Hin Dict_u13 - हिंदी शब्दकोश - उ13

उपखंड (सं.) [सं-पु.] 1. खंड का छोटा भाग या टुकड़ा 2. नियम, विधि आदि की किसी धारा या उपधारा के खंड का छोटा विभाग; (सबक्लॉज़)।
उपगत (सं.) [वि.] 1. किसी के पास पहुँचा हुआ 2. घटित; अनुभूत; ज्ञात; जाना हुआ 3. अंगीकृत; स्वीकृत 4. ख़र्च आदि के रूप में अपने ऊपर आया या लगा हुआ।
उपगति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी के पास आना या पहुँचना 2. स्वीकृति 3. प्राप्ति 4. जानना 5. अनुभूति; ज्ञान।
उपगम (सं.) [सं-पु.] 1. किसी के पास सहायता आदि के लिए पहुँचना 2. ज्ञान; जानना।
उपगिरि (सं.) [सं-पु.] बड़े पर्वत या पहाड़ के पास का भाग जहाँ से पहाड़ की चढ़ाई शुरू होती है; पहाड़ी।
उपगूढ़ (सं.) [वि.] 1. छिपाया हुआ 2. दबाया हुआ 3. आलिंगित।
उपगूहन (सं.) [सं-पु.] 1. गोपन; छिपाना 2. आलिंगन।
उपग्रह (सं.) [सं-पु.] 1. किसी ग्रह की परिक्रमा करने वाला आकाशीय पिंड, जैसे- चंद्रमा; छोटा ग्रह; अप्रधान ग्रह 2. कृत्रिम यंत्र जो मौसम अथवा खगोलीय जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य से आकाश में छोड़ा जाता है; (सैटेलाइट) 3. पकड़ा जाना; गिरफ़्तारी 4. कैद; कारावास 5. बंदी; कैदी।

उपग्रहण (सं.) [सं-पु.] 1. पकड़ना; धरना 2. सँभालना 3. वेदों का अध्ययन।
उपघात (सं.) [सं-पु.] 1. धक्का; आघात 2. नाश 3. आक्रमण 4. हानि पहुँचाना।
उपघातक (सं.) [वि.] 1. आघात करने वाला 2. नाशक 3. पीड़क।
उपचय (सं.) [सं-पु.] 1. एकत्र या संचित करना 2. उन्नति; बढ़ती; वृद्धि 3. राशि; ढेर 4. चयन; चुनना।
उपचयी (सं.) [वि.] 1. उपचय से संबंधित; उपचय का 2. उपचयवाला।
उपचरण (सं.) [सं-पु.] 1. किसी के पास जाना या पहुँचना 2. सेवा; पूजा 3. उपचार करना।
उपचरित (सं.) [वि.] 1. जिसका उपचार किया गया हो 2. सेवित; पूजित।
उपचर्म (सं.) [सं-पु.] त्वचा का ऊपरी भाग।
उपचर्या (सं.) [सं-स्त्री.] रोगी की सेवा-सुश्रूषा; चिकित्सा; उपचार।
उपचार (सं.) [सं-पु.] 1. इलाज; निदान; चिकित्सा 2. विधान पूजा या अनुष्ठान विधि 3. अभ्यास; व्यवहार 4. शिष्टाचार 5. चापलूसी 6. बहाना 7. दिखावटी व्यवहार।
उपचारक (सं.) [वि.] 1. उपचार करने वाला; सेवा करने वाला 2. चिकित्सा करने वाला 3. परिचर्या करने वाला; परिचारक।
उपचारगृह (सं.) [सं-पु.] अस्पताल; चिकित्सालय; उपचारालय; औषधालय।
उपचारात्मक (सं.) [वि.] इलाज़ या सुधारवाला।
उपचित (सं.) [वि.] 1. इकट्ठा किया हुआ; एकत्रित; संचित 2. अच्छी तरह खिला हुआ; विकसित 3. बढ़ा हुआ; समृद्ध।

उपचिति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. इकट्ठा करना 2. राशि; ढेर 3. वृद्धि 4. संचय।
उपचुनाव (सं.) [सं-पु.] किसी विशेष कारणवश नियत अवधि पूर्व होने वाला चुनाव; (बाई इलेक्शन)।
उपचेतन (सं.) [सं-पु.] अवचेतन; (सब-कॉन्शस)।
उपच्छाया (सं.) [सं-स्त्री.] 1. मूल छाया से इतर पड़ने वाली छाया; आंशिक छाया 2. ग्रहण के समय चंद्रमा या पृथ्वी की छाया के निकट की आंशिक या हलकी छाया।
उपज [सं-स्त्री.] 1. पैदावार; उत्पत्ति 2. सूझ; कल्पना 3. संगीत में परंपरा के अतिरिक्त प्रयुक्त नई तानें जिनसे गीत में नवीनता उत्पन्न हो।
उपजना [क्रि-अ.] 1. उगना; उत्पन्न होना (अन्नादि) 2. मन में विचार का पैदा होना; सूझना।
उपजाऊ [वि.] उर्वर; अधिक अनाज पैदा करने वाली ज़मीन; (फ़र्टाइल)।
उपजाऊपन (सं.) [सं-पु.] अधिक उपज करने की शक्ति; उर्वरता; उपजाऊ होने का भाव; (प्रोडक्टिविटी)।
उपजाति (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी जाति का कोई उपभेद 2. (काव्यशास्त्र) वर्णिक छंद का एक भेद।
उपजाना (सं.) [क्रि-स.] 1. उत्पन्न या पैदा करना; उगाना 2. कोई नई बात ढूँढ़ निकालना; सुझाना।
उपजीवक (सं.) [वि.] आश्रित; दूसरे पर निर्भर; उपजीवी।
उपजीवन (सं.) [सं-पु.] 1. रोज़ी; आजीविका 2. आजीविका का साधन।

उपजीविका (सं.) [सं-स्त्री.] 1. जीविका निर्वाह के मुख्य साधन के अतरिक्त कोई गौण आर्थिक साधन 2. कहीं से मिलने वाली अतिरिक्त सहायता या वृत्ति।
उपजीवी (सं.) [वि.] दूसरे के सहारे जीवन बिताने वाला; जो दूसरे पर निर्भर रहे।
उपजीव्य (सं.) [वि.] जिसके सहारे जीवन चले; आश्रय।
उपज्ञा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. ईजाद; खोज; आविष्कार; अन्वेषण; (इनवेंशन) 2. किसी नए पदार्थ, उपकरण और प्रक्रिया आदि को ढूँढ़ निकालने का कार्य 3. चिंतन द्वारा किसी नई बात का पता लगाना 4. वह ज्ञान जो परंपरा से प्राप्त न करके स्वयं प्राप्त किया गया हो।
उपज्ञात (सं.) [वि.] जिसका पता लगाया गया हो; ईजाद किया हुआ; आविष्कृत; आविर्भूत; (इनवेंटिड)।
उपटन [सं-पु.] 1. शरीर पर उत्पन्न होने वाला आघात आदि का चिह्न या निशान।
उपटना [क्रि-अ.] शरीर पर आघात, दाब या लिखने का चिह्न या निशान पड़ना; उखड़ना; उभरना।
उपताप (सं.) [सं-पु.] 1. आँच; ताप 2. पीड़ा; दुख; क्लेश।
उपतापन (सं.) [सं-पु.] 1. अच्छी तरह गरम करना या तपाना 2. कष्ट, दुख या क्लेश पहुँचाने की क्रिया।
उपत्यका (सं.) [सं-स्त्री.] तराईघाटी; पर्वत के समीप की नीची भूमि।
उपदंश (सं.) [सं-पु.] 1. एक प्रकार का यौन रोग; आतशक; गरमी नामक रोग।
उपदर्शक (सं.) [सं-पु.] 1. मार्ग या राह दिखलाने वाला व्यक्ति 2. साक्षी 3 द्वारपाल।
उपदर्शन (सं.) [सं-पु.] 1. टीका या व्याख्या करना 2. अच्छी तरह बताना या समझाना।

उपदा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी बड़े अधिकारी को दी जाने वाली भेंट या उपहार 2. रिश्वत; घूस।
उपदान (सं.) [सं-पु.] 1. भेंट 2. किसी कर्मचारी को अवकाश ग्रहण करने के समय लंबी सेवा के बदले दी जाने वाली धनराशि 3. किसी संस्था या वाणिज्य संस्थान को कठिनाइयों से पार पाने के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता; (सबसिडी)।
उपदित्सा (सं.) [सं-स्त्री.] वसीयतनामे के अंत में परिशिष्ट के रूप में लिखा हुआ विषय का स्पष्टीकरण।
उपदिशा (सं.) [वि.] दो दिशाओं के मध्य की दिशा; अंतर्दिशा; दिशाकोण; कोण।
उपदिष्ट (सं.) [वि.] 1. जिसे उपदेश दिया गया हो; जिसे सिखलाया गया हो 2. जो उपदेश के रूप में कहा या बताया गया हो; ज्ञापित (बात या विषय) 3. दीक्षा प्राप्त किया हुआ।
उपदेव (सं.) [सं-पु.] छोटा या गौण देवता, जैसे- यक्ष, गंधर्व, किन्नर आदि छोटे देव।
उपदेश (सं.) [सं-पु.] 1. सत्कर्म के लिए प्रेरित करने वाले वचन; नेक सलाह; सीख 2. विद्वानों द्वारा धर्म तथा नीति संबंधी बताई गई अच्छी-अच्छी बातें 3. आज्ञा; निर्देश 4. दीक्षा; गुरु मंत्र।
उपदेशक (सं.) [सं-पु.] 1. उपदेश देने वाला व्यक्ति; वह व्यक्ति जो जगह-जगह घूमकर उपदेश, व्याख्यान आदि देता है 2. शिक्षा देने वाला; शिक्षक।
उपदेशात्मक (सं.) [वि.] जिसमें कुछ उपदेश निहित हो; उपदेशगर्भित।
उपदेश्य (सं.) [वि.] 1. जो उपदेश देने के योग्य हो 2. जो उपदेश पाने या सुनने का अधिकारी हो।
उपद्रव (सं.) [सं-पु.] 1. उत्पात; ऊधम 2. सार्वजनिक विपदा (अकाल, बाढ़ आदि) 3. दंगा-फ़साद; झमेला।
उपद्रवी (सं.) [वि.] उत्पाती; उपद्रव करने वाला; ऊधम मचाने वाला।

उपद्रष्टा (सं.) [वि.] 1. जो दृश्य आदि देख रहा हो 2. निरीक्षण करने वाला 3. साक्षी; गवाह।
उपद्वीप (सं.) [सं-पु.] छोटा द्वीप या टापू; प्रायद्वीप।
उपधर्म (सं.) [सं-पु.] गौण धर्म; किसी धर्म के अंदर या अंतर्गत आने वाला कोई छोटा धर्म।
उपधा (सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी की निष्ठा, ईमानदारी आदि की परीक्षा 2. जालसाज़ी; छल; कपट 3. (व्याकरण) शब्द का अंतिम से पहला अक्षर (उपांताक्षर)।
उपधातु (सं.) [सं-स्त्री.] 1. ऐसी धातु जो या तो लोहे, ताँबे आदि के योग से बनती है या ख़ानों से निकलती है; अर्ध धातु; मिश्र धातु 2. शरीर में स्थित सात धातुओं से उत्पन्न गौण धातुएँ, जैसे- पसीना, रज, दूध आदि।
उपधान (सं.) [सं-पु.] 1. ऊपर रखना 2. तकिया 3. सहारा 4. प्रेम; प्रणय।
उपधानी (सं.) [सं-स्त्री.] 1. पैर रखने की छोटी चौकी 2. तकिया।
उपधारण (सं.) [सं-पु.] 1. उतारना; रखना 2. लग्गी आदि से कोई फल खींचना 3. चित्त को एक विषय में लगाना।
उपधारा (सं.) [सं-स्त्री.] किसी धारा का छोटा भाग; किसी धारा से निकली छोटी या गौण-धारा।
उपधावन (सं.) [सं-पु.] 1. तेज़ी से किसी का पीछा करना 2. विचार या चिंतन करना। [वि.] पीछे चलने वाला; अनुगामी; अनुयायी।
उपधि (सं.) [सं-पु.] 1. जालसाज़ी; छल-कपट; धोखा; सही बात छिपाकर दूसरी बात कहना 2. धमकी।
उपधिक (सं.) [वि.] जालसाज़ी करने वाला; धोखेबाज़; छली।
उपध्मान (सं.) [सं-पु.] 1. होंठ 2. फूँकने की क्रिया या भाव।

उपध्मानीय (सं.) [सं-पु.] (व्याकरण) '' और '' के पहले आने वाला विसर्ग। [वि.] उपध्मान संबंधी।

उपध्वस्त (सं.) [वि.] ध्वस्त; नष्ट किया हुआ।