँथा हुआ; अंदर से संबद्ध किया हुआ 2. परस्पर ग्रंथित; परस्पर संबद्ध।
अंतर्जगत (सं.) [सं-पु.] 1. आंतरिक जगत 2. अंदर या चित्त का संसार; मनोजगत।
अंतर्जात (सं.) [वि.] 1. भीतरी भाग से उत्पन्न होने वाला 2. अपने आप पैदा होने वाला।
अंतर्ज्ञान (सं.) [सं-पु.] 1. अंतर्बोध; मन में होने वाला ज्ञान; स्वतः स्फुरित ज्ञान; (इनट्यूशन) 2. आत्मज्ञान; अंतःकरण की चेतना 3. सहज ज्ञान; मन में आने वाला सहज-स्वाभाविक ज्ञान जिससे कोई बात अनायास समझ में आ जाती है।
अंतर्ज्योति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. भीतर का प्रकाश; भीतर की चेतना 2. आध्यात्मिक प्रकाश या आलोक। [वि.] जिसकी आत्मा प्रकाशमान हो; जो अंदर से चैतन्य हो।
अंतर्ज्वाला (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मन के भीतर की आग; प्रचंड भावावेग 2. आंतरिक ज्वाला 3. हृदय की आग; क्रोध 4. शोक; चिंता; संताप 5. यंत्रणा जो अग्नि के समान कष्ट देती है।
अंतर्दर्शन (सं.) [सं-पु.] 1. मन की परख; भीतरी निगाह 2. आत्मसाक्षात्कार; आत्मनिरीक्षण 3. अंतःकरण में ईश्वरानुभूति।
अंतर्दशा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मानसिक स्थिति; मनोवृत्ति; (मूड) 2. अंदरूनी हालत 2. (ज्योतिष) महादशा के अंतर्गत प्रत्येक ग्रह का भोग काल या आधिपत्य काल।
अंतर्दशाह (सं.) [सं-पु.] ऐसे कृत्य जो किसी मृत आत्मा की सद्गति के लिए मृत्यु के दस दिन तक किए जाते हैं; धार्मिक कृत्य।
अंतर्दाह (सं.) [सं-पु.] मन की जलन; संताप, दुख; आंतरिक बेचैनी; अंतर्ज्वाला।
अंतर्दृष्टि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. ज्ञानचक्षु; अंतःज्ञान; प्रज्ञा; अंतर्बोध; किसी बात को देखने-परखने की आंतरिक शक्ति 2. किसी बात या समस्या की तह में जाने वाली दृष्टि 3. अंतश्चेतना।
अंतर्देशीय (सं.) [वि.] 1. किसी देश के अंदर का; राष्ट्रीय 2. देश के आंतरिक भाग से संबंधित, जैसे- अंतर्देशीय सम्मेलन। [सं-पु.] डाक द्वारा भेजा जाने वाला ऐसा लिफ़ाफ़ा जिसके अंदर कोई कागज़ आदि नहीं रखा जा सकता तथा जो देश विशेष के अंदर ही भेजा जा सकता है।
अंतर्द्वंद्व (सं.) [सं-पु.] 1. ऊहापोह; कशमकश; मानसिक संघर्ष; अंदर ही अंदर चलने वाला द्वंद्व; दुविधा; परस्पर विरोधी भावों का संघर्ष।
अंतर्द्वार (सं.) [सं-पु.] घर का भीतरी या गुप्त द्वार; चोर दरवाज़ा।
अंतर्धान (सं.) [सं-पु.] अचानक छिप जाने की क्रिया; तिरोभाव। [वि.] 1. अदृश्य या लुप्त; गायब 2. अप्रत्यक्ष; अव्यक्त।
अंतर्धारा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. समुद्र, नदी आदि में जल के ऊपरी तल से नीचे बहने वाली धारा जो ऊपर से नहीं दिखती 2. किसी वर्ग या समाज में अंदर-अंदर ही चलने वाली प्रवृत्ति, धारणा या विचार जिसका ऊपर से साफ़-साफ़ पता न चलता हो; (अंडरकरेंट)।
