Hin Dict_Aa9 - हिंदी शब्दकोश - आ9

आटना [क्रि-स.] 1. ऊपर से इतना अधिक लाद देना कि नीचे वाली चीज़ छिप जाए; आच्छादित कर देना 2. ढकना।
आटा [सं-पु.] 1. पिसा हुआ अनाज; पिसान; चून 2. किसी पदार्थ का चूर्ण रूप; बुकनी। [मुहा.] -गीला होना : कठिनाई में और कठिनाई होना। आटे-दाल का भाव मालूम होना : संसार का व्यावहारिक ज्ञान होना। आटे-दाल की फ़िक्र करना : आजीविका या रोज़ीरोटी की चिंता करना।
आटोप (सं.) [सं-पु.] 1. फैलाव 2. घमंड; आडंबर 3. साँप के फन का फैलाव; फैला हुआ साँप का फन 4. पेट में गुड़गुड़ाहट होने की क्रिया।
आठ [वि.] संख्या '8' का सूचक। [मु.] -आठ आँसू रोना : बहुत अधिक विलाप करना।

आठोंपहर [क्रि.वि.] दिन रात; हर समय।
आडंबर (सं.) [सं-पु.] 1. दिखावा; प्रदर्शन 2. युद्ध का कोलाहल 3. मेघ का गर्जन 4. हाथी का चिंघाड़ना 5. तंबू 6. गर्व 7. हर्ष।
आडंबरी (सं.) [वि.] 1. आडंबर रचने वाला; आडंबर करने वाला 2. अभिमानी; घमंडी।
आड़ [सं-स्त्री.] 1. ओट; परदा 2. पीछे 3. बहाना 4. बचाव 5. आश्रय 6. रोक 7. टेक 8. माथे का टीका; आड़ा तिलक।
आड़ना (सं.) [क्रि-स.] 1. आड़ या ओट करना 2. बीच में बाधा डालना; रोकना 3. मना करना 4. बाँधना 5. गिरवी या रेहन रखना।
आड़ा (सं.) [वि.] 1. तिर्यक; तिरछा; पड़ा 2. 'खड़ा' या 'सीधे' का उलटा; क्षैतिज तल के समांतर 3. विकट; कठोर। [सं-पु.] 1. एक धारीदार कपड़ा 2. लट्ठा; शहतीर 3. बुनाई में सूत फैलाने की लकड़ी। [मु.] -तिरछा होना : गुस्सा होना। आड़े आना : बाधक बनना। आड़े हाथों लेना : किसी को लज्जित करना।
आड़ा-तिरछा [वि.] उलटा-सीधा। [सं-पु.] 1. एक प्रकार का धारीदार कपड़ा 2. शहतीर 3. जहाज़ का लट्ठा।
आड़ी [वि.] 1. तिरछी 2. ओर; तरफ़। [सं-स्त्री.] संगीत का एक राग।
आड़ू [सं-पु.] 1. एक प्रकार का फल जिसका स्वाद खट्टा होता है 2. आड़ू का वृक्ष।
आढ्य (सं.) [वि.] 1. पूरी तरह से संपन्न 2. धनी; अमीर।
आढ़ (सं.) [सं-पु.] 1. अनाज का एक वजन 2. चार सेर की तौल। [वि.] 1. कुशल; दक्ष 2. चतुर; होशियार 3. धनी; अमीर। [मु.] -करना : टाल-मटोल करना।
आढ़त [सं-स्त्री.] 1. दलाली या कमीशन लेकर दूसरे व्यापारियों का माल बिकवाने का धंधा 2. वह स्थान या अड्डा जहाँ उक्त प्रकार का व्यवसाय होता है 3. उक्त व्यवसाय में मिलने वाला कमीशन या दलाली।
आढ़तिया [सं-पु.] वह व्यापारी जो आढ़त से संबंधित कार्य करता है; आढ़ती।
आणविक (सं.) [वि.] 1. अणु से संबंधित; अणु का 2. अणु की विस्फोटक शक्ति से संबंध रखने वाला।
आतंक (सं.) [सं-पु.] 1. दहशत; भय; पीड़ा 2. ऐसा भय जिसमें निरंतर यह अनुभूति बनी रहे कि कहीं कोई अनहोनी न घट जाए 3. एक प्रकार का मानसिक विकार; (फ़ोबिया)।
आतंकवाद (सं.) [सं-पु.] 1. हिंसा और आतंक का सहारा लेने वाली राजनीति या विचारधारा 2. आतंक, हिंसा और लूटपाट को आज़ादी की लड़ाई का औज़ार बनाने वाली एक उग्र विचारधारा।
आतंकवादी (सं.) [सं-पु.] 1. आतंकवाद की विचारधारा का अनुयायी 2. आतंककारी गतिविधियों में लिप्त अपराधी। [वि.] आतंक फैलाने वाला।
आतंकित (सं.) [वि.] आतंक से पीड़ित; भयग्रस्त।
आतंकी (सं.) [वि.] आतंककारी; आतंक फैलाने वाला। [सं-पु.] आतंकवादी।
आततायी (सं.) [सं-पु.] 1. अत्याचारी; दुष्ट 2. आक्रमणकारी 3. उपद्रवी 4. क्रूर।
आतप (सं.) [सं-पु.] 1. सूर्य का प्रकाश; धूप 2. गरमी; उष्णता; ताप 3. बुख़ार; ज्वर। [वि.] कष्ट देने वाला; पीड़ादायक।
आतपस्नान (सं.) [सं-पु.] सूर्य के प्रकाश में कुछ समय तक बैठना या लेटना जिससे सारे शरीर पर उसका प्रभाव पड़े; सूर्यस्नान; धूप-स्नान; (सनबाथ)।

आतशी (फ़ा.) [वि.] 1. आतिश या आग से संबंध रखने वाला 2. आग से पैदा होने वाला 3. आग की लपट जैसा लाल 4. अग्नि-उत्पादक।
आतिथेय (सं.) [सं-पु.] 1. वह व्यक्ति जिसके यहाँ अतिथि ठहरा हो; मेज़बान 2. अतिथि सत्कार की सामग्री। [वि.] 1. अतिथि संबंधी 2. अतिथि के लिए उपयुक्त।
आतिथ्य (सं.) [सं-पु.] 1. अतिथि का सेवा-सत्कार; पहुनाई 2. मेहमान की आवभगत; मेहमाननवाज़ी।
आतिश (फ़ा.) [सं-पु.] 1. आतश; अग्नि; आग 2. अत्यधिक गरमी; ताप 3. विस्फोटक 4. गुस्सा; क्रोध।
आतिशबाज़ (फ़ा. [सं-पु.] आतिशबाज़ी का सामान बनाने वाला; गोले-फुलझड़ियाँ बनाने वाला।
आतिशबाज़ी (फ़ा.) [सं-स्त्री.] 1. बारूद या गंधक भरकर बनाए गए खिलौने, जैसे- अनार, पटाखा आदि 2. उक्त खिलौनों के जलने का दृश्य या तमाशा।
आती-पाती [सं-स्त्री.] पेड़ पर चढ़ने-पकड़ने का खेल।
आतुर (सं.) [वि.] पूरी तरह उत्सुक; उतावला; व्याकुल; अधीर। [अव्य.] शीघ्र; जल्द।
आतुरता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. अधीरता; उतावलापन 2. जल्दबाज़ी; जल्दी; शीघ्रता।

आतुरी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. घबराहट; व्याकुलता; आतुरता 2. शीघ्रता; अधीरता; उतावलापन।