आजकल [सं-पु.] इस समय; वर्तमान युग में। [अव्य.] 1. इस समय; इन दिनों 2. एक दो दिन में। [मु.] -करना : टालमटोल करना। -लगना : मृत्यु का समय निकट आना।
आजन्म (सं.) [वि.] 1. जन्म के साथ से ही शुरू होने वाला 2. आजीवन; जीवन भर।
आज़म (अ.) [वि.] 1. बहुत बड़ा 2. महान।
आज़माइश (फ़ा.) [सं-स्त्री.] 1. परीक्षा 2. जाँच; परीक्षण; परख 3. कोशिश; प्रयास; चेष्टा।
आज़माइशी (फ़ा.) [वि.] 1. आज़माइश के तौर पर किया हुआ 2. आज़माइश संबंधी।
आज़माना (फ़ा.) [क्रि-स.] 1. जाँचना; परखना 2. परीक्षार्थ प्रयोग करना 3. ज़ोर लगाकर देखना; कोशिश करके देखना।
आजा [सं-पु.] दादा; पितामह; पिता के पिता।
आज़ाद (फ़ा.) [वि.] 1. मुक्त; स्वतंत्र 2. जेल आदि से छूटा हुआ; बरी 3. निर्भय; निडर 4. बेफ़िक्र; लापरवाह 5. हाजिर-ज़वाब; स्पष्टवक्ता 6. उन्मुक्त।
आज़ादी (फ़ा.) [सं-स्त्री.] 1. स्वतंत्रता; मुक्ति 2. उन्मुक्तता; आज़ाद-ख़याली 3. बेफ़िक्री; लापरवाही 4. निर्भयता; निडरता।
आजानु (सं.) [वि.] घुटनों तक लंबा; घुटनों तक लटकता हुआ।
आजानुबाहु (सं.) [वि.] जिसके हाथ घुटनों तक लंबे हों (वीरों का लक्षण)।
आज़ार (फ़ा.) [सं-पु.] 1. कठिनाई; रोग 2. पीड़ा; कष्ट।
आजिज़ (अ.) [वि.] 1. लाचार; दीन 2. परेशान; तंग 3. ऊबा हुआ; झुँझलाया हुआ।
आजिज़ी (अ.) [सं-स्त्री.] 1. दीनता; लाचारी 2. परेशानी; तंगी 3. खिझलाहट; झुँझलाहट।
आजीवन (सं.) [क्रि.वि.] जीवन पर्यंत; जीवनभर; जीवित रहने तक।
आजीविका (सं.) [सं-स्त्री.] रोज़ी-रोटी; जीवन-यापन का साधन; रोज़गार; पेशा।
आज्ञप्त (सं.) [वि.] 1. जिसकी आज्ञा दी गई हो; आज्ञापित 2. आज्ञा के रूप में प्राप्त होने वाला।
आज्ञप्ति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. सर्वोच्च अधिकारी की किसी कार्य या व्यवस्था के संबंध में विधान के रूप में भेजी जाने वाली आज्ञा या होने वाला निर्णय 2. अध्यादेश 3. आज्ञा; आदेश 4. न्यायालय या न्यायाधीश का लिखित निर्णय; (डिक्री)।
आज्ञा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. इजाज़त, अनुमति 2. हु्क्म; आदेश।
आज्ञाकारी (सं.) [वि.] आज्ञा को मानने वाला; कहना मानने वाला; आज्ञापालक।
आज्ञापक (सं.) [वि.] आज्ञा देने वाला। [सं-पु.] प्रभु; मालिक; स्वामी।
आज्ञापत्र (सं.) [सं-पु.] आदेशपत्र; अनुमतिपत्र; हुकुमनामा।
आज्ञापालन (सं.) [सं-पु.] किसी की आज्ञा या अनुमति के अनुसार काम करना।
आज्ञापित (सं.) [वि.] 1. जिसे आज्ञा दी गई हो 2. सूचित; जताया हुआ; आदेशित; कथित 3. जिसके संबंध में आज्ञा या सूचना दी गई हो।
आज्ञाभंग (सं.) [सं-पु.] 1. किसी की आज्ञा न मानना; अवज्ञा 2. किसी की आज्ञा के विरुद्ध कार्य करना।
आज्ञार्थक (सं.) [वि.] 1. आज्ञा का सूचक 2. आज्ञा के संबंध में होने वाला।
आज्य (सं.) [सं-पु.] 1. घी 2. घी की जगह काम आने वाला पदार्थ 3. वे वस्तुएँ जिनकी यज्ञ में आहुति दी जाती है; हवि।