Hin Dict_a9 - हिंदी शब्दकोश - अ9


अंदर (फ़ा.) [अव्य.] 1. अंतर्गत; भीतर; भीतरी भाग में 2. किसी क्षेत्र या भवन आदि का अंदरूनी भाग 3. दरमियान; बीच में 4. गहराई में। [मु.] -करना : पुलिस द्वारा किसी को पकड़ कर जेल में डालना। -होना : हवालात में बंद होना।
अंदरूनी (फ़ा.) [वि.] 1. जो अंदर स्थित हो; भीतरी; आंतरिक 2. अंतर्क्षेत्रीय 3. गोपनीय।
अंदलीब (अ.) [सं-स्त्री.] बुलबुल नामक चिड़िया।
अंदाज़ (फ़ा.) [सं-पु.] 1. अनुमान; अटकल; कयास; तख़मीना 3. अदा; मोहक ढंग; नाज़-नखरा 4. मान; नाप-जोख 5. ढंग; ढब; तौर-तरीका, जैसे- अंदाज़ेबयाँ 6. हाव-भाव; कोमल चेष्टाएँ। [पर-प्रत्य.] फेंकने वाला; निशाना लगाने वाला, जैसे-तीरंदाज़, गोलंदाज़।
अंदाज़न (फ़ा.) [क्रि.वि.] 1. अंदाज़ या अनुमान से 2. करीब-करीब; प्रायः, लगभग।
अंदाज़ा (फ़ा.) [सं-पु.] 1. अनुमान; अटकल; अंदाज़; तख़मीना 2. उद्भावना; कल्पना 3. ख़याल; धारणा।
अंदाज़ेबयाँ (फ़ा.) [सं-पु.] बयान करने का अंदाज़; अभिव्यक्ति कौशल।
अंदु (सं.) [सं-पु.] 1. पायल; नूपुर 2. हाथी के पैर में बाँधने की ज़ंजीर।
अंदुक (सं.) [सं-पु.] 1. दरवाज़े की साँकल 2. नुपूर; पायल।
अंदेश (फ़ा.) [वि.] 1. चिंता या ध्यान सूचक 2. विचारशील; सोचने वाला 3. शब्द जो प्रायः यौगिक शब्दों के अंत में प्रयोग किया जाता है, जैसे-दूरअंदेश।
अंदेशा (फ़ा) [सं-पु.] 1. शक; संदेह; संशय; खटका 2. अविश्वास; आशंका; भय; खतरा 3. दुविधा; असमंजस 4. पूर्वाभास 5. जोखिम; हानि।
अंध (सं.) [वि.] 1. जिसे दिखाई न देता हो; अंधा; नेत्रहीन 2. {ला-अ.} अचेत; उन्मत्त; अराजक; मतांध 3. {ला-अ.} विचारहीन; बुद्धिहीन 4. जो बिना सोचे-समझे किया गया हो, जैसे- अंधभक्ति, अंधश्रद्धा। [सं-पु.] 1. अंधा व्यक्ति 2. अंधकार 3. {ला-अ.} अज्ञान; 4. चमगादड़; उल्लू।
अंधक (सं.) [वि.] जो दृष्टिहीन हो; अंधा। [सं-पु.] 1. शिव द्वारा मारा गया एक दैत्य 2. यादवों का एक पूर्वज।
अंधकार (सं.) [सं-पु.] 1. जहाँ बिल्कुल भी प्रकाश न हो; अँधेरा; अँधियारा; तिमिर; तम 2. तामस; कलुष 3. {ला-अ.} निराशा; हताशा; अज्ञान। [मु.] -नज़र आना : कोई उपाय न सूझना; निराशापूर्ण हालात में फँसना। -दूर होना : ज्ञान या बुद्धि प्राप्त होना।
अंधकार युग (सं.) [सं-पु.] 1. किसी राज्य या क्षेत्र के बौद्धिक रूप से पिछड़ा होने की अवस्था या भाव 2. ऐसा युग जिसके सामाजिक विकास या इतिहास का प्रमाण न मिलता हो 3. ऐसा युग जिसे इतिहास में पतनशील करार दिया गया हो।
अंधकाराच्छन्न (सं.) [वि.] अंधकार से आच्छादित; अंधकारपूर्ण; अंधकार से घिरा हुआ।
अंधकारावृत्त (सं.) [वि.] अंधकार या अँधेरे से आवृत्त या ढका हुआ; तिमिराछन्न; अंधकारपूर्ण।
अंधकूप (सं.) [सं-पु.] 1. अंधा कुआँ; वह स्थान जहाँ घनघोर अँधेरा हो 2. (पुराण) एक प्रकार का नरक 3. {ला-अ.} मूर्खता का माहौल। [मु.] -में डालना : किसी का अहित करना; किसी संकट में फँसाना।
अंधखोपडी [वि.] नितांत बेवकूफ़; वज्र मूर्ख; जड़बुद्धि।
अंधगति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी अंधे मनुष्य की तरह की गति; अंधत्व की अवस्था जैसी दुर्दशा 2. किंकर्तव्यविमूढ़ता की स्थिति; पशोपेश।
अंधड़ [सं-पु.] 1. बहुत वेग के साथ चलने वाली धूल भरी आँधी 2. ऐसी आँधी जिससे वातावरण में अँधेरा और धूल छा जाए।