अंतर्नाद (सं.) [सं-पु.] 1. अंतरात्मा की पुकार; हृदय की आवाज़ 2. समाधि में सुनाई देने वाली ध्वनि; अनाहत नाद।
अंतर्निष्ठ (सं.) [वि.] 1. जो किसी वस्तु या व्यक्ति का मूलभूत और स्थायी अंग हो और उससे अलग न किया जा सकता हो, जैसे- सर्वजन हिताय भावना भारतीय दर्शन में अंतर्निष्ठ है; अंतर्निहित।
अंतर्निहित (सं.) [वि.] 1. समाविष्ट, सन्निहित; अंतर्स्थापित; जो भीतर स्थित हो 2. व्यंजनार्थक, जैसे- कुछ कविताओं में गहन वेदना भाव अंतर्निहित है।
अंतर्पटी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. परदा 2. वह चित्र पट्टिका या कैनवास जिसपर प्रायः नदी, झरना, पर्वत आदि के दृश्य अंकित होते हैं; (बैकड्रॉप)।
अंतर्पत्रण (सं.) [सं-पु.] फ़ाइल आदि के पृष्ठों के बीच में सादे कागज़ लगाना जिससे बीच में कुछ लिखा या जोड़ा जा सके; (इंटरलीविंग)।
अंतर्बोध (सं.) [सं-पु.] 1. आत्मबोध; अंतर्दर्शन; आत्मज्ञान; ज्ञानदृष्टि 2. जेहन; प्रज्ञा 3. समझबूझ; बोधक्षमता।
अंतर्भाव (सं.) [सं-पु.] 1. किसी का दूसरे में पूरी तरह विलय हो जाना 2. किसी के अंतर्गत होने या करने की अवस्थिति; शामिल या समाविष्ट करने या होने की क्रिया; एक वस्तु में दूसरी के अंतर्निहित होने का भाव 3. आंतरिक भाव; मनोभाव।
अंतर्भावना (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अंतःकरण की भावना 2. मन ही मन किया जाने वाला चिंतन।
अंतर्भूत (सं.) [वि.] 1. अंदर स्थित; भीतर समाया हुआ; समाविष्ट 2. अंतर्गत।
अंतर्भूमि (सं.) [सं-स्त्री.] 1. पृथ्वी का भीतरी भाग; अंतर्क्षेत्र; भूगर्भ 2. मनोभूमि; मानसिक स्थिति 3. पृष्ठभूमि।
अंतर्भेद (सं.) [सं-पु.] 1. आपसी विवाद; झगड़ा 2. पारस्परिक मतभेद।
अंतर्भेदी (सं.) [वि.] 1. मर्म तक पहुँचने वाला 2. अंदर का भेद लेने वाला; भेदिया।
अंतर्भौम (सं.) [वि.] 1. ज़मीन या पृथ्वी के अंदर का 2. भूगर्भ में स्थित; भूगर्भीय; (सबटरेनियन)।
अंतर्मन (सं.) [सं-पु.] 1. मन की भीतरी चेतना; अंतःकरण 2. अचेतन मन।
अंतर्मनस्क (सं.) [वि.] 1. जो अपने में ही खोया हुआ हो; आत्मलीन 2. अतंर्मुखी 3. आत्मकेंद्रित।
अंतर्मना (सं.) [वि.] 1. अपने विचारों में ही डूबा हुआ; अंतर्मनस्क; विचारमग्न रहने वाला 2. एकांतप्रिय 3. उदास; चिंताकुल 4. आत्मकेंद्रित 5. अंतर्मुखी।
अंतर्मल (सं.) [सं-पु.] 1. भीतर का मैल या गंदगी; कलुष 2. मन में आने वाले दूषित विचार 3. चित्त के विकार।
अंतर्मुखी (सं.) [वि.] 1. भीतर की ओर जाने वाला 2. जो खुलकर लोगों से मिलता-जुलता न हो; शर्मीला 3. अपने विचार व्यक्त न करने वाला; मन की बात न कहने वाला 4. आत्मलीन; अंतर्लीन 5. आत्मकेंद्रित; (इंट्रोवर्ट)।