Hin Dict_u8 - हिंदी शब्दकोश - उ8

उदय (सं.) [सं-पु.] 1. प्रकट होना; प्रादुर्भाव; आविर्भाव; निकलने का भाव 2. अभ्युदय 3. कांति; ज्योति 4. आय; ब्याज 5. परिणाम 6. उद्गम स्थान।
उदयन (सं.) [सं-पु.] उगना; ऊपर की ओर बढ़ना। [वि.] 1. उगता हुआ 2. विकासशील 3. ऊपर उठता हुआ।
उदयाचल (सं.) [सं-पु.] 1. उदयगिरि; उदय पर्वत 2. वह पर्वत जिसके पीछे से सूर्य का उदय होना माना जाता है।
उदयास्त (सं.) [सं-पु.] 1. उदय और अस्त 2. उत्थान-पतन; चढ़ाव-उतार 3. बनना-बिगड़ना 4. तेज़ी-मंदी 5. नफ़ा-नुकसान।
उदयी (सं.) [वि.] 1. उगता हुआ 2. विकासशील; उन्नतिशील 3. ऊपर उठता हुआ।
उदर (सं.) [सं-पु.] 1. आमाशय; पेट 2. किसी वस्तु का आंतरिक भाग; अंतर 3. मध्य भाग।
उदरक (सं.) [वि.] उदर संबंधी; पेट से संबंधित।
उदरपोषण (सं.) [सं-पु.] पेट भरना; रोज़गार; पेट भरने हेतु आजीविका।
उदरवायु (सं.) [सं-पु.] पेट में उत्पन्न होने वाली गैस; एक प्रकार का रोग।
उदरशूल (सं.) [सं-पु.] 1. पेट के ऊपरी भाग में होने वाली तीव्र वेदना 2. वायु आदि के दूषित होने के कारण पेट में उत्पन्न होने वाली पीड़ा; पेट-दर्द।
उदरावण (सं.) [सं-पु.] वह झिल्ली जो उदर यानि पेट को चारों तरफ़ से घेरे रहती है।

उदरावर्त (सं.) [सं-पु.] नाभि; केंद्र।
उदरी (सं.) [वि.] बड़ी तोंदवाला; बढ़े हुए पेट वाला।
उदर्य (सं.) [वि.] पेट संबंधी; उदर या पेट में रहने या उससे संबंध रखने वाला। [सं-पु.] पेट के भीतरी अंग।
उदस्त (सं.) [वि.] 1. फेंका हुआ 2. उजाड़ा हुआ 3. नीचा दिखाया हुआ 4. निकाला हुआ; निरस्त 5. नष्ट किया हुआ।
उदात्त (सं.) [वि.] 1. महान; श्रेष्ठ; उत्तम; ऊँचा 2. उदार 3. दयावान; दाता 4. वैदिक स्वरों के उच्चारण का एक भेद 5. समर्थ 6. स्पष्ट 7. (काव्यशास्त्र) अर्थालंकार का एक भेद 8. संगीत का एक स्वर 9. एक प्रकार का पुराना बाजा।
उदात्तीकरण [सं-पु.] 1. उदात्त बनाने की क्रिया; किसी चीज़ को उसके श्रेष्ठ रूप में प्रस्तुत करना 2. पाश्चात्य काव्यशास्त्र का एक सिद्धांत (लौंजाइनस प्रदत्त) जिसके अनुसार "वर्णित अनुभूतियों को मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया से उच्च स्तर (भूमि) पर ले जाने का प्रयत्न होता है"; (सब्लीमेशन)।
उदान (सं.) [सं-पु.] 1. ऊपर की ओर साँस खींचना 2. शरीर की पाँच प्राण वायुओं में से एक जिसका स्थान कंठ से भ्रू मध्य तक माना जाता है; छींको और डकारों को उद्भूत करने वाली प्राणवायु 3. एक तरह का साँप।
उदार (सं.) [वि.] विशाल हृदयवाला; दयालु; उदात्त; धीर; दानशील; भला; दूसरों में गुण देखने वाला 2. पक्षपात एवं संकीर्णता से दूर रह कर आत्मीय व्यवहार करने वाला। [सं-पु] 1. (योगशास्त्र) चार प्रकार के क्लेशों (अस्मिता, राग, द्वेष और अभिनिवेश) का एक भेद।
उदार चरित (सं.) [वि.] उदार, उदात्त या ऊँचे चरित्रवाला; सबके साथ खुले हृदय से सज्जनता का व्यवहार करने वाला।
उदारचेता (सं.) [वि.] उदार मनवाला; उदार चित्त अथवा हृदयवाला; ऊँचे विचारों वाला।

उदारता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. उदार होने की अवस्था, गुण या भाव; उदार स्वभाव 2. दानी स्वभाव; दानशीलता 3. दया भाव; दयालुता।
उदारतापूर्ण (सं.) [क्रि.वि.] उदारता से परिपूर्ण; उदारमना।
उदारतापूर्वक (सं.) [क्रि.वि.] 1. उदारता के साथ 2. खुले दिल से।
उदारतावाद [सं-पु.] वह सिद्धांत जो सभी मनुष्यों की स्वतंत्रता और समता का पक्षधर है; (लिबरलाइजेशन)।
उदारतावादी [वि.] उदारतावाद को मानने वाला; उदारतावाद का समर्थक; उदारतावाद का अनुयायी।
उदारमना (सं.) [वि.] उदार मन का; बड़े दिलवाला।
उदार हृदय (सं.) [वि.] उदार मन का; उदारमना; संकीर्णता से परे बड़े मन वाला।
उदारीकरण [सं-पु.] वैश्विक स्तर पर अपनाई गई नई अर्थव्यव्स्था जिसमें उद्योग-धंधों की उन्नति के लिए उनके पक्ष में आर्थिक नीतियों को उदार बनाया जाता है।
उदावर्त (सं.) [सं-पु.] बड़ी आँत का एक रोग जिसमें मल-मूत्र आदि रुक जाते हैं; गुद-ग्रह।
उदास (सं.) [वि.] 1. तटस्थ; निरपेक्ष 2. विरक्त 3. दुःखी 4. खिन्न 5. कांतिहीन 6. फीका 7. मुरझाया हुआ 8. जिसका मन उचटा रहता हो।
उदासी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. उदास होने का भाव 2. मायूसी; खिन्नता; रंजीदगी 3. तटस्थता; निरपेक्षता। [सं-पु.] 1. गुरु नानक के पुत्र द्वारा चलाया गया एक साधु संप्रदाय उसका अनुयायी; त्यागी 2. वैरागी।
उदासीन (सं.) [वि.] 1. रुचि न लेने वाला 2. अनमना; अनासक्त; विरक्त 3. तटस्थ। [सं-पु.] 1. अज़नबी 2. तटस्थ व्यक्ति 3. किसी आरोप (अभियोग) से असंबद्ध व्यक्ति।

उदासीनता (सं.) [सं-स्त्री.] 1. खिन्नता; उदासीन होने की अवस्था या भाव 2. तटस्थता; विरक्ति; मायूसी। 
उदाहरण (सं.) [सं-पु.] 1. दृष्टांत 2. मिसाल 3. नमूना 4. (काव्यशास्त्र) अर्थालंकार का एक भेद 5. सामान्य कथन के बाद नमूने के तौर पर कही जाने वाली कोई दूसरी बात; ऐसी बात या तथ्य जिससे किसी कथन या सिद्धांत की सत्यता सिद्ध होती हो।
उदाहरणयुक्त (सं.) [वि.] सोदाहरण; उदाहरण के साथ; उदाहरण सहित।
उदाहरणात्मक (सं.) [वि.] उदाहरण के तौर पर; उदाहरणस्वरूप; जैसे।
उदाहरणार्थ (सं.) [अव्य.] उदाहरण के लिए; उदाहरणस्वरूप।
उदाहृत (सं.) [वि.] 1. जिसका दृष्टांत दिया गया हो; उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया गया हो 2. कथित; वर्णित।
उदाहृति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. उदाहरण 2. (नाट्यशास्त्र) उत्कर्षयुक्त वचन का कथन; गर्भ संधि के तेरह अंगों में से एक।
उदिक (सं.) [वि.] 1. जल संबंधी 2. उस जल से संबंध रखने वाला जो नल आदि के द्वारा कहीं पहुँचता है; (हाइड्रॉलिक)। [सं-पु.] वीर्य।
उदित (सं.) [वि.] 1. उगा हुआ या निकला हुआ (प्रायः सूर्य, चंद्रमा या अन्य ग्रहों के संदर्भ में) 2. प्रकट; प्रकाशित 2. उत्पन्न।
उदितयौवना (सं.) [सं-स्त्री.] 1. (काव्यशास्त्र) मुग्धा नायिका के सात भेदों में एक भेद; अंकुरितयौवना 2. नवयुवती। [वि.] ऐसी नवयुवती जिसमें यौवन के शारीरिक लक्षण प्रकट हो गए हों और स्वभाव में बचपना हो।
उदिति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. उदय 2. कथन; भाषण।
उदीची (सं.) [सं-स्त्री.] उत्तर दिशा।

उदीप (सं.) [वि.] जलमग्न; जल से भरा हुआ; जल प्लावित। [सं-पु.] बाढ़; जल प्लावन।
उदीयमान (सं.) [वि.] 1. उगता हुआ; उदित होता हुआ; उठता या उभरता हुआ 2. {ला-अ.} होनहार 3. विकासशील; प्रगतिशील; उन्नतिशील।
उदीरण (सं.) [सं-पु.] 1. कथन 2. उच्चारण 3. उद्दीपन 4. उत्पत्ति 4. जँभाई।

उदीर्ण (सं.) [वि.] 1. उदित; उत्पन्न 2. अभिमानी 3. प्रबल।