अंधता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अंधापन 2. {ला-अ.} अनदेखी; उपेक्षा 3. मूर्खता।
अंधत्व (सं.) [सं-पु.] अंधापन; अंधता।
अंधपरंपरा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. ऐसी परंपरा जिसका वर्तमान समय में समाज पर दुष्प्रभाव पड़ता हो 2. तर्कहीन परंपरा; रूढ़ि; कुरीति 3. बिना सोचे-समझे पुराने रीति-रिवाजों या प्रथाओं का अंधानुकरण; अंधविश्वास 4. {ला-अ.} भेड़िया धँसान।
अंधबिंदु (सं.) [सं-पु.] आँख के अंदरूनी पर्दे का अप्रकाशग्राही बिंदु या स्थल।
अंधभक्त (सं.) [सं-पु.] आँख मूँदकर किसी पर श्रद्धा रखने वाला व्यक्ति; ऐसा भक्त जो किसी विरोधी तर्क को न सुने; अंधविश्वासी।
अंधभक्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. ऐसी भक्ति जिसमें तर्क या सत्य का स्थान न हो; निराधार आस्था 2. अज्ञानतावश की जाने वाली भक्ति; अंधश्रद्धा 3. मतांधता।
अंधराष्ट्रवाद (सं.) [सं-पु.] 1. राष्ट्रवाद का वह रूप जिसमें केवल अपने राष्ट्र के हित की मानसिकता निहित होती है 2. रूमानी राष्ट्रवाद; कट्टर राष्ट्रवाद 3. अपनी जातीय पहचान के श्रेष्ठताभाव या नस्लवाद से प्रभावित राष्ट्रवाद।
अंधराष्ट्रवादी (सं.) [वि.] 1. केवल अपने राष्ट्र या देश का भला सोचने वाला; कट्टर राष्ट्रवादी 2. जातीयता के श्रेष्ठताभाव के साथ राष्ट्रवाद का समर्थन करने वाला 3. अंधदेशभक्त।
अंधविश्वास (सं.) [सं-पु.] 1. धार्मिक आस्था का एक विचारहीन या तर्कहीन रूप; विचाररहित या विवेकशून्य विश्वास 2. परंपरागत रीति-रिवाज को बिना किसी आधार के स्वीकार करने की अवस्था; (सुपर्स्टिशन) 3. तर्कहीन बातों या घटनाओं पर अमूमन पिछड़ेपन या धार्मिक कट्टरता की वजह से होने वाला विश्वास; अंधसमर्थन 4. वहम; शकुन-अपशकुन में विश्वास 5. तंत्रमंत्र में विश्वास।
अंधविश्वासी (सं.) [वि.] 1. बिना किसी आधार के किसी बात पर विश्वास करने वाला; विवेकशून्य होकर किसी बात को मानने वाला; अंधश्रद्धालु; अंधसमर्थक 2. किसी धर्म या धर्माचार्यों के उपदेशों या किसी राजनीतिक सिद्धांत के प्रति बगैर उसके सही या गलत होने का चिंतन-मनन किए उसे अमल में लाने वाला; अंधसमर्थक 3. अंधविश्वासपूर्ण।
अंधश्रद्धा (सं.) [सं-पु.] 1. बिना कुछ सोच-विचार किए केवल अंधविश्वास के कारण की जाने वाली श्रद्धा; विचाररहित या विवेकशून्य श्रद्धा 2. अंधविश्वास; अज्ञान।
अंधसमर्थक (सं.) [वि.] 1. जो आँख मूँदकर किसी का समर्थन करे; जो बिना सोचे-विचारे किसी को सही ठहराए 2. अंधश्रद्धालु; अंधविश्वासी; अंधानुगामी 3. विचारहीन; अज्ञानी
अंधा (सं.) [वि.] 1. नेत्रहीन; दृष्टिहीन; दृष्टिबाधित; जिसे बिलकुल दिखाई न पड़े 2. जिसके भीतर कुछ भी दिखाई न दे; प्रकाशहीन, जैसे- अंधाकुआँ 3. {ला-अ.} बिना सोचे-समझे कार्य करने वाला; विचारहीन; तर्कहीन 4. जिसमें कोई विशिष्ट तत्व न रह गया हो, जैसे- अंधा दिया, अंधा शीशा 5. अंधविश्वासी; मतांध; अंधानुगामी। [मु.] ‌‌-बनना : जान-बूझकर किसी बात पर ध्यान न देना, आसपास की गतिविधियों से जानबूझकर अनभिज्ञ बने रहना। -बनाना : बुरी तरह या मूर्ख बनाकर धोखा देना। अंधे की लकड़ी या लाठी : असमर्थ का एकमात्र सहारा। अंधे के आगे रोना : किसी उदासीन व्यक्ति से अपनी व्यथा कहना। अंधे के हाथ बटेर लगना : किसी अयोग्य व्यक्ति को महत्वपूर्ण वस्तु या पद प्राप्त हो जाना। अंधों में काना राजा होना : गुणहीनों के समाज में थोड़े गुण वाले को श्रेष्ठ समझा जाना।
अंधाकुप्प [सं-पु.] हवाई हमले होने या आशंका होने पर बत्तियों को बुझा दिया जाना या उस स्थान को इस तरह से ढक देना जिससे रोशनी दिखाई न पड़े; (ब्लैक आउट)।
अंधाधुंध (सं.) [क्रि.वि.] 1. बिना रोक-टोक के; बेहिसाब; विवेकहीन होकर 2. लगातार; बेतहाशा, जैसे- जंगलों की अंधाधुंध कटाई। [वि.] बहुत सारा; बहुत अधिक, जैसे- अंधाधुंध ख़र्च।
अंधानुकरण (सं.) [सं-पु.] 1. आँख मूँदकर किसी के पीछे चलना; बिना सोचे-विचारे किसी का अनुकरण करना 2. किसी रीति-रिवाज या प्रथा का अनुकरण; अंधी नकल 3. {ला-अ.} भेड़चाल।
अंधानुकृत (सं.) [वि.] अंधानुकरण किया हुआ; बिना सोचे-समझे नकल किया हुआ।
अंधानुकृति (सं.) [सं-स्त्री.] बिना सोचे-समझे किया गया अनुकरण; नकल; अंधानुकरण।
अंधानुगमन (सं.) [सं-पु.] 1. विचार किए बिना किसी के पीछे लगे रहने की प्रवृत्ति; विचारहीनता; अनुकरण; भेड़चाल।
अंधानुगामी (सं.) [सं-पु.] 1. अंधानुगमन करने वाला व्यक्ति 2. बिना विचार के कार्य करने वाला व्यक्ति।
अंधानुयायी (सं.) [वि.] 1. अंधानुकरण करने वाला 2. बिना सोचे-विचारे किसी का अनुसरण करने वाला 3. जड़; मूर्ख; अज्ञानी।
अंधानुरक्त (सं.) [वि.] 1. बिना विचार किए भक्ति करने वाला; अंधश्रद्धालु; अंधानुगामी 2. अंधविश्वासी; अज्ञानी 3. किसी से घोर अनुरक्ति या प्रेम करने वाला; अंधप्रेमी; दीवाना।
अंधानुरक्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. विचारहीन होकर किया जाने वाला अनुराग या आसक्ति 2. अंधश्रद्धा; अंधविश्वास 3. ज्ञानहीन भक्ति 4. तर्कहीनता।
अंधानुसरण (सं.) [सं-पु.] आँख मूँदकर किसी की इच्छा या उसके कहने के मुताबिक किया जाने वाला काम; बिना सोचे-विचारे किसी की बात मानना।
अंधापन (सं.) [सं-पु.] 1. अंधा होने की अवस्था या भाव; नेत्रहीनता; दृष्टि का अभाव 2. {ला-अ.} अज्ञानता; मूर्खता।
अंधेर (सं.) [सं-पु.] 1. अँधेरा; अंधकार 2. अनीति; अन्याय; ज़्यादती; अशांति; नियम-व्यवस्था का अभाव। [मु.] -करना : अन्याय या बेईमानी करना। -छाना : अव्यवस्था फैलना; भ्रष्ट शासन होना। -मचना : अन्यायपूर्ण और भ्रष्ट शासन होना। -मचाना : मनमाना व्यवहार करना; गड़बड़ी करना।
अंधेरखाता [सं-पु.] 1. गलत तरह से किया गया लेखा-जोखा 2. गड़बड़; अव्यवस्था; कुशासन 3. मनमाना आचरण।
अंधेरगर्दी [सं-स्त्री.] 1. मनमानी हरकतें; अराजकता; बेईमानी 2. बदइंतज़ामी; अव्यवस्था 3. अंधेरखाता।
अंधेर नगरी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. ऐसा स्थान जहाँ भ्रष्टाचार और अव्यवस्था फैली हुई हो; धाँधली और बेईमानी का स्थान 2. शोषणकारी राज्य; अराजक राज्य; कुशासन 3. ऐसा राज्य जहाँ भ्रष्ट और मूर्ख नेताओं का शासन हो 4. भारतेंदु हरिश्चंद्र का मशहूर नाटक।
अंध्र (सं.) [सं-पु.] 1. बहेलिया 2. एक प्राचीन श्रमिक जाति 3. मगध का एक राजवंश 4. दक्षिण भारत का एक प्रदेश; आँध्र।
अंपायर (इं.) [सं-पु.] मध्यस्थ; मैदान में खेल का संचालक या निर्णायक